गलती से अपनी हड्डी पर खुद से मार लेना, कॉफी टेबल से पैरों पर चोट लगा लेना, बेड के किनारे से अंगूठे का लगना इन सभी के अलावा दांत से अपने जीभ का कट जाना सामान्य मगर दर्दनाक घटनाएं हैं। इस घटना का सामना कभी न कभी सब करते हैं। वहीं कुछ लोगों में जीभ काटने की टेंडेंसी अधिक होती है। हमारी जीभ खाद्य पदार्थों को चबाने, निगलने और बात करने के लिए शब्दों का उच्चारण करने में मदद करती है। वहीं जब हम अपनी जीभ काट लेते हैं, तो कई बार दर्द और सूजन के कारण इन सामान्य गतिविधियों को करने में मुश्किल का सामना करना पड़ता है।
आखिर ऐसा क्यों होता है और ऐसा होने पर क्या करना है? इसका जवाब मेरी मम्मी ने मुझे दिया। जब मेरी जीभ कट गई थी तब मम्मी के देखभाल और नुस्खे से मैंने कुछ दिनों में ही रिकवर कर लिया। तो आज मैं इसी से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारी को आपके साथ भी साझा करने जा रही हूं। आइये जानते हैं जीभ कटने (Tongue bite) के करण साथ ही जानेंगे इसे किस तरह ट्रीट करना है।
जीभ काटना विभिन्न कारकों के कारण हो सकता है, जिनमें शामिल हैं:
1. तीव्र एकाग्रता या तनाव : जब कोई व्यक्ति किसी कार्य या स्थिति पर पूर्ण रूप से ध्यान केंद्रित करता है, तो वह गलती से अपनी जीभ काट सकता है। इसके अलावा तनाव में अक्सर व्यक्ति अपनी जीभ को स्वयं काट लेता है।
2. शारीरिक गतिविधि : व्यायाम या अन्य शारीरिक गतिविधि के दौरान, कोई व्यक्ति अपने मुंह की गति के कारण गलती से अपनी जीभ काट सकता है।
यह भी पढ़ें : इन 4 कारणों से वेट लॉस को और आसान बना देता है लौकी का जूस, डायटीशियन बता रहीं हैं इसके और भी फायदे
3. बेहोश होने या दौरा पड़ने पर ; दौरे के कारण या बेहोशी में व्यक्ति अनजाने में अपनी जीभ काट सकता है।
4. नींद में हो सकती है परेशानी : कुछ मामलों में, व्यक्ति सोते हुए नींद में या नींद में बोलते वक़्त अपनी जीभ काट सकता है।
5. मुंह में चोट आने पर : मुंह या जीभ पर चोट लगने के कारण व्यक्ति गलती से अपनी जीभ काट सकता है।
6. चिकित्सीय स्थितियां : कुछ चिकित्सीय स्थितियां, जैसे मिर्गी, जीभ काटने की संभावना को बढ़ा सकती है।
कुछ मामलों में, जीभ काटने से अत्यधिक ब्लीडिंग, इन्फ्लेमेशन या संक्रमण हो सकता है। यदि जीभ गंभीर रूप से कट गई हो या व्यक्ति अन्य लक्षणों, जैसे चक्कर आना या निगलने में कठिनाई का अनुभव कर रहा हो, तो चिकित्सकीय सहायता लेना महत्वपूर्ण है।
यदि किसी व्यक्ति ने अपनी जीभ काट ली है, तो घर पर इसका इलाज करने के लिए कई कदम उठाए जा सकते हैं,
एक साफ कपड़े या टिश्यू का उपयोग करके घाव के आसपास दबाव डालने से राहत मिलेगी।
घाव को गर्म पानी से साफ करें, सूजन और दर्द को कम करने के लिए बर्फ लगाने से राहत मिलेगी।
दर्द को कम करने के लिए ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक दवा ले सकती हैं।
मसालेदार या एसिडिक भोजन से परहेज करें, साथ ही घाव की सही देखभाल से मदद मिलेगी।
बर्फ को कपड़े में लपेटकर कटे हुए घाव के आसपास कोल्ड कंप्रेस करें। सीधा चोट पर दबाव न बनाएं, चोट के आसपास की स्वेलिंग पर दबाव बनाएं।
हर बार खाने के बाद अपने मुंह को अच्छी तरह से साफ करने के लिए कुल्ला करना जरूरी है। पानी में दो चुटकी नमक मिलाकर कुल्ला करना अधिक फायदेमंद रहेगा।
जीभ काटने से रोकने के लिए, व्यक्ति कई बचाव के उपाय आजमा सकता है:
ओरल हाइजीन मेंटेन करने से मदद मिलेगी।
कठोर या नुकीली वस्तुओं को दांत से काटने से बचें, ऐसा करने से चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है।
तनाव या चिंता की स्थिति में ध्यान रखें। कुछ खाद्य पदार्थों को चबाते वक़्त या कुछ गतिविधियां जैसे च्युइंग गम चबाने या खेल खेलते वक़्त सचेत रहें।
अंतर्निहित चिकित्सीय स्थितियों के लिए जरूरत पड़ने पर फौरन उपचार शुरू करें।
यह भी पढ़ें : मेनोपॉज के बाद महिलाओं में बढ़ जाता है हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा, एक्सपर्ट बता रहे हैं क्यों