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वीगन हैं तो इस बार ट्राई करें पोटैटो मिल्क, हम बता रहे हें इसके फायदे 

गाय के दूध की तरह पोषक तत्वों से भरपूर है पोटैटो मिल्क। यह न सिर्फ कॉलेस्ट्रॉल कम करता है, बल्कि वेट लॉस में भी मदद करता है।
Published On: 6 Jul 2022, 09:49 am IST
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aaloo doodh ke fayde
पोटैटो मिल्क न सिर्फ कॉलेस्ट्रॉल घटाता है, बल्कि वजन कम करने में भी मदद करता है। चित्र: अडोबी स्टॉक

दुनिया भर में बहुत सारे लोग पशुओं से प्राप्त आहार को छोड़कर प्लांट बेस्ड फूड (Plant based foods) की तरफ लौट रहे हैं। और इसे वीगनिज़्म (Veganism) कहा जाता है। वीगन डाइट (Vegan diet) का पालन करने वाले लोग न केवल पशुओं से प्राप्त मांस और अंडे खाने से परहेज करते हैं, बल्कि वे उनके प्रति अपना प्यार जताने के लिए दूध और दही जैसे उत्पादों का सेवन भी नहीं करते। तब वे अपने पोषण के लिए क्या करते हैं? यह सवाल किसी के भी मन में उपज सकता है। मगर फिक्र न करें, क्योंकि प्रकृति ने पेड़-पौधों के रूप में ऐसा खजाना हमें दिया है जो हर तरह के पोषण की पूर्ति कर सकता है। और वीगन मिल्क ऐसे ही पौधे से बने दूध हैं। वीगन्स की पसंद के लिए आज हम एक ऐसे ऑप्शन के बारे में बताने जा रहे हैं, जो न केवल आसानी से मिल जाता है, बल्कि सस्ता भी है। ये है पोटैटो मिल्क। आइए जानते हैं पोटैटो मिल्क (Potato milk benefits) और उसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में। 

क्या है वीगन डाइट 

वीगन लोग खासकर डेयरी प्रोडक्ट जैसे कि दूध, पनीर, मक्खन, मिठाइयां, मधुमक्खियों द्वारा तैयार किए गए शहद, चिकन, अंडे, मीट आदि चीजों का सेवन नहीं करते। ऐसे लोग वीगन डाइट लेते हैं, जो केवल पेड़-पौधों से प्राप्त होने वाली चीजें होती हैं। फल, सब्जियां, नट्स, सीड्स, अनाज आदि वीगन डाइट में आते हैं। 

इन दिनों वीगन डाइट में एक फूड खूब प्रयोग में लाया जा रहा है। वह है पोटेटो मिल्क, यानी आलू से तैयार किया जाने वाला दूध। इसे काउ मिल्क के विकल्प के तौर पर प्रयोग किया जा रहा है। क्या है पोटैटो मिल्क और इसके क्या फायदे हैं, यह जानने के लिए हमने बात की गुरुग्राम के पारस अस्पताल में चीफ डायटीशियन नेहा पठानिया से।

कैसे बनता है पोटैटो मिल्क 

नेहा पठानिया कहती हैं, “जो लोग वीगन डाइट लेते हैं, उन्हें नट्स या सॉय से एलर्जी भी हो सकती है। साथ ही जो लोग एन्वॉयरनमेंट फ्रेंडली डाइट की तलाश में रहते हैं, उनके लिए भी पोटैटो मिल्क एक बेहतर विकल्प है। यह मिल्क आलू में मौजूद स्टार्च से तैयार होता है। 

आलू को उबालकर तथा उसमें सफेद सरसों ऑयल, जरूरी विटामिंस और नेचुरल फ्लैवर मिलाकर यह दूध तैयार किया जाता है। आलू का अपना अलग स्वाद होता है।’ पोटैटो मिल्क पीने पर आलू का खास स्वाद और स्टार्च की स्मूदनेस मुंह में घुलती है। इसमें हल्का मीठापन भी होता है, जो आलू के स्वाद को बैलेंस कर देता है।

पोटैटो मिल्क में हैं कई पोषक तत्व

यदि आप वैकल्पिक दूध का मजा लेना चाहती हैं, तो पोटैटो मिल्क एक बढ़िया ऑप्शन है, क्योंकि इसकी न्यूट्रीशनल वैल्यू अधिक होती है। 

शुगर फ्री आलू के दूध में प्रति 100 मिलीलीटर में 1.3 ग्राम प्रोटीन होता है, जबकि शुगर फ्री बादाम मिल्क में 0.4 ग्राम और शुगर फ्री ओट मिल्क में 0.2 ग्राम होता है।

पोटैटो मिल्क में आयरन, विटामिन सी, पोटैशियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत मौजूद होता है।

यह लैक्टोज, दूध, सोया, ग्लूटेन और नट्स से मुक्त होता है।

कैल्शियम, विटामिन डी, विटामिन बी 12, राइबोफ्लेविन और फोलिक एसिड से भरपूर होता है, जिसे अधिकांश डायटीशियन द्वारा महत्वपूर्ण डेयरी मुक्त दूध माना जाता है।

किन लोगों को लेना चाहिए पोटैटो मिल्क

यदि गाय के दूध या लैक्टोस से आपको एलर्जी है, तो पोटैटो मिल्क लिया जा सकता है।

आप वेट लॉस की योजना बना रही हैं, तो गाय के दूध की बजाय पोटैटो मिल्क ले सकती हैं। 100 एमएल पोटैटो मिल्क में 39 कैलोरी होती है, जबकि गाय के 100 एमएल दूध में 68 कैलोरी होती है।

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यदि आप वेट लॉस करना चाहती हैं, तो डाइट में शामिल कर सकती हैं पोटैटो मिल्क। चित्र:-शटरस्टॉक

पोटैटो मिल्क के 100 एमएल में 3.0 ग्राम अनसैचुरेटेड और 0.2 ग्राम सैचुरेटेड फैट होता है। इससे आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल में रह सकता है।

यदि आपको किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या है खासकर पेट में किसी तरह की समस्या है, तो पोटैटो मिल्क के साथ-साथ किसी भी प्लांट मिल्क का सेवन शुरू करने से पहले डायटीशियन से संपर्क करें।

यहां पढ़ें:-डायबिटीज है और आलू खाने की शौकीन हैं, तो जानिए इसे आहार में शामिल करने का सही तरीका 

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
स्मिता सिंह
स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।

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