भागदौड़ भरी लाइफ में जब हम अपनी डाइट का ख्याल नहीं रख पाते हैं तो हमारे शरीर में कई पोषक तत्वों की पूर्ति भी नहीं होती है। इन पोषक तत्वों को सरलता से पूरा करने के लिए फल एक बेहतरीन उपाय हैं। मौसम में आने वाले फलों का सेवन हेल्थ के लिए हमेशा अच्छा माना जाता है। इसलिए आज हम बात करेंगे अमरुद की। अमरुद का सेवन बॉडी को हेल्दी रखने के साथ-साथ कई सारी बीमारियों से बचाने का कार्य भी करता है।
अमरूद में कई औषधीय गुण शामिल होते हैं। अमरूद और इस पेड़ के अन्य उत्पादों में एंटीडायबिटिक, एंटीमाइक्रोबियल, एंटी डायरियल और एंटीफंगल गुण मौजूद होते हैं। इसका इस्तेमाल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इंफेक्शन, मलेरिया, श्वसन संक्रमण, मुहं /दांत का संक्रमण, त्वचा संक्रमण, मधुमेह, हृदय और कुपोषण से संबंधित परेशानियों में लाभकारी होता है।
डॉक्टर दीक्सा भावसार सावलिया एक आयुर्वेदिक एक्सपर्ट हैं। वह कहती हैं कि अमरूद प्रकृति में ठंडे होते हैं और स्वाद में कसैले, मीठे और खट्टे होते हैं। वे त्रिदोष शामक हैं (सभी 3 दोषों- वात, पित्त और कफ को संतुलित करते हैं) जो उन्हें अद्वितीय बनाते हैं। अमरूद फाइबर, विटामिन ए और सी, फोलिक एसिड, और आहार खनिज, पोटेशियम, तांबा और मैंगनीज से भरपूर होते हैं।
इसमें कैरोटेनॉयड्स और पॉलीफेनोल्स दोनों मौजूद होते हैं जो उन्हें एंटी-एजिंग और एंटी-कैंसर गुणों के साथ त्वचा और बालों के लिए सबसे अच्छा बनाते हैं। अमरूद के सभी भाग (फल, पत्ते और छाल) औषधि के रूप में उपयोगी होते हैं
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मधुमेह में बिना छिलके वाले अमरूद का सेवन ब्लड शुगर को कम करने में सहायता करता है। इसमें मौजूद पॉलीसैकराइड तत्व टाइप-2 मधुमेह को कम करने में सहायता करता है। अमरूद के पत्ते के अर्क में भी एंटी-हाइपरग्लिसमिक गुण शामिल होते हैं, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं। इसलिए, डायबिटीज के मरीजों को अपने आहार में अमरूद को शामिल करना चाहिए।
अमरूद प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है। असल में, इसमें लाइकोपीन नामक तत्व शामिल होता है, जो प्रोस्टेट कैंसर सेल्स के विरूद्ध कीमोप्रीवेंटिव प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है और इसके जोखिम से राहत दिला सकता है।
अमरूद का सेवन पाचन तंत्र को सुधारने के लिए किया जा सकता है। इसमें डाइटरी फाइबर की अच्छी मात्रा मौजूद होती है। फाइबर की कमी की वजह से ही कब्ज की होती है। ऐसे में अमरूद का सेवन इस समस्या से निजात दिला सकता है, और पाचन तंत्र को दुरुस्त रख सकता है।
अमरूद में पाए जाने वाले विटामिन शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करने में मदद कर सकते हैं। विटामिन-सी प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने और रोग पैदा करने वाले रोगजनकों से लड़ने में सहायता करता है। ऐसे में इसका सेवन इम्युनिटी को बढ़ा सकता है।
एक्सपर्ट कहती हैं अमरूद का सेवन दिल के लिए भी लाभकारी होता है। इसमें पाए जाने वाला पोटेशियम रक्त वाहिकाओं को आराम पहुंचाने का कार्य करता है, जिससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। अमरुद में शामिल फाइबर खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और हार्ट को हेल्दी रखता है।
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कस्टमाइज़ करेंपौष्टिक तत्वों की कमी के कारण आंखों से संबंधित परेशानी होने लगती है। अमरुद में मौजूद विटामिन-ए, सी, फोलेट, जिंक और कॉपर जैसे गुण आंखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायता करते हैं।
4 कप पानी में 7 से 10 अमरुद के पत्ते तब तक उबाले जब तक यह आधा न रह जाए।
मासिक धर्म की ऐंठन, एसिडिटी, मधुमेह के लिए इस काढ़े को खाली पेट दिन में 1-2 बार लें।
इस काढ़े से गरारे करने से मुंह के छाले, मसूड़ों से खून आना और मुंह के स्वास्थ्य में मदद मिलती है।
बालों को धोने से बालों के झड़ने को रोकने और प्रबंधित करने में सहायता मिलती है और स्वस्थ बालों के विकास को बढ़ावा मिलता है।
अमरूद के ताजे पत्तों का पेस्ट सूजन, बुखार, सिरदर्द और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है।
चूंकि अमरूद की प्रकृति ठंडी होती है, इसलिए इसे तब लेना सबसे अच्छा होता है जब सूरज ऊपर हो (दोपहर के घंटों में- दोपहर के भोजन से एक घंटे पहले या दोपहर के भोजन के 2 घंटे बाद)। देर शाम, सुबह जल्दी या रात में इसे खाने से बचना चाहिए।
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