हर रोज कोविड अपडेट पढ़ते हुए मैं अकसर तनाव में आ जाती हूं। मैंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट का उपयोग लोगों की मदद करने के लिए भी किया। फिर भी मैं अपने आप को रिलैक्स महसूस नहीं करवा रही हूं। मम्मी ने जब मुझे देर रात तक नींद के लिए परेशान होते देखा तो उन्होंने मुझे कुछ देर संगीत सुनने की सलाह दी। यकीन मानिए इसने काम किया।
इंटेल इंटरनेशनल साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर ने शोध किया। इस शोध में करीब 1500 बच्चों पर अलग-अलग तरह के संगीत के प्रभाव को टेस्ट किया गया। शोध में आया कि जिन बच्चों ने शास्त्रीय संगीत को सुना उन बच्चों के शरीर में श्वेत रक्त कणिकाओं की संख्या अधिक पाई गई। साथ ही संगीत सुनकर वे तनाव मुक्त महसूस कर रहे थे।
एक अध्ययन के अनुसार अपनी पसंद का संगीत सुनना मस्तिष्क के लिए एक व्यायाम है। जब हम संगीत सुनते हैं, तो हमारा दिमाग डोपामाइन रिलीज करता है। ये एक हैप्पी हार्मोन होता है जो हमें खुश रखता है। जर्मनी के प्रो. माइकल स्कल्टे मार्कवर्ट के अनुसार संगीत बच्चों को शांत बनाने के अलावा उनमें बुद्धि का विकास भी करता है।
संगीत सकारात्मक आत्म छवि का निर्माण करता है और हमारे शरीर और मन को स्वस्थ रखता है। अक्सर आपने देखा होगा कि रोते हुए बच्चे मधुर संगीत को सुनकर चुप हो जाते हैं। जिससे साबित होता है कि संगीत हमारे मन को सकारात्मक ऊर्जा देता है।
संगीत से क्रोध, जलन, शोक जैसे भाव दूर हो जाते हैं और संगीत सुनने से जीवन जीने की इच्छा बढ़ जाती है। संगीत आपकी मन स्थिति को ठीक करने के साथ आपके जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार लाता है।
अगर आपको दिल से संबंधित कोई बीमारी है, तो आपको संगीत सुनना चाहिए। एक अध्ययन के अनुसार जब आप अपनी पंसद का संगीत सुुनते हैं, तो आपके दिमाग से एंडोर्फिन नाम का हार्मोन निकलता है, जो दिल से जुड़ी सारी बीमारियों से राहत दिलाता है।
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