गोटू कोला को सेंटेला एशियाटिका (सी एशियाटिका) के नाम से भी जाना जाता है। गोटू कोला दक्षिणी एशिया में मूल रूप से पाया जाता है। हालाँकि, यह दुनिया के अन्य हिस्सों में भी पाया जाता है, जैसे कि मैक्सिको, दक्षिण अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका। गोटू कोला (Gotu Kola) में कुछ सक्रिय घटक होते हैं जिन्हें सैपोनिन्स या ट्राइटरपीनोइड्स कहा जाता है।
यदि गोटू कोला आपके स्किन केयर रूटिन में नहीं है, तो अब इसे शामिल करने का समय आ गया है। इस जड़ी बूटी में प्राकृतिक गुण होते हैं जो त्वचा को पुनर्जीवित और हाइड्रेट करते हैं। गोटू कोला के औषधीय अनुप्रयोगों का एक लंबा इतिहास रहा है, और अब इसे आधुनिक स्किनकेयर में भी शामिल किया जाने लगा है। बाजार में गोटू कोला से बने कई उत्पाद मिलने लगे है।
गोटू कोला के बारे में डॉ. अंकुर सरीन ने अपनी एक इंस्टाग्राम पोस्ट में बताया। डॉ. अंकुर एक डर्मेटोलॉजिस्ट है।
डॉ. अंकुर बताते है कि “ गोटू कोला एक शानदार पदार्थ है जो कई स्किन केयर प्रोडक्टस में पाया जाता है।”
वे आगे बताते है कि “यह त्वचा के बैरियर को ठीक करने में मदद करता है, घाव भरने में भी मदद करता है, और सूजन को कम करता है, जबकि यह आमतौर पर बैरियर को रिपेयर करने वाले मॉइस्चराइज़र में पाया जाता है।”
जैसा की डॉ. अंकुर ने बताया कि गोटू कोला में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो त्वचा की प्राकृतिक नमी को बनाए रखने में मदद करते हैं। त्वचा में सूजन कई वजह से आ सकती है जैसे त्वचा के लाल होने के कारण, ड्राइ होने के कारण या फ्लेकी होने के कारण महसूस हो सकती है। गोटू कोला त्वचा के प्रकृतिक बैरियर को बनाए रखने में मदद करता है और उसे मजबूत करके हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है।
गोटु कोला घाव को भरने में मदद करता है। इसके एंटीसेप्टिक गुण त्वचा में एक रक्षक की तरह काम करते हैं जो आपको किसी भी त्वचा संक्रमण से बचाते हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं जो घाव को सूजन कम करते हैं। यह त्वचा को शांत करता है और घाव में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है जिससे उपचार प्रक्रिया तेज होती है।
रिसर्च गेट में छपे एक अध्ययन के अनुसार विभिन्न जानवरों और प्रयोगशाला अध्ययनों में पाया गया है कि ट्राइटरपीनोइड्स, गोटू कोला में पाया जाने वाला एक रसायन है, जो घाव भरने में मदद करता है। ट्राइटरपीनोइड्स त्वचा की लोच को बढ़ाते हैं, घावों में एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है।
उम्र बढ़ने ते निशान में सबसे पहले त्वचा का ढीला होना ही शुरू होता है। गोटू कोला में पाए जाने वाले कुछ फाइटोकेमिकल्स, जैसे कि ट्राइटरपेनॉइड सैपोनिन और पॉलीएसिटिलीन, त्वचा की इलास्टिसिटी बढ़ाने में मदद करते है। ये यौगिक कोलेजन उत्पादन को ट्रिगर कर सकते हैं, इसके टूटने को रोक सकते हैं। इस तरह गोटू कोला स्किन को टाइट कर सकता है।
अपना चेहरा साफ करें। 10 मिली गोटू कोला तेल में 2-3 बूंद रोजहिप एसेंशियल ऑयल मिलाएं और अपनी त्वचा पर लगाएं। ऊपर की ओर स्ट्रोक्स का उपयोग करके चेहरे पर धीरे-धीरे मसाज करें। इसे 10 से 15 मिनट के लिए छोड़ दें और गुनगुने पानी से धो लें या नम तौलिये से पोंछ लें।
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कस्टमाइज़ करेंगुडुची और अश्वगंधा पाउडर में 1 1/2 बड़ा चम्मच गोटू कोला पाउडर मिलाएं। पेस्ट बनाने के लिए पैक में थोड़ा शहद और गुलाब जल मिलाएं और अपनी त्वचा पर लगाएं। इसे 40 मिनट से एक घंटे तक लगा रहने दें और धो लें।