अक्सर लोगों को घर लौटते ही, नहाने के बाद या सुबह उठकर छींक आने की समस्या बनी रहती है। ये एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, जो बिना बताए कभी भी किसी भी व्यक्ति को आ सकती है। हांलाकि शरीर को एलर्जी और जुकाम समेत कई कारणों से इस समस्या का सामना करना पड़ता है। छींक आने से नॉस्ट्रिल्स में मौजूद डस्ट पार्टिकल्स से राहत मिल जाती है। इसे स्टर्नटेशन भी कहा जाता है, जिससे फ्लू और वायरल का जोखिम बढ़ जाता है (Home remedies to avoid viral allergy)।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार छींकने से मुंह और नाक से 40,000 छोटी बूंदें हवा में या आसपास की सतहों पर फैल जाती हैं। इन बूंदों में वायरस और बैक्टीरिया फैलने लगते हैं। अगर कोई और व्यक्ति इन बूंदों को सांस के ज़रिए अंदर ले लेता है या किसी ऐसी सतह को छूता है, जहां ये बूंदें गिरती हैं, तो उसे संक्रमण का सामना करना पड़ता हैं। इससे लोगों को सर्दी-जुकाम, फ्लू यानि इन्फ्लूएंजा ,स्ट्रेप थ्रोट और निमोनिया का सामना करना पड़ता है।
छींकना एक ऐसी प्रक्रिया है, जिससे नाक या गले से जलन पैदा करने वाले तत्वों को बाहर निकालने में मदद मिलती है। इससे नाक और गले में मौजूद डस्ट पार्टिकल्स और पानी बाहर निकल जाता है, जो संक्रमण फैलने का कारण साबित होता है। पल्मोनोलॉजी कंसलटेंट, इंटरनल मेडिसिन डॉ अवि कुमार कहते हैं कि छींक से शरीर को राहत मिलती है। छींकना एक नेचुरल प्रक्रिया है, जिससे नाक और गले में मौजूद इरीटेंट्स बाहर निकल जाते है। मगर लगातार छींक आना कई स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। इससे राहत पाने के लिए कुछ खास बातों का ख्याल रखें।
विटामिन सी का सेवन करने से प्रतिरक्षा प्रणाली मज़बूत बनती है, जिससे शरीर को सर्दी और छींक जैसी समस्याओं से लड़ने में मदद मिलती है। विटामिन सी एक प्राकृतिक एंटीहिस्टामाइन के रूप में कार्य करता है और एलर्जी प्रतिक्रियाओं से लड़ने में मदद करता है, जिससे छींकों की समस्या हल हो जाती हैं। ऐसे में आहार में आंवला, नींबू और अन्य खट्टे फलों जैसे विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से फायदा मिलता है (Home remedies to avoid viral allergy)।
हल्दी में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं, जिससे सूजन, दर्द, सर्दी, खांसी और छींक जैसी कई समस्याओं के इलाज में मदद मिलती है। हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो छींकने से राहत दिलाते हैं। गर्म दूध में हल्दी (Home remedies to avoid viral allergy) मिलाकर पीने से नींद न आने की समस्या हल हो जाती है।
शहद और अदरक का मिश्रण गले या नाक से संबंधित किसी भी समस्या के लिए फायदेमंद है। इसके लिए गुनगुने पानी में शहद, अदरक और नींबू को मिलाकर पीएं। इससे गले में बढ़ने वाली खराश और छींक से राहत मिल जाती है। इसके अलावा कैमोमाइल या ग्रीन टी में भी अदरक और शहद मिलाकर पीने से भी राहत मिल जाती है (Home remedies to avoid viral allergy)।
गर्म पानी की भाप लेने के लिए स्टीमर का उपयोग करें (Home remedies to avoid viral allergy)। गर्म भाप लेने से आपकी नाक के मार्ग को साफ करने में मदद मिलेगी और छींकने, नाक बहने या सर्दी से राहत मिल जाती है। अगर आपके पास स्टीमर नहीं है, तो एक कटोरे में उबलता हुआ गर्म पानी लें और अपने सिर को तौलिए से ढककर आगे की ओर झुकें। क्षमता के अनुसार स्टीन लेने से नाक की ब्लॉकेज और छींकने से राहत मिल जाती है।
स्वस्थ शरीर के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीना आवश्यक है (Home remedies to avoid viral allergy)। इससे शरीर में पाए जाने वाले विषैले पदार्थों को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। साथ ही ऑक्सीजन का प्रवाह भी बढ़ जाता है। खुद को एक्टिव और हेल्दी रखने के लिए गुनगुने पानी का सेवन करें।
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