जब बात हो एक्ने की, तो चंदन पाउडर से बेहतर कोई उपाय नहीं है। मुझे मम्मी के इस नुस्खे पर तब यकीन हुआ जब मैंने खुद इसे इस्तेमाल किया और फर्क देखा।
लॉकडाउन से पहले एक बार हम वृंदावन गए थे, जहां पंडित जी ने मेरे माथे पर चंदन का टीका लगाया। मैंने पाया कि आधे घण्टे के अंदर टीके के आसपास के मुंहासे सूख गए थे। यही नहीं, उन मुहासों की रेेडनेस में भी कमी आयी थी। मम्मी की हिदायत इतनी असरदार होगी मैंने सोचा भी नहीं था।
वैसे एक बात तो हम सबको मान लेनी चाहिए कि मां के पास डॉक्टर की डिग्री भले न हो, उनके सभी नुस्खे सौ प्रतिशत कारगर होते हैं।
तो आखिरकार मैंने मम्मी की बात मानकर चंदन पाउडर खरीद लिया, और रोज़ रात को सोने से पहले इसका पेस्ट लगाने का भी निश्चय किया।
मेरे पूरे चेहरे पर एकदम लाल मुंहासे थे, एक खत्म नहीं होता था चार और निकल आते थे। इसका कारण थी मेरी सुपर ऑयली स्किन।
मैंने हर रात सोने से पहले चंदन पाउडर चेहरे पर लगाने का अपना नियम बना लिया। यह रूटीन बड़ा सिंपल था। बस चंदन पाउडर में पानी मिलाकर पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाना है, और सूखने के बाद ठंडे पानी से धो लेना है।
शुरुआत में तो मुझे इस नुस्खे पर कोई भरोसा नहीं था, लेकिन रात को काम से थक कर आने पर चंदन जो राहत देता था, उसके लिए मैं रोज़ चंदन का लेप लगाने लगी। चंदन ठंडक पहुंचाता है यह तो हम सभी जानते हैं, तो मेरे मुंहासों पर भी ठंडक का असर था कि उनकी लालामी कम हो रही थी।
एक हफ्ते में चंदन ने मुझे वो परिणाम दिए जिनकी मैं उम्मीद भी नहीं कर रही थी। मेरे चेहरे के पोर्स में तेल और गन्दगी होने के कारण पिम्पल्स हो रहे थे, लेकिन चंदन लगाने से मेरे पोर्स में तेल बनना कम हुआ। एक महीने में ही मेरे सारे पिम्पल्स खत्म हो गए, और चेहरा बिल्कुल साफ हो गया।
लेटर्स इन एप्लाइड माइक्रोबायोलॉजी नामक जर्नल के प्रकाशित एक रिसर्च आर्टिकल के अनुसार चंदन में एंटीमाइक्रोबियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। इसलिए चंदन एक्ने और पिम्पल खत्म करता है, लेकिन त्वचा पर हार्श नहीं होता।
इसके साथ ही चंदन की खुशबू से हमारी स्किन के ओल्फक्टरी रिसेप्टर्स खुल जाते हैं जिससे सेल्स ग्रोथ बढ़ जाती है।
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कस्टमाइज़ करेंप्योर चंदन इस्तेमाल करना बहुत ज़रूरी है। चंदन की इतनी उपयोगिता के कारण बाजार में चंदन के नाम पर नकली प्रोडक्ट की भरमार है। घिसने वाली चंदन की लकड़ी सबसे बेहतर है, लेकिन सबसे रेयर भी। चंदन पाउडर किसी ऑर्थेंटिक ब्रांड से ही खरीदें। असली चंदन पहचानने के लिए बस चंदन की महक का इस्तेमाल करें। सौंधी और मीठी सी खुशबू का मतलब है चंदन असली है, क्योंकि नकली चंदन में चंदन की खुशबू स्ट्रॉन्ग आएगी।
तो आप भी अपनी स्किन के लिए चंदन का इस्तेमाल शुरू कर दें, और हां, चंदन खरीदते वक़्त थोड़ा सावधान ज़रूर रहें।