बर्न आउट से बचने का हर मौसम में अलग हो सकता है तरीका, मेरी मम्मी करती हैं आयुर्वेदिक तरीकों की सिफारिश

क्या आप भी मेरी तरह कई बार इतना थक जाते हैं कि बर्नआउट की स्थिति तक पहुंच जाते हैं। फिक्र न करें, आप भी मेरी मम्मी के बताए ये नुस्खे अपनाएं और फिर से एनर्जेटिक हो जाएं।
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अत्यधिक और निरंतर तनाव से बर्नआउट और शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक थकान हो सकती है चित्र: शटरस्‍टॉक
संध्या सिंह Published: 11 Oct 2023, 20:00 pm IST
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थकान से भी बदतर, बर्नआउट थकावट की एक स्थिति है, जो आपके करियर, दोस्ती और पारिवारिक बातचीत की खुशी को ख़त्म कर सकती है। लंबे समय तक काम करने या कुछ ऐसा करने या देखने से भी होता है जो आपको तनाव दे सकती है। जैसी तनावपूर्ण स्थितियों के लगातार संपर्क में रहने से यह तनाव की स्थिति पैदा हो सकती है।

समझिए क्या है बर्नआउट

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, अकसर कामकाजी लोग काम के दबाव में “बर्नआउट” महसूस कर सकते हैं। इसे एक चिकित्सीय स्थिति के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया है। इसमें वे कारण शामिल हैं जिनके लिए लोग चिकित्सा की तलाश करते हैं लेकिन उन्हें बीमारी या डिसऑडर नहीं माना जाता है। यह थोड़ा बहुत जटिल लग सकता है, लेकिन बर्नआउट के दौरान किसी व्यक्ति को जिन स्थितियों का सामना करना पड़ता है वे गंभीर और खतरनाक होती हैं।

बर्नआउट का क्या कारण है?

अत्यधिक और निरंतर तनाव से बर्नआउट और शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक थकान हो सकती है। ऐसा तब होता है जब आप मानसिक और भावनात्मक रूप से थक जाते हैं और दैनिक जीवन की चुनौतियों का सामना करने में असमर्थ हो जाते हैं। जैसे-जैसे तनाव बढ़ता है, आप वह उत्साह और उद्देश्य खो देते हैं जिसने कभी आपको प्रेरित किया था। आपकी ऊर्जा और उत्पादकता दोनों प्रभावित होती हैं। इसलिए, शारीरिक और भावनात्मक थकान बर्नआउट की स्थिति है।

इस बार में अधिक जानने के लिए हमने बात की आयुर्वेद के एक्सपर्ट वैद्य सनातन मिश्रा से। वैद्य सनातन मिश्रा बीएएमएस और आयुर्वेदिक औषद्धि के जानकार है।

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बर्नआउट के दौरान किसी व्यक्ति को जिन स्थितियों का सामना करना पड़ता है वे गंभीर और खतरनाक होती हैं। चित्र : अडोबी स्टॉक

मेरी मम्मी बताती है बर्नआउट से बचने के कुछ आयुर्वेदिक तरीके

कई बार मैं ऑफिस में आसान से टास्क को पूरा करने में भी असफल रहती थी। जिसको लेकर एक अलग सी फ्रस्टेशन में अंदर होती थी। घर आकर मैं सभी पर चिल्लाना शुरू कर देती थी। कई बार रोने का मन करता था लेकिन रो नहीं पाती थी। मुझे ये कुछ भी समझ नहीं आ रहा था। लेकिन मेरी मम्मी ने बताया जब आपका दिमाग बहुत अधिक और हद से ज्यादा थक जाता है तब ऐसा होता है। जिसके लिए मेरी मम्मी ने इसे ठीक करने के लिए मुझे कुछ घरेलू नुस्खे बताए। जो आज मै आपको बताने जा रही हूं।

मौसम के अनुसार खाद्य पदार्थों से पित्त को शांत करें

गर्म मौसम के लिए

वैद्य सनातन मिश्रा के अनुसार भले ही आप गर्म जलवायु में रहते हों, लेकिन नए मौसम के लिए अपने खाना पकाने को धीरे-धीरे बदलना फायदेमंद होता है। मसालेदार व्यंजन, कैफीनयुक्त पेय और शराब जैसे पित्त-बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों को सीमित करने पर विचार करें। इसके बजाय, रसदार जामुन, पुदीना, ककड़ी, नारियल और एलोवेरा जैसे ठंडे खाद्य पदार्थों को प्राथमिकता दें।

सौंफ़, धनिया और इलायची जैसी पित्त कम करने वाली जड़ी-बूटियां भी इस समय के दौरान पकाने के लिए उत्कृष्ट मसाले हैं। पाचन पर अधिक दबाव डाले बिना शरीर को शुद्ध करने के लिए हल्के खाद्य पदार्थ तैयार करें।

ठंडे मौसम के लिए

जैसे ही मौसम ठंडा होता है, शरीर को गर्म किए बिना प्रतिरक्षा को बढ़ाने के लिए जई, क्विनोआ और राजगिरा जैसे गर्म, पके हुए अनाज का सेवन करें। शकरकंद, गाजर और चुकंदर जैसी जड़ वाली सब्जियां इस दौरान ग्राउंडिंग ऊर्जा प्रदान करती हैं।

रात में जब पाचन सबसे कमजोर हो तो ठंडे पेय पदार्थ और भारी भोजन से बचना ही आपके लिए बेहतर हो सकता है। इससे आपकी नींद भी बेहतर होगी। इसके बजाय, शाम को कैमोमाइल, पेपरमिंट या ब्राह्मी जैसी हर्बल चाय पिएं।

burnout se nipatne ke ayurvedic tarika
कामकाजी लोग काम के दबाव में “बर्नआउट” महसूस कर सकते हैं। चित्र- अडोबी स्टॉक

हल्के से अपनी सफाई करें

पाचन को उत्तेजित करने के लिए अपने दिन की शुरुआत एक गिलास नींबू पानी से करें।

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कस्टमाइज़ करें

अपने फेस पर एक चम्मच नारियल या तिल का तेल लगाएं, इससे आपको आराम मिलेगा।

मृत कोशिकाओं को हटाने और परिसंचरण में सुधार करने के लिए नहाने से पहले अपनी त्वचा को ड्राई ब्रश से स्क्रब करें।

नारियल के तेल और चंदन या लैवेंडर जैसे सूदिंग एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदों से अपनी हल्की मालिश करें।

ऐसे योग आसन करें जो कूल्हों को खोलें और आरके शरीर गर्मी की भावनाओं को शांत करें, जैसे बाउंड एंगल पोज़, चंद्रमा नमस्कार, या धीरे से आगे की ओर झुकना।
शरीर में ठंडक का अहसास लाने के लिए नाक से बारी-बारी सांस लेने का प्रयास करें।

आराम को सबसे पहले रखें

आपको अपने सोशल मीडिया से ब्रेक लेने की जरूरत है जो सबसे ज्यादा तनाव का कारण बनता है। ये मौसम बहुत अच्छा है जब आप आराम कर सकते है और अपने लिए चीजें कर सकते है। व्यस्त पित्त को संतुलित करने के लिए अत्यधिक थकान के बिना आराम की आवश्यकता होती है। रात में स्क्रिन टाइम को कम करके अपने शरीर पर ठंडे नारियल के तेल की मालिश करें। यह डिजिटल उपकरणों के बिना प्रकृति में समय बिताएं। एप्सम सॉल्ट या ओट्स बाथ के साथ आप रिलैक्स कर सकते है।

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लेखक के बारे में

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

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