आधी रात थी जब मुझे एहसास हुआ कि मैं अपने ऑफिस प्रोजेक्ट पर काम करते हुए घंटों बीत गए हैं। इतने लंबे समय तक अपने लैपटॉप स्क्रीन को लगातार घूरते रहने के बाद मुझे अपनी आँखों में तेज जलन महसूस होने लगी थी। तब मैंने अपने लैपटॉप को बंद कर दिया। लाइट ऑफ की और मैं बिस्तर पर सोने चली गई। उस समय भी मैंने महसूस किया कि मेरी आंखें (tired eyes) परेशान हैं।
अगले दिन, पापा ने मुझे अपने कमरे में बुलाया। उनके पास कोई मेडिकल बिल था, जिसे वे पढ़ नहीं पा रहे थे। मुझे इसके हिसाब में उनकी मदद करनी थी। पर जैसे ही मैंने बिल को देखा, तो उसके नंबर और शब्द मुझे धुंधले दिखाई देने लगे। मैं किसी पर भी फोकस नहीं कर पा रही थी। और इससे मैं इतनी परेशान हो गई कि चीख पड़ी।
मैंने तुरंत अपनी आंखों को धोया और उनमें डॉक्टर की बताई आई ड्रॉप्स डालीं। इसके बावजूद ज्यादा फर्क नहीं पड़ा। मैंने तुरंत आई स्पेशलिस्ट के साथ एक अपॉइंटमेंट फिक्स करने का फैसला किया। उन्होंने मेरी आंखों की जांच करने के बाद कहा कि मुझे अब चश्मा लगाना शुरू कर देना चाहिए।
मैं कुर्सी पर पसर गई और अपने चेहरे के उदास भावों के साथ उन्हेंर देखने लगी। तब मम्मी ने मेरा हौसला बढ़ाया और कहा कि पहले मैं उनकी जादुई औषधि ट्राय करूं। बाद में किसी कंप्यूटर-शंप्यूटर को दोष दूं।
यह 10 काली मिर्च को पीसकर तैयार किया गया पाउडर था। इसमें एक चम्मच घी के साथ आधा चम्मच मिश्री मिलायी गयी थी। मुझे इसका स्वाद थोड़ा अजीब लग रहा था, पर मैंने इसे एक साल तक जारी रखा। साथ ही हेल्दी डाइट को मेंटेन किया और स्क्रीन पर अपने समय को थोड़ा सीमित किया। और मैंने महसूस किया कि मेरी आंखों की रोशनी अब पहले से बेहतर हो रही है।
कौन जानता था कि आम तौर पर हमारे खाने की मेज पर पाए जाने वाले सबसे आम खाद्य पदार्थों में से एक हमारी दृष्टि में सुधार करने में हमारी मदद कर सकता है? काली मिर्च अपने चटपटे स्वाद और मनभावन सुगंध के लिए प्रसिद्ध मसाला है।
काली मिर्च पोटेशियम का एक समृद्ध स्रोत है। जब हमारा शरीर में पोटेशियम का स्तर कम हो जाता है, तो यह हमारी नजर कमजोर होने लगती है। आयुर्वेद के अनुसार, अगर समय रहते काली मिर्च का सही सेवन किया जाए तो हमारी आई साइट में सुधार हो सकता है।
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कस्टमाइज़ करेंपोटेशियम के स्तर को संतुलित करने के साथ, यह हमारे द्वारा खाए जाने वाले भोजन से प्राप्त मूल्यवान पोषक तत्वों के अवशोषण में भी मदद करती है। आंखों के स्वास्थ्य के लिए बीटा-कैरोटीन, सेलेनियम, करक्यूमिन और बी-विटामिन जैसे पोषक तत्व बहुत फायदेमंद हैं।
काली मिर्च में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण आंखों और शरीर के अन्य हिस्सों में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसमें जीवाणुरोधी और प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले गुण भी होते हैं। जो स्वस्थ आंखों के साथ-साथ मजबूत दृष्टि रखने में मदद करते हैं।
हर मूल्यवान तत्व की तरह, काली मिर्च का अधिक मात्रा में सेवन नहीं किया जाना चाहिए। हालांकि काली मिर्च का उपयोग दवाओं को बनाने के लिए बरसों से किया जाता रहा है। पर अगर इसका इस्तेेमाल ठीक से न किया जाए तो इसके गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं। इसलिए, आपको ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे पेट में गंभीर जलन हो सकती है।
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