बरसात के दिनों में संक्रमण का खतरा अचानक से बढ़ने लगता है। मौसम में आने वाले बदलाव से वातावरण में नमी बढ़ जाती है, जिससे मच्छर पनपते है बैक्टीरियल इंफेक्शन (Bacterial infection) का सामना करना पड़ता है। संक्रमण से मुक्ति पाने के लिए यूं तो लोग कई प्रकार की औषधियों, घरेलू नुस्खों, चाय और डिटॉक्स वॉटर की मदद लेते हैं। मगर गुड़ (Jaggery) एक ऐसा सुपरफूड (Superfood) है, जिससे तैयार चाय न केवल इम्यून सिस्टम को बूस्ट करती है बल्कि वेटलॉस में भी मददगार साबित होती है। जानते हैं गुड़ की चाय के फायदे (Jaggery tea) और उसे तैयार करने की विधि।
इस बारे में मनिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा का कहना है कि गुड़ को रिफांइड शुगर से रिप्लेस करने से शरीर में पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है। चाय में गुड़ को एड करने से ब्लड शुगर लेवल (blood sugar level) को नियंत्रित रखा जा सकता है। इसके अलावा गुड़ में मौजूद आयरन से बॉडी में रेड ब्लड सेल्स की मात्रा बढ़ती है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन (blood circulation) में मदद मिलती है। गुड़ एक डिटॉक्सीफाइंग एजेंट है, जिसके सेवन से शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को दूर करने में मदद मिलती है। इसका कैरेमल टेस्ट मूड बूस्टिंग (mood boosting) में मदद करता है, जिसके चलते तनाव (stress) के बढ़ते स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है।
जर्नल ऑफ फूड प्रोसेसिंग एंड टेक्नोलॉजी के अनुसार गुड़ से शरीर को 70 सुक्रोज और 10 फीसदी से भी कम ग्लूकोज और फ्रुक्टोज मिलता है। इसके अलावा गुड़ में 5 फीसदी मिनरल्स भी पाए जाते हैं। चाय में गुड़ को मिलाने से शरीर को कैल्शियम, जिंक और फासफोरस की प्राप्ति होती है।
विटामिन और मिनरल से भरपूर गुड़ का सेवन करने से शरीर को मौसमी बीमारियों के खतरे से बचाने में मदद मिलती है। इसके सेवन से शरीर डिटॉक्स होता है और शरीर को एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है, जिससे शरीर को समर कोल्ड (summer cold) और फ्लू के लक्षणों से राहत मिल जाती है। खाने के बाद इसका सेवन करने से शरीर में एनर्जी का स्तर बढ़ने लगता है।
गुड़ में मौजूद माइक्रोन्युट्रिएंट्स की मात्रा से शरीर के डाइजेशन को मज़बूती मिलती है। इसके सेवन से शरीर में डाइजेस्टिव एंजाइम्स बढ़ जाते है, जिससे खाने के बाद पेट दर्द, ब्लोटिंग (bloating) और एसिडिटी की समस्या हल हो जाती है। गुड़ में पाई जाने वाली लैक्सेटिव प्रॉपर्टीज़ कब्ज से भी राहत प्रदान करती है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार गुड़ के सेवन से शरीर को आयरन की प्रापित होती है, जिससे शरीर में रेड ब्लड सेल्स की मात्रा बढ़ने लगती है। इसके अलावा ब्ल्ड फ्लो भी उचित बना रहता है।100 ग्राम गुड़ से शरीर को 11 मिलीग्राम आयरन की प्राप्ति होती है। हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने के अलावा ब्लड को प्यूरीफाई करने में भी मदद करता है।
शुगर के सेवन से शरीर को एंप्टी कैलोरीज़ (empty calories) की प्राप्ति होती है, जिससे शरीर में मोटापे (obesity) की समस्या का सामना करना पड़ता है। इससे राहत पाने के लिए गुड़ को नियमित चीनी से रिप्लेस करें और चाय से लेकर डेजर्स तक हर जगह गुड़ का इस्तेमाल करें। इसके सेवन से मेटाबॉलिज्म बूस्ट (boost metabolism) होता है, जिससे शरीर में जमा कैलोरीज़ को बर्न करने में मदद मिलती है।
चाय पत्ती 1 छोटा चम्मच
पानी 3/4 कप
सौंफ 1/2 चम्मच
छोटी इलायची 1
गुड़ 1/2 चम्मच
दूध 1/2 कप
इसे बनाने के लिए सबसे पहले पैन में पानी डालें। पानी को हल्का गर्म करने के बाद उसमें छोटी इलायची और सौंफ डाल दें।
जब पानी खैलने लगे, तो चाय पत्ती डाल दें और कुछ सेकण्ड के लिए उबलने दें। इसमें स्वाद के मुताबिक अदरक भी डाल सकते हैं।
अब ग्रेट किया हुआ गुड़ डाल दें और एक उबाल आने दें। अब दूध को डालें और चाय को कुछ देर तक पकाएं।
तैयार हो चुकी गर्मागर्म गुड़ वाली चाय को कप में डालकर सर्व करें
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