गर्मियों के मौसम में शरीर को ठंडक पहुंचाने वाले व्यंजनों का ज्यादा से ज्यादा सेवन किया जाता है। ताकि बाहरी तपिश से बचाकर शरीर को तुरंत हाइड्रेट किया जा सके। गर्मी के दिनों इन दोनों आवश्यकताओं को पूरा करता है सत्तू। इसका संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। इसे एनर्जी के पावरहाउस के नाम से भी जाना जाता है। सत्तू की गुडनेस का लाभ लेने के लिए हमने एक शेफ से जाना पूर्वांचल के मशहूर सत्तू पराठा बनाने का तरीका।
सत्तू वास्वत में एक तरह का आटा है, जिसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन मौजूद होता है। इसका सेवन शरीर को ठंडा करने से शरीर को हीट से लड़ने और ठंडा रहने में मदद मिलती है। यही वजह है कि सत्तू अब भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में मशहूर हो रहा है।
सत्तू में है इतना पोषण
कैलोरी एनर्जी – 413 केलोरी
सोडियम – 158 ग्राम
वसा – 5 ग्राम
प्रोटीन – 25 ग्राम
पानी – 3 ग्राम
रेशा – 18 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट – 64 ग्राम
आयरन – 4 ग्राम आयरन
कैल्शियम – 15 ग्राम
शेफ सुष्मिता बताती है कि सत्तू हमारे शरीर को कई तरीके से फायदा पहुंचा सकता है। सत्तू शरीर को ठंडा रखने के साथ पाचन को भी दुरूस्त करता है। साथ ही यह स्किन को हेल्दी बनाए रखता है, वजन घटाने में सहायक है, मसल्स को मजबूत करता है, ब्लउ प्रेशर कंट्रोल रखता है और डायबिटीज से भी बचाता है।
एक बड़ा थाल लें, उसमें गेहूं का आटा छान लें। इसके बाद उसमें घी और स्वादानुसार नमक डाल कर मिला लें। अब ऊपर से पानी डालकर गूंथ लें। आटा गूंथ जाने के बाद थोड़ी देर के लिए ढक कर रख दें।
अब एक कटोरी में सत्तू डालकर उसमें अदरक, लहसुन, कटा हुआ हरा धनिया, अजवाइन डालें। सभी को अच्छी तरीके से मिक्स कर लें। अब थोड़ा सा पानी डालकर इसे मिक्स करें।
ढक कर रखे हुए आटे को एक बार फिर से गूंथ लें। इस तर आटा और नर्म हो जाएगा। अब इसकी छोटी-छोटी लोई बनाएं।
इसके बाद लोई में कटोरी में तैयार किया गया मसाला भर लें और चारों ओर से बंद कर लें। अब लोई को हाथ से गोल घुमाएं और इसे बेल लें।
गैस ऑन करें इस पर नॉनस्टिक तवा रखें। धीमी आंच में तवा गर्म होने दें। गर्म होने के बाद तवे पर बेले गए पराठे को डाल दें, कुछ देर सेकें।
अब पलट कर दूसरी आरे सेकें। परांठे के गोल्डन ब्राउन होने तक सेकें। दही, प्याज और सॉस के साथ सत्तू का पराठा पराेसें और आनंद लें।