Breast cancer awareness month : मेरी मम्मी कहती हैं ब्रेस्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद है बेबी को फीड करवाना
मेरी दीदी अभी हाल ही में मां बनी हैं। और मम्मी जब उनसे मिलने पहुंची, तो उन्होंने सबसे पहले उनसे उनकी ब्रेस्टफीडिंग के बारे में पूछा। हालांकि दीदी के लिए यह असहज था। पर मम्मी ने उन्हें कुछ ऐसे तरीके बताए जिससे वे अब आराम से अपने बेबी को फीड करवा पा रहीं हैं। मम्मी का कहना है कि यह बेबी के लिए तो हेल्दी है ही, मां की ब्रेस्ट हेल्थ के लिए भी बहुत फायदेमंद है। जानना चाहती हैं कैसे? तो आइए मैं आपको बताती हूं।
स्तनपान और ब्रेस्ट हेल्थ
मम्मी का कहना है कि स्तनपान मां के लिए भी फायदेमंद है। इससे ब्रेस्ट हेल्थ को कई लाभ होते हैं। सेंटर फॉर डीजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centre for Disease Control and Prevention) का भी यही कहना है कि ब्रेस्टफीडिंग मां और बच्चे दोनों को कई बीमारियों से बचा सकती है।
क्लीवलैंड क्लीनिक के अनुसार ब्रेस्टफीडिंग आपको कई बीमारियों से बचाती है
- स्तन कैंसर का जोखिम कम करती है
- ओवरियन कैंसर का रिस्क भी कम होता है
- रूमेटोइड गठिया और ल्यूपस का कम जोखिम
- लो एंडोमेट्रियोसिस
- मोटापे से बचाता है
- उम्र के साथ कम ऑस्टियोपोरोसिस
- लो डायबिटीज
- ब्लड प्रैशर को कम करे
- हृदय रोग से बचाव
जानिए नई मां के लिए कैसे फायदेमंद है स्तनपान कराना
1. जन्म के बाद तेजी से वजन घटाने में मददगार
ऐसा देखा गया है कि बच्चे को स्तनपान कराने से, प्रेगनेंसी के बाद मां को वज़न कम करने में मदद मिलती हैं। ब्रेस्टफीडिंग से आप एक दिन में लगभग 500 अतिरिक्त कैलोरी (Calories) बर्न कर सकती हैं।
2. गर्भाशय को वापस शेप में लाने में सहायक
स्तनपान कराने में मां के शरीर में ऑक्सीटोसिन (Oxytocin) हार्मोन रेलीज होता है, जिसे हैप्पी हार्मोन के नाम से भी जाना जाता है। यह गर्भाशय को सिकुड़ने और सामान्य आकार में लौटने के लिए उत्तेजित करता है।
3. ब्लीडिंग को कम करे
बच्चा पैदा करने के बाद भारी मात्रा में रक्तस्राव (Bleeding) होता है। यह कभी – कभी शरीर में एनीमिया का कारण भी बन सकता है। मगर, जो माएं अपने शिशुओं को अच्छे से ब्रेस्टफीड कराती उनमें ब्लीडिंग औरों के बजाय कम होती है।
4. यूटीआई से बचाव करे
प्रेगनेंसी के बाद यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फ़ैकशन (Urinary Tract Infection) का जोखिम भी बढ़ने लगता है। ऐसे में स्तनपान करवाना मां के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
5. प्रसवोत्तर अवसाद के जोखिम को कम करे
स्तनपान प्रसवोत्तर अवसाद (Postpartum Depression) के जोखिम को कम करता है और अधिक सकारात्मक मनोदशा को बढ़ावा देता है। साथ ही, यह आपको अपने नवजात शिशु के साथ एक नए बंधन में बंधने में भी मदद करता है।
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