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हाई प्रोटीन ब्रेकफास्ट है सत्तू का पराठा, जानिए इसके फायदे और इसे तैयार करने का तरीका

सोडियम, आयरन, प्रोटीन, फाइबर, मैंगनीज सहित अन्य पोषक तत्वों से भरपूर सत्तू पूर्वांचल और बिहार का सुपरफूड है। गर्मियों में सत्तू के सेवन से शरीर को इंस्टेंट एनर्जी मिलती है। चलिए आज सत्तू से बनाएं मजेदार पराठा।
Published On: 18 Apr 2023, 09:30 am IST
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शरीर को स्वस्थ रखने के लिए गर्मियों में करें सत्तू का सेवन। चित्र- शटर स्टॉक

गर्मियों के मौसम में शरीर को ठंडक पहुंचाने वाले व्यंजनों का ज्यादा से ज्यादा सेवन किया जाता है। ताकि बाहरी तपिश से बचाकर शरीर को तुरंत हाइड्रेट किया जा सके। गर्मी के दिनों इन दोनों आवश्यकताओं को पूरा करता है सत्तू। इसका संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। इसे एनर्जी के पावरहाउस के नाम से भी जाना जाता है। सत्तू की गुडनेस का लाभ लेने के लिए हमने एक शेफ से जाना पूर्वांचल के मशहूर सत्तू पराठा बनाने का तरीका।
सत्तू वास्वत में एक तरह का आटा है, जिसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन मौजूद होता है। इसका सेवन शरीर को ठंडा करने से शरीर को हीट से लड़ने और ठंडा रहने में मदद मिलती है। यही वजह है कि सत्तू अब भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में मशहूर हो रहा है।
सत्तू में है इतना पोषण

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सुपरफूड सत्तू में कई प्रकार पोषक तत्व होते हैं। जिसमें वसा, सोडियम,
पानी सहित अन्य तत्व शामिल हैं –

कैलोरी एनर्जी – 413 केलोरी
सोडियम – 158 ग्राम
वसा – 5 ग्राम
प्रोटीन – 25 ग्राम
पानी – 3 ग्राम
रेशा – 18 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट – 64 ग्राम
आयरन – 4 ग्राम आयरन
कैल्शियम – 15 ग्राम

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पेट के लिए लाभकारी है सत्तू का सेवन। चित्र- शटर स्टॉक

इससे पहले कि शेफ सुष्मिता मिश्रा सत्तू पराठा की रेसिपी साझा करें, सत्तू के सेहत लाभ भी जाने लेते हैं।

जानिए सत्तू के सेवन के फायदे

शेफ सुष्मिता बताती है कि सत्तू हमारे शरीर को कई तरीके से फायदा पहुंचा सकता है। सत्तू शरीर को ठंडा रखने के साथ पाचन को भी दुरूस्त करता है। साथ ही यह स्किन को हेल्दी बनाए रखता है, वजन घटाने में सहायक है, मसल्स को मजबूत करता है, ब्लउ प्रेशर कंट्रोल रखता है और डायबिटीज से भी बचाता है।

अब बनाते हैं सत्तू का पराठा
अभी तक आपने जाना सत्तू क्या है, सत्तू में पोषण कितना है, सत्तू के फायदे क्या हैं। अब हम आपको सत्तू की बेहतरीन डिश बनाना सिखाते हैं। अभी तक सत्तू का सेवन पेय पदार्थ के तौर पर किया जाता रहा है। इसके अलावा अन्य डिश भी बनाई जाती हैं। जिसमें सत्तू का पराठा एक है। यह पूर्वांचल और बिहार की लोकप्रिय डिश है।
यदि अभी तक आपने अपनी डाइट सत्तू को शामिल नहीं किया है, तो पराठे के साथ इसकी गुडनेस का लाभ ले सकती हैं।

सत्तू पराठा के लिए ये मटेरियल होगा जरूरी

सत्तू – 2 कप
गेहूं का आटा- 3 कप
अजवाइन आधा चम्मच
लहसुन कलिया – 5 पिसी
प्याज – दो बारीक कटे
अदरक- एक चम्मच घिसी हुई
अमचूर – एक चम्मच
हरी मिर्च- तीन कटी हुई
नींबू- एक चम्मच रस
हरी धनिया – एक चम्मच कटी हुई
नमक – स्वादानुसार
घी- दो चम्मच
तेल – आधा कटोरी

सबसे पहले आटा करते हैं तैयार

एक बड़ा थाल लें, उसमें गेहूं का आटा छान लें। इसके बाद उसमें घी और स्वादानुसार नमक डाल कर मिला लें। अब ऊपर से पानी डालकर गूंथ लें। आटा गूंथ जाने के बाद थोड़ी देर के लिए ढक कर रख दें।
अब एक कटोरी में सत्तू डालकर उसमें अदरक, लहसुन, कटा हुआ हरा धनिया, अजवाइन डालें। सभी को अच्छी तरीके से मिक्स कर लें। अब थोड़ा सा पानी डालकर इसे मिक्स करें।

सत्तू फाइबर से भरा होता है जो शरीर में बल्ड शुगर लेवल के स्तर को नियंत्रित करता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

इस तरह तैयार करें सत्तू का पराठा

ढक कर रखे हुए आटे को एक बार फिर से गूंथ लें। इस तर आटा और नर्म हो जाएगा। अब इसकी छोटी-छोटी लोई बनाएं।
इसके बाद लोई में कटोरी में तैयार किया गया मसाला भर लें और चारों ओर से बंद कर लें। अब लोई को हाथ से गोल घुमाएं और इसे बेल लें।
गैस ऑन करें इस पर नॉनस्टिक तवा रखें। धीमी आंच में तवा गर्म होने दें। गर्म होने के बाद तवे पर बेले गए पराठे को डाल दें, कुछ देर सेकें।
अब पलट कर दूसरी आरे सेकें। परांठे के गोल्डन ब्राउन होने तक सेकें। दही, प्याज और सॉस के साथ सत्तू का पराठा पराेसें और आनंद लें।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
सुमित कुमार द्विवेदी
सुमित कुमार द्विवेदी

कानपुर के नारायणा कॉलेज से मास कम्युनिकेशन करने के बाद से सुमित कुमार द्विवेदी हेल्थ, वेलनेस और पोषण संबंधी विषयों पर काम कर रहे हैं।

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