scorecardresearch

ट्रिमिंग दिला सकती है हेयर प्रोब्लम्स से छुटकारा, मानसून में याद रखें ये 5 हेयर केयर टिप्स 

बारिश के मौसम में बालों को विशेष देखभाल की जरूरत पड़ती है। यहां हैं 5 उपाय, जिनसे आपके बालों की कई समस्याएं दूर हाे सकती हैं। 
Published On: 3 Aug 2022, 05:05 pm IST
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
hair trim ke fayde
निश्चित अंतराल पर बालों की ट्रिमिंग कराने सेे दो मुंहे बाल की समस्या समाप्त हो जाती है। चित्र: शटरस्टॉक

बारिश के मौसम का 1 महीने से ज्यादा समय बीत चुका है। बारिश वातावरण में ठंडक तो जरूर लाती है, लेकिन साथ में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं भी लेकर आती है। खासकर बालों में, इस मौसम में बाल झड़ना (Hair fall) सबसे आम है। इसके अलावा खुजली, ड्रायनेस और डैंड्रफ की समस्या भी हो सकती है। मां कहती है कि बारिश में बालों को विशेष देखभाल की जरूरत पड़ती है। इन समस्याओं से निजात केमिकल सेे नहीं, बल्कि प्राकृतिक तरीकों से मिलती है। आइए जानते हैं मां के पिटारे के वे नुस्खे, जो मानसून में होने वाली बालों की समस्याओं से निजात दिलाएंगे। 

मां कहती है कि हम बारिश में बालों को लेकर लापरवाह हो जाते हैं। उनकी अच्छी तरह से देखभाल नहीं हो पाती है। पोषण की कमी के कारण ये टूटने और झड़ने लगते हैं। यहां हैं 5 होम रेमेडीज, जिनसे बालों की सही देखभाल हो सकती है। 

1 बालों की ट्रिमिंग है सबसे जरूरी

इस मौसम के दौरान बालों के साथ जो सबसे बड़ी गलती की जाती है, वह है बालों को पर्याप्त रूप से ट्रिम नहीं करना। बालों को ट्रिम करना बेहद जरूरी है। जैसे-जैसे मौसम में बदलाव होता है, वैसे-वैसे हमारे बालों की देखभाल की दिनचर्या और जीवनशैली में भी बदलाव की जरूरत होती है। 

ट्रिमिंग नहीं कराने पर टिप के पास बाल दो मुंहें होने लगते हैं, जिससे हेयर ग्रोथ रुक जाती है। संभव है कि आपको लंबे बाल पसंद हों, लेकिन इन्हें हेल्दी रखने और सही शेप देने के लिए नियमित ट्रिमिंग की जरूरत पड़ती है। कम से कम हर 6 सप्ताह में बालों की ट्रिमिंग करानी चाहिए। समय पर बालों को ट्रिम करने से बालों की ग्रोथ और क्वालिटी दोनों में सुधार होता है।

2  सप्ताह में 2 बार लगाएं बालों में तेल

बालों की सही देखभाल के रूप में हमेशा यह प्रश्न उठता है कि हेयर ऑयलिंग करें या नहीं। कुछ एक्सपर्ट मानते हैं कि बालों काे तेल नमी प्रदान करता है और कुछ लोग मानते हैं कि तेल बालों पर एक परत बना सकता है, जो पानी में घुलनशील नहीं होती है, इसलिए बाल साफ नहीं रह पाते हैं। 

जबकि मां का मानना है कि बालों पर ही नहीं, बल्कि स्कैल्प पर भी हल्के हाथों से तेल की मालिश करनी चाहिए। सप्ताह में कम से कम 2 बार हेयर ऑयलिंग करनी चाहिए।

बालों मे मालिश करना है बहुत जरूरी। चित्र सौजन्य: शटरस्टॉक
सप्ताह में 2 दिन बालों में तेल लगाएं। चित्र: शटरस्टॉक

ऑयलिंग से न सिर्फ सूर्य की हानिकारक किरणों, केमिकल्स आदि से बालों का बचाव होता है, बल्कि बाल जड़ से मजबूत भी होते हैं।

3 शैंपू की बजाय चुनें प्राकृतिक सामग्री 

अपने बालों को हानिकारक केमिकल से बचाना चाहती हैं, हेयर वॉल्यूम और स्कैल्प में नैचुरल ऑयल प्रोडक्शन चाहती हैं, तो महीने में 1-2 दिन नेचुरल इनग्रीडिएंट से बालों की सफाई करें। एलोवेरा, शिकाकाई, आंवला, दही, नींबू का रस, रागी के आटे जैसे कई प्राकृतिक उत्पाद हैं, जिनसे आप बालों की सफाई कर सकती हैं। इससे न सिर्फ बाल चमकीले होते हैं, बल्कि घने और मजबूत भी होते हैं।

4 ड्रायर की बजाय नेचुरल तरीके से सुखाएं बाल

बारिश के मौसम में अक्सर हम बाल सुखाने के लिए ड्रायर का प्रयोग करते हैं। इससे बाल कमजोर और रूखे हो जाते हैं। फिर बेजान बाल टूटने-झड़ने लगते हैं। जहां तक संभव हो बालों को सुखाने के लिए ड्रायर का प्रयोग न करें। बालों को नेचुरल तरीकों से सूखने दें।

hair care mistakes
ज्यादा हेयर ड्रायर का इस्तेमाल बालों को रूखा और बेजान बना सकता है। चित्र: शटरस्टॉक

5 स्कैल्प की हो सही देखभाल

अक्सर हम बालों की देखभाल के लिए कंडीशनर का प्रयोग करते हैं, पर कंडीशनर स्कैल्प को नुकसान पहुंचाता है। इससे फंगल इंफेक्शन, स्किन इंफेक्शन, डेड स्किन सेल्स बनने की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है। स्कैल्प की सही देखभाल के लिए बालों की सफाई, मालिश और आहार भी मुख्य भूमिका निभाते हैं।

किसी भी प्रकार के हेयर मास्क या तेल का प्रयोग स्कैल्प पर भी करना चाहिए। हल्के हाथों से धीरे-धीरे स्कैल्प की मसाज करें। साथ ही, विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन से भरपूर भोजन को अपने आहार का हिस्सा बनाएं।

यह भी पढ़ें:-रात में सोने से पहले चेहरा साफ करना है जरूरी, यहां जानिए सही तरीका

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
लेखक के बारे में
स्मिता सिंह
स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।

अगला लेख