त्वचा पर बारिश की बूंदें बड़ी आनंददायक लगती हैं। पर क्या आपको मालूम है कि बारिश की यही बूंदें आपकी त्वचा पर संक्रमण (monsoon skin problems) का कारण बन सकती हैं। बरसात में वातावरण में नमी बढ़ने से त्वचा संबंधी समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है। चेहरे की त्वचा से लेकर शरीर की त्वचा पर इसका नकारात्मक असर देखने को मिलता है। एक्ने ब्रेकआउट, ऑयली स्किन, चिपचिपी त्वचा जैसी समस्याएं आम हैं, इसके अलावा कई बार लोगों को त्वचा संक्रमण (skin infection), स्किन रैशेज (rashes), रेड बंप, खुजली आदि का सामना करना पड़ता है।
इन समस्याओं से बचाव में नीम की पत्तियां आपकी मदद कर सकती हैं। नीम की पत्तियों में कई खास प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जो आपकी त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होती हैं। मानसून में इनका इस्तेमाल आपकी त्वचा के लिए मैजिकल साबित हो सकता है। यह त्वचा संबंधी समस्याओं को ट्रीट करने के साथ ही आगामी समस्याओं से आपकी स्किन को प्रोटेक्ट करेंगी (Neem water benefits for skin)।
आयु शक्ति की को फाउंडर और आयुर्वेद प्रैक्टिशनर स्मिता नरम ने त्वचा पर नीम के फायदों से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारी दी है। तो चलिए जानते हैं, इसके फायदे और इसे कैसे इस्तेमाल करना है।
स्मिता नरम के अनुसार “नीम की पत्तियां, जिन्हें इंडियन लाइलैक भी कहा जाता है, अपने शक्तिशाली एंटी-बैक्टीरिया और एंटी-फंगस गुणों के लिए जानी जाती हैं। नीम की पत्तियां औषधीय जड़ी-बूटियों का एक लोकप्रिय समूह है, जो किसी की भी त्वचा और बालों से संबंधित समस्याओं को ठीक करने में मदद कर सकती है।”
नीम के पत्तों से निकाले गए आवश्यक फैटी एसिड और विटामिन ई त्वचा में जल्दी अवशोषित हो जाते हैं, जिससे रूखी और फटी त्वचा को नमी मिलती है। इसके अलावा, अपने दैनिक दिनचर्या में त्वचा के लिए नीम का उपयोग करने से पर्यावरणीय तनावों के खिलाफ एक सुरक्षात्मक अवरोध बनता है, जो त्वचा को नमी के नुकसान से बचाता है।
नीम में निंबिडिन जैसे एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व होते हैं, जो जलन वाली त्वचा को आराम देने के लिए जाने जाते हैं। नीम के ठंडे प्रभाव स्किन सेंसटिविटी को भी ठीक करते हैं, जो सूजन और जलन का प्रमुख कारण है। स्किनकेयर विशेषज्ञों का मानना है, कि यह सामान्य उपयोग के लिए सुरक्षित है, भले ही इसे लंबे समय तक लगाया जाए।
नीम के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट, ट्राइग्लिसराइड्स और विटामिन ई होते हैं, यही वजह है कि आप इस कंपाउंड को अधिकांश एंटी-एजिंग प्रोडक्ट्स में पाएंगी। इसके अलावा, यह झुर्रियों को कम करने, त्वचा को हाइड्रेट करने और आपकी त्वचा को टोन करने में भी मदद करते हैं। यदि आप एजिंग प्रोसेस को धीमा करना चाहती हैं, और प्राकृतिक और प्रभावी तरीकों की तलाश में हैं, तो त्वचा में सुधार के लिए नीम के प्राकृतिक प्रॉपर्टीज पर भरोसा किया जा सकता है।
नीम को ब्लैक और व्हाइटहेड्स से जूझ रहे लोगों के लिए बेहद कारगर माना जाता है। यह पोर्स से धूल, बैक्टीरिया और डेड स्किन सेल्स को रिमूव कर देता है। इसके अलावा, इसकी एक्सफ़ोलीएटिंग क्षमता बढ़े हुए पोर्स को कम करने में मदद करती है। आप चेहरे की सफाई के लिए नीम से भरपूर स्क्रबर या क्लींजर का इस्तेमाल कर सकती हैं, या अपने चेहरे पर इसका मास्क लगा सकती हैं।
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मेलानिन आपकी त्वचा में मौजूद एक पदार्थ है, जो आपकी त्वचा और बालों को प्राकृतिक रंग प्रदान करता है। हमारी त्वचा की सेल्स में इसका अत्यधिक उत्पादन मलिनकिरण और काले धब्बे पैदा करता है, और हमारी त्वचा की टोन को असमान बनाता है। नीम के एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण, यह स्किन सेल्स में मेलेनिन के उत्पादन को कम करने में बेहद कारगर होता है।
नहीं में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो पिंपल, एक्ने और रैशेज में बेहद कारगर होते हैं। यह त्वचा से अतिरिक्त सीबम को निकालने में मदद करते हैं और पोर्स में कसाव लाते हैं। यह त्वचा पर मुंहासों के कारण होने वाली खुजली और जलन को भी शांत करने में मदद करते है। इसलिए यह स्पष्ट है कि आप मुंहासों के लिए नीम का उपयोग कर सकती हैं। इसके नियमित सेवन से रैशेज में होने वाली खुजली और लालिमा से भी राहत मिलती है।
नीम के कई फायदों में से एक यह है, कि ये त्वचा को पर्यावरण के हानिकारक प्रभावों से बचाता है। नीम में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो त्वचा पर यूवी किरणों के प्रभाव को कम कर देते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट त्वचा पर फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान को बेअसर करने में मदद करती हैं और इस तरह आपको जवां और दाग-धब्बे रहित लुक देती हैं।
स्मिता नरम के अनुसार “हर दिन सुबह नीम के पानी की एक छोटी खुराक लेने से किसी भी स्किन केयर के लिए एक बढ़िया अतिरिक्त है। नीम की पत्तियों में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट होते हैं, जो त्वचा को पोषण प्रदान करते हैं और परिणामस्वरूप त्वचा की कई स्थितियों का इलाज करते हैं। नीम के पानी से त्वचा की सतह से बैक्टीरिया को हटाने में मदद मिलती है। नीम के पानी का नियमित सेवन करने से एक्ने, रैशेज, और त्वचा का खतरा कम हो जाता है। वहीं इससे भविष्य में भी इन समस्याओं का खतरा नहीं होता।”
नीम के पत्तियों को आधे कप से कम पानी में डालें और इसमें अच्छी तरह उबाल आने दें। जब पानी उबल जाए तो नीम की पत्तियों को निकाल कर स्प्रे बॉटल या किसी अन्य कंटेनर में रखें और इसे अपनी त्वचा पर अप्लाई करें। अप्लाई करने के बाद इसे अच्छी तरह ड्राई होने दे, फिर लगभग 1 से 2 घंटे बाद त्वचा को साफ कर लें।
आप नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर इसके पानी को अपने नियमित नहाने के पानी में मिल सकती हैं इसके अलावा आप नहाने से पहले नीम के पानी को शरीर पर सभी ओर अच्छी तरह लगा लें, इसके बाद 30 मिनट तक लगा रहने दें। फिर आप नहाने जा सकती हैं। इससे बारिश के मौसम में त्वचा पर होने वाले रैशेज, घमोरियां, खुजली, रेडनेस आदि का खतरा कम हो जाता है।
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