मुलेठी एक प्रकार के पौधे का जड़ है, जिसे इसके औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। आयुर्वेद में सालों से इसका इस्तेमाल सेहत संबंधी तमाम समस्याओं के इलाज के लिए होता चला आ रहा है। मुलेठी को विश्व के पुराने हर्बल रेमेडीज में से एक माना जाता है। इसमें कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व और प्रॉपर्टी पाई जाती हैं, जो सेहत संबंधी तमाम समस्याओं का एक बेहतरीन उपाय है। यह छोटे बच्चों में होने वाले सर्दी-खांसी की समस्या से लेकर बड़ों के छाती में जमें कफ से छुटकारा पाने में मदद करता है।
आप इसे चाय, पाउडर और काढ़े के रूप में इस्तेमाल कर सकती हैं। तो चलिए हेल्थ शॉट्स के साथ जानते हैं मुलेठी किस तरह सेहत के लिए फायदेमंद है (Mulethi benefits in hindi), साथ ही जानेंगे इसे इस्तेमाल करने का सही तरीका।
मुलेठी एक प्रकार का जड़ है जिसमें मौजूद एंजाइम मैक्रोफेज और लिम्फोसाइट्स जेनेरेट करता है, यह दोनों इम्युनिटी बूस्ट करने में मदद करते हैं। साथ ही संक्रमण पैदा करने वाले सूक्ष्म जीवों और एलर्जेंस से शरीर को प्रोटेक्ट करते हैं।
उचित परिणाम के लिए मुलेठी की चाय को अपनी नियमित डाइट में शामिल करें। यह इम्युनिटी को मजबूत बनाता है और आपके शरीर को संक्रमण और बैक्टीरिया से सुरक्षा प्रदान करता है। मुलेठी में कैंसर रोधी गुण पाए जाते हैं। साथ ही इसके कंपाउंड त्वचा और स्तन में कैंसर सेल्स के विकास को धीमा कर देते हैं।
मुलेठी पाचन क्रिया के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसका नियमित सेवन पाचन तंत्र में गैस बनने से रोकता है साथ ही इन्फ्लेमेशन और ब्लोटिंग को कम करने में मदद करता है। मुलेठी पाउडर और चूर्ण का सेवन भूख बढ़ाने में मदद करता है, जिससे अपच की समस्या दूर होती है।
मुलेठी में भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है इसलिए यह कब्ज की समस्या के लिए एक अचूक उपाय है। मुलेठी आपके शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ा देती है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार मुलेठी में एंटीवायरल, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। यह सभी गुण इसे एक्जिमा, एटोपिक डर्माटाइटिस और मुहांसो जैसी त्वचा संबंधी समस्यायों का एक उचित उपचार बनती हैं। इसके अलावा, इसमें यूवी अवरोधक एंजाइम होते हैं, जो त्वचा को सूरज की किरणों से होने वाली क्षति से बचाते हैं।
मुलेठी पाउडर का सेवन या इसे त्वचा पर टोपिकली अप्लाई करने से त्वचा पर हुए दाग-धब्बों के निशान काफी हद तक कम हो जाते हैं। यह स्किन को ग्लोइंग बनाता है और त्वचा के टेक्सचर और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करता है।
कई भारतीय शास्त्रीय गायक मुलेठी का सेवन करते हैं। पब मेड सेंट्रल के अनुसार मुलेठी में एंटी-अस्थमैटिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबायोटिक गुण मौजूद होते हैं। यह सभी गुण आवाज को बेहतर बनाते हैं और गले को आराम पहुंचाते हैं। सर्दी-खांसी, गले की खराश, फ्लू जैसे संक्रमण में मुलेठी प्रभावी रूप से काम करती है। साथ ही ब्रोन्कियल नलियों में हुए सूजन से निपटने में भी असरदार होती है।
माइक्रोब्स म्यूकस लाइनिंग बनाते हैं जिससे खांसी और जुकाम होता है। इस स्थिति में मुलेठी इन माइक्रोब्स को साफ करते हुए, बलगम, खांसी और अन्य सामान्य श्वसन संक्रमण को रोकती है और शरीर को सभी प्रकार के संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार करती है।
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कस्टमाइज़ करेंमुलेठी पाउडर को दूध या गुलाब जल में मिला कर त्वचा पर अप्लाई कर सकती हैं। यह मुंहासे को कम करता है और मुंहासो के निशान को हल्का कर देता है। बच्चों को एक चम्मच मुलेठी पाउडर को एक चम्मच शहद के साथ मिला कर खिलाएं यह सर्दी-खांसी का एक बेहतरीन उपाय है।
मुलेठी की चाय गले को डिटॉक्सिफाई करती है और वेट लॉस जर्नी को आसान बना देती है। मुलेठी की जड़ का एक छोटा टुकड़ा, पानी और कद्दूकस किया हुआ अदरक लें। मुलेठी और अदरक को पानी में डालें और इस मिश्रण को लगभग पांच मिनट तक उबलने दें। आप चाहें तो इसमें दूध और चीनी मिला सकती हैं या इस मिश्रण को ऐसे ही पियें।
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मुलेठी के फायदे पाने का सबसे आसान तरीका है इसकी डंडियों को चबाना। यह जमे कफ को बाहर निकालता है और जुकाम खांसी से छुटकारा पाने में मदद करता है।
मुलेठी से बने इस आयुर्वेदिक काढ़े में तुलसी, गिलोय, हल्दी और अन्य आयुर्वेदिक तत्व मिले होते हैं। उचित परिणाम के लिए एक दिन बिच कर के इन्हे पियें।
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