बदलते मौसम में संक्रमण से बचने के लिए मेरी मम्मी करती हैं काली मिर्च पर भरोसा, जानिए इसके औषधीय लाभ
अक्सर बदलते मौसम और तापमान के कारण लो इम्यूनिटी वाले व्यक्ति बीमार पड़ जाते हैं। ऐसे में सर्दी-जुकाम, बुखार या फ्लू के अन्य लक्षण का अनुभव करना पड़ सकता है। लेकिन मुझे इसकी चिंता नहीं रहती है क्योंकि मेरी मम्मी हर बदलते मौसम में अपना चमत्कारी काली मिर्च का नुस्खा अपनाती हैं। जी हां, यह जादुई उपाय आपकी सारी बीमारियों को दूर कर देगा और आप भी हर मौसम की खूबसूरती का मज़ा ले पाएंगे।
काली मिर्च के बारे में क्या कहती हैं मम्मी?
मम्मी मानती है कि आप पूरे समय अपना कितना ही ख्याल रख रहे हों, लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि बदलता मौसम आपको बीमार कर ही देता है। ऐसे में आपको कुछ ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जिससे आप सर्दी-जुकाम और अन्य फ्लू के लक्षणों से बचे रह सकें। इसके लिए काली मिर्च का सेवन सबसे बढ़िया विकल्प है। काली मिर्च खांसी जुकाम के अलावा कई अन्य बीमारियों में भी कारगर मानी जाती है। आइए जानते हैं कि आयुर्वेद में काली मिर्च के बारे में क्या कहा गया है।
आयुर्वेद में काली मिर्च का स्थान
यह हमारी पांच हजार साल पुरानी चिकित्सा पद्धति है। आयुर्वेद के अनुसार लंबे समय से काली मिर्च का औषधीय प्रयोग होता रहा है। यही वजह है कि हर भारतीय घर में यह जादुई मसाला मौजूद रहता है। सब्जी सूखी हो या रसेदार या फिर नमकीन से लेकर सूप आदि तक, हर व्यंजन में काली मिर्च का प्रयोग जरूर होता है।
वास्तव में काली मिर्च के औषधीय गुणों के कारण ही इसे भोजन में शामिल किया जाता है। इसका प्रयोग रोगों को ठीक करने के लिए भी किया जाता है। यह वात (pain) और कफ को नष्ट करती है।
कैसे फायदेमंद है काली मिर्च?
काली मिर्च बहुत सारे पोषक तत्वों का खजाना है। जिससे कई रोगों के इलाज में मदद मिल सकती है। इसमें मुख्य रूप से एंटी-फ्लुटैंस (anti-flutens), ड्यूरेटिक (diuretic), एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory), डाइजेस्टिव (digestive), मैमोरी इनहेंसर(memory enhancer) और पेन रिविलर (pain reliever) गुण पाए जाते हैं। ये सभी गुण विभिन्न समस्याओं के इलाज में मदद कर सकते हैं।
1. सर्दी-जुकाम से राहत देती है काली मिर्च
इस संबंध में की गई एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, काली मिर्च का सर्दी-खांसी के लिए मेडिसीन के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें पाइपरिन (Piperine) नामक कंपाउंड होता है, जो सर्दी-खांसी की समस्या से छुटकारा दिला सकता है। साथ ही यह गले में खराश की समस्या का भी समाधान कर सकती है। इसलिए मेरी मम्मी यह सुनिश्चित करती हैं कि बदलते मौसम में व्यंजन के माध्यम से हम काली मिर्च का सेवन करें।
2. पाचन को मजबूत बनाती है
एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, काली मिर्च में पाया जाने वाला पाइपरिन (piperine) पेट के पाचन एंजाइमों को उत्तेजित कर पाचन क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। यह पैंक्रियाटिक लाइपेज (pancreatic lipase), काइमोट्रिप्सिन (crimotrysine) और एमिलेज (amilage) नामक एन्ज़ाइम का स्तर बढ़ाकर पाचन में मदद करता है।
3. इन्फेक्शन के खिलाफ देती है सुरक्षा
शरीर या त्वचा में इंफेक्शन फैलने का मुख्य कारण बैक्टीरिया होता है। ऐसे में इंफेक्शन की समस्या से छुटकारा पाने के लिए बैक्टीरिया से छुटकारा पाना जरूरी है। इसके लिए, काली मिर्च का उपयोग किया जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर मौजूद एक वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार, काली मिर्च में एंटीबैक्टीरियल (anti- bacterial) गुण होता है, जो कई बैक्टीरिया को दूर रखने का काम कर सकता है।
अब जानिए काली मिर्च को अपनी डाइट में शामिल करने का आसान तरीका
काली मिर्च के इतने फायदे जानकर आप भी इसे अपने डाइट में शामिल करने पर विचार कर रही होंगी। पर ध्यान रहे कि काली मिर्च के सेवन का तरीका उद्देश्य के हिसाब से बदला जाना चाहिए। इसे समझने के लिए हम यहां कुछ टिप्स दे रहे हैं –
1. सिरदर्द से राहत पाने के लिए:
एक काली मिर्च को सुई की नोंक पर लगाकर उसे दीपक में जला लें। उसमें से निकलने वाले धुएं को सूंघने से सिरदर्द में आराम होता है और इससे हिचकी भी बंद होती है। भृंगराज के रस अथवा चावलों के पानी के साथ काली मिर्च को पीसकर माथे पर लेप करने से माइग्रेन भी ठीक होता है।
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कस्टमाइज़ करें2. सर्दी-जुकाम की छुट्टी करने के लिए:
काली मिर्च के 2 ग्राम चूरन को गर्म दूध तथा मिश्री के साथ पी लेने या इसके 7 दाने निगलने से जुकाम तथा खांसी में लाभ होता है। इसके अलावा आप 50 ग्राम दही, 15-20 ग्राम गुड़ और एक-डेढ़ ग्राम काली मिर्च के पाउडर को मिला लें। इसे दिन में 3-4 बार सेवन करने से जुकाम में लाभ होता है।
3. बुखार को भगाने के लिए:
एक ग्राम काली मिर्च के पाउडर को शहद के साथ दिन में तीन बार सेवन करने से बुखार तथा पेट दर्द दूर होता है । इसके अलावा 1-3 ग्राम काली मिर्च पाउडर में आधा लीटर पानी और 20 ग्राम मिश्री मिलाकर उबालें और काढ़ा बना लें। इसे सुबह, दोपहर तथा शाम पीने से साधारण बुखार यानी वायरल फीवर में लाभ होता है।
4. कमजोरी तथा आलस दूर करने के लिए:
कमजोरी आलस्य, उदासीनता आदि दूर करने के लिए काली मिर्च के 4-5 दाने, सोंठ, दालचीनी, लौंग और इलायची थोड़ी-थोड़ी मात्रा में मिला लें। इसे चाय की तरह उबाल लें। इसमें दूध और शक्कर मिलाकर पीने से लाभ होता है। कमजोरी दूर करने में काली मिर्च के औषधीय गुण बहुत फायदेमंद साबित होते हैं।
अगर आप भी अब बदलते मौसम में स्वस्थ रहना चाहती हैं, तो जल्दी अपनाएं मेरी मम्मी द्वारा बताए नुस्खों को !
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