मेरी दीदी आजकल प्रेगनेंट हैं। और खाने को लेकर उनका व्यवहार कभी-कभी बहुत अजीब हो जाता है। हालांकि मम्मी इसे बहुत सामान्य मानती हैं। पर इस बार जब दीदी ने ऑनलाइन शॉपिंग में ईटिंग चॉक मंगवाई तो मम्मी ने उन्हें अच्छी-खासी डांट लगा दी। और साथ में मुझे भी क्योंकि ये ऑर्डर दीदी के कहने पर मैंने ही किया था।
असल में ऑनलाइन शॉपिंग मेरे लिए कभी-कभी टाइम पास करने का बेस्ट ऑप्शन है। कुछ दिन पहले जब यूं ही सर्च करते-करते मैंने ‘ईटिंग चॉक’ देखी, तो दीदी को बताया। और दीदी की क्रेविंग के तो क्या कहने। वे इसे खाने के लिए मचलने लगीं। मैं भी हैरान थी कि क्या चॉक खाया जा सकता है! हालांकि मैंने सुना है कि बचपन में कुछ बच्चे चॉक खाते हैं। पर क्या ये इतनी लोकप्रिय चीज है कि ऑनलाइन शॉपिंग में उपलब्ध है?
ऐसी बातें अभी तक मैंने सिर्फ सुनी थीं। तभी मैं अपनी जिज्ञासा लेकर मम्मी के पास गई। तब मम्मी ने अपनी नाराजगी का कारण बताया कि यह मां और बच्चे दोनों की सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
चाक या सलेटी कैल्शियम कार्बोनेट से बनाई जाती है और जब शरीर में कैल्शियम और आयरन की कमी होती है, तो व्यक्ति, न चाहते हुए भी चॉक की तरफ आकर्षित होता है। इसके साथ ही, जो लोग चॉक खाते हैं और यदि उनका मन रॉ स्टार्च, मिट्टी, बर्फ या ऐसी ही अन्य चीजें खाने करता है, तो वे पिका (Pica) नामक डिसऑर्डर से ग्रसित होते हैं।
यह एक ईटिंग डिसऑर्डर है और ओब्सेस्सिव-कॉम्पलसिव बिहेवियर, कुपोषण और गर्भावस्था से जुड़ा हुआ है।
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन के 2015 के एक अध्ययन के अनुसार तकरीबन 6000 पिका रोगियों के शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं और जिंक की कमी होती है। इसके साथ ही, जिन लोगों को एंग्जायटी और OCD होती हैं वे चॉक खाना पसंद करते हैं क्योंकि यह उनकी क्रेविंग्स को शांत करती है।
हालांकि, चॉक में किसी तरह के टोक्सिंस या ज़हर नहीं होता, लेकिन इसे खाना आपकी सेहत के लिए काफी हानिकारक साबित हो सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं, ये आपके इंटरनल ऑर्गन को भी नुकसान पहुंचा सकती है।
1. अगर आप रोजाना बार-बार चॉक खाती हैं, तो इससे आपके पेट में सोडियम सिलिकेट के कण जमा होने लगते हैं, जिससे किडनी में पथरी बन सकती है।
2. लंबे वक्त तक चॉक खाने से मुंह में घाव हो सकते हैं या आपके दांत झड़ सकते हैं और कैविटी का खतरा भी बढ़ सकता है।
3. चॉक खाने से धीरे-धीरे भूख खत्म होने लगती है, क्योंकि मस्तिष्क इसे भोजन के तौर पर ग्रहण करना सीख जाता है। इसे खाने की वजह से अन्य भोजन सही से नहीं पच पाता है और कमज़ोरी आने लगती है।
4. चॉक खाने से बच्चों के मानसिक विकास में बाधा उत्पन्न हो सकती है और वयस्कों का दिमागी संतुलन बिगड़ सकता है।
5. लंबे वक़्त तक चॉक खाने से शरीर भोजन से पोषक तत्व निकालना बंद कर देता है, जिससे शरीर में आयरन और विटामिन्स की कमी होने लगती है।
6. लंबे वक़्त तक इसे खाने से शरीर में जहर भी फैल सकता है और पैरासाइट जन्म ले सकते हैं।
डॉक्टर्स के मुताबिक चॉक खाना शरीर में कैल्शियम, आयरन, जिंक और खून की कमी को दर्शाता है, जिसे ठीक किया जाना बेहद ज़रूरी है।
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