पेट में जब दर्द और ऐंठन होती है तो ऐसा लगता है कि जैसे पेट के अंदर भूचाल आ गया है। कभी खाने के कारण हुई अपच तो कभी पीरियड्स में अकसर इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है।
जब पेट का यह दर्द मेरा हाल बेहाल कर देता है, तो मैंने हर वो चीज ट्राय की, जिसके बारे में कभी सोचा भी था। किचन में जो भी मिल सकता था, मैंने सब ट्राय किया- नींबू पानी बनाकर पिया, जीरा और नमक की फंकी मारी, सिर्फ इतना ही नहीं, मैंने अलग-अलग पॉजीशन में सोने की कोशिश भी की।
कुछ घंटे इसी तरह दर्द से परेशान रहने के बाद मैंने बिस्तहर पर ही कुछ योगासन करने की कोशिश की ताकि पेट दर्द से छुटकारा मिल सके। पर असर बहुत स्लो था, जिसने सचमुच मुझे पागल बना दिया था। मैं दर्द से तड़प रही थी तभी मेरी मम्मी मेरे पास आईं। मुझे देखकर वे काफी परेशान हो गईं।
वे थोड़ी सी परेशान पर एक हल्की सी मुस्कान लिए रसोई में चली गईं। और लौटते समय उनके हाथ में पिपरमेंट टी का कप था।
उसकी सुगंध से ही मेरे सेंसेस कूल होने लगे। जैसे ही मैंने कप को हाथ में पकड़ा, मम्मी ने कहा कि मैं इसे धीरे-धीरे सिप करूं। मैंने इसे पीना शुरू किया और कुछ मिनटों के अंदर ही मुझे आराम आने लगा और मैं आराम से सो गयी। कुछ घंटों के बाद जब मैं उठी तो मैंने महसूस किया कि मेरे पेट का दर्द गायब हो गया था।
पेट हमारे शरीर का सबसे सक्रिय अंग है। पाचन तंत्र में यह एक महत्व पूर्ण भूमिका होने के कारण हमें इसका ख्याल रखना बहुत जरूरी है। किसी को भी अपच की समस्या कब होती है? हमारे शरीर में कई वजहों से बदहजमी हो सकती हैं, जैसे – तनाव, मसालेदार भोजन या फिर बीमारी। जबकि कई अन्य वजहों से भी उल्टी आने, सूजन, पेट में ऐंठन और ब्लॉटिंग की समस्या हो सकती है।
मिंट यानी पुदीना इन समस्याओं से निजात पाने का सबसे आसान तरीका है।
पुदीना को दर्द से परेशान पेट को आराम देने और अनहेल्दी डायट के कारण डायजेस्टिव मसल्स में आए संकुचन से राहत देने के लिए जाना जाता है। जबकि पीरियड्स के दर्द में भी मिंट यानी पुदीना खाने से राहत मिलती है।
पेट में जब कैल्शियम आयन्स बढ़ जाते हैं तो उससे पेट में ऐंठन होने लगती है। पुदीना पेट को शांत कर इन कैल्शियम आयन्स की बढ़ोतरी को रोकता है। यह पाचन तंत्र में शामिल मांसपेशियों को आराम देता है। इस तरह ये पेट की ऐंठन, सूजन और ब्लोटिंग में आराम दिलाता है।
पुदीना पेट और अपच को प्रभावी ढंग से राहत देने के लिए भी जाना जाता है। पर वास्तहव में अपच यानी बदहजमी है क्या? जब भोजन पाचन तंत्र के बाकी हिस्सों में जाने से पहले बहुत देर तक पेट में बैठा रहता है, तो इसे अपच कहा जाता है।
यूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा किए गए एक अध्ययन में, यह पाया गया कि पुदीने से गैस्ट्रिक की समस्यां से निजात मिलती है। यह भी देखा गया कि पिपरमेंट ऑयल से खाना बहुत जल्दी् डायजेस्टिव ट्रैक्स से पास हो जाता है।
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कस्टमाइज़ करेंयूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा किए गए एक अन्य अध्ययन में यह पाया गया कि पुदीने के तेल और काला जीरा के तेल के कॉम्बीनेशन से बने कैप्सूल भी उसी तरह से प्रभावकारी हैं, जिस तरह से अपच में दी जाने वाली दवाएं।
पुदीना को आप चाय, चटनी, सलाद, रायता और डेसर्ट में बहुत आराम से यूज कर सकते हैं। पुदीना इरिटेबल बाउल सिंड्रोम में भी काफी राहत देता है। यह पाचन से जुड़ी सामान्य समस्यामओं जैसे पेट दर्द, गैस, सूजन और बाउल हेबिट्स में परिवर्तन के लक्षणों से भी राहत दिलाता है।
यूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा किए गए एक अध्ययन में, यह पाया गया कि पिपरमेंट टी में मेन्थॉल नामक एक यौगिक पाचन तंत्र की मांसपेशियों को आराम दिलाता है, जिससे इरिटेटिंग बाउल सिंड्रोम में आराम मिलता है।
तो, अपने पेट की परेशानियों से निजात पाने के लिए अपने आहार में इन मज़ेदार हरी पत्तियों को शामिल कीजिए।