बचपन मे आपने सुना होगा या कोशिश भी शायद की हो कि अंगूर सुखा कर कैसे किशमिश (Raisins) बनाई जाती है। मैंने कोशिश की थी, लेकिन निराशा हाथ लगी थी। फिर बाद में समझ आया यह प्रोफेशनली ही किया जाए तभी परिणाम आएंगे। बहरहाल, बात किशमिश से इसलिए शुरू की है क्योंकि आज हम किशमिश (raisin benefits for women) की ही बात करने वाले हैं।
हमारे किचन के छोटे से डिब्बे में समा जाने वाला किशमिश हमारे स्वास्थ्य के लिए बड़े काम का है। एक रिपोर्ट के अनुसार डायबिटीज से लेकर ब्लड प्रेशर तक की समस्याओं में किशमिश (Raisin benefits for women) हमारे काम आ सकती है। तो चलिए जानते हैं वे कारण जिनसे महिलाओं के लिए किशमिश खाना (raisin benefits for women) फायदेमंद साबित होता है।
महिलाओं में खून की कमी एक कॉमन समस्या है। पीरियड्स, प्रेग्नेंसी या डिलीवरी के वक्त महिलाओं को इससे अक्सर दो चार होना पड़ता है। किशमिश खून की कमी दूर करने में इसलिए सक्षम है क्योंकि इसमें आयरन और विटामिन B अच्छी मात्रा में पाया जाता है। ये दोनों तत्व हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) बनाने में मदद करते हैं।
उम्र बढ़ने से शरीर में सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले अंगों में से एक हड्डियां हैं। महिलाओं में हड्डियों का दर्द उम्र बढ़ने के साथ और कॉमन होता जाता है। ऐसे में किशमिश खाना हड्डियों को मजबूती (raisin benefits for women) दे सकता है क्योंकि किशमिश में कैल्शियम (Calcium), बोरॉन (Boron) और पोटैशियम (Potassium) होते हैं जो हड्डियों के पोषण के लिए बहुत ज़रूरी हैं।
महिलाओं में आम तौर पर पेट सम्बंधी समस्याएं ज्यादा होती हैं। पेट में गैस, कांस्टिपेशन इनमें कॉमन है। किशमिश अपने गुणों की वजह से महिलाओं (raisin benefits for women) की इसमें भी मदद कर सकता है। इसमें फाइबर (Fibre) का मौजूद होना,पाचन तंत्र के लिए इसे मुफीद बनाता है।
किशमिश में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आपकी त्वचा के लिए बेहद मददगार हैं। एंटीऑक्सीडेंट की वजह से आपकी स्किन कील-मुहासों से भी बची रहेगी और झुर्रियां भी देर (raisin benefits for women) से आएंगी,अगर आप किशमिश नियमित तौर पर खाते रहें।
किशमिश में नेचुरल शुगर पाया जाता है जो लंबे समय तक आपकी भूख को शांत रखता है। अगर आप वजन कम करने की ओर हैं तो इसमें किशमिश आपकी मदद कर सकता है। इसके अलावा किशमिश के अंदर मौजूद तत्व ख़राब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से भी रोकते (raisin benefits for women) हैं जो वजन बढ़ने का एक बड़ा कारण है।
महिलाओं में हॉर्मोनल चेंजेज कॉमन हैं। इसलिए कॉमन है ब्लडप्रेशर बढ़ने घटने का खतरा भी जो दिल की बीमारियों तक ले जाते हैं। किशमिश में मौजूद पोटेशियम और फाइटोकेमिकल्स ब्लडप्रेशर (Blood Pressure) को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
किशमिश में एंटीऑक्सीडेंट्स की मौजूदगी आपके शरीर के इम्यून सिस्टम के लिए बड़े काम की है। इसके अलावा इसमें विटामिन C का होना शरीर के इम्यून को और बेहतर बनाता है। जाड़े में जो लोग अक्सर सर्दी-जुकाम के शिकार हो जाते हैं, उन्हें नियमित रूप से किशमिश खाना चाहिए ताकि उनका इम्यून मजबूत हो सके।
महिलाओं को अक्सर उनके पीरियड्स के दौरान दर्द झेलना पड़ता है। किशमिश में मौजूद पोटैशियम और मैग्नीशियम ऐसे वक्त में मांसपेशियों के तनाव को कम करने में मददगार हो सकते हैं। पीरियड्स से पहले या उसके दौरान किशमिश को दूध के में उबालकर पीने से दर्द और कमजोरी से राहत मिलेगी।
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