जब हमारे पास हेयर कलर और कंंडीशनर नहीं थे, तब हमारी पूर्वज मेहंदी का इस्तेमाल किया करती थीं। आयुर्वेद में भी मेहंदी को उन हर्ब्स में शामिल किया गया है, जो आपके सौंदर्य में निखार ला सकती हैं। पर इन दिनों अगर आप बहुत ज्यादा हीट महसूस कर रहीं हैं, तो भी मेहंदी आपके काम आ सकती है। आइए जानते हैं क्या है बालों में मेहंदी लगाने का सही तरीका और इसके फायदे।
हिना को भारतीय परम्परा के अनुसार शुभ माना जाता है। विवाह के समय दुल्हन ही नहीं दूल्हे के हाथ-पैरों पर भी हिना का इस्तेमाल कर मंगलकामना की जाती है। कूलिंग और कलर एजेंट होने के नाते हिना हाथ-पैरों में ही नहीं, बल्कि बालों को रंगने के लिए भी इस्तेमाल की जाती है।
हिना के इस्तेमाल की शुरुआत खास तौर पर मिडल ईस्ट और अफ्रीका के देशों में देखने को मिलती है। जहां मौजूद जनजातियां इसका इस्तेमाल स्कैल्प को स्वस्थ और ड्राई रखने के साथ ही बालों में वॉल्यूम ऐड करने के लिए भी करती थीं।
दिल्ली बेस्ड शैंपेन ब्यूटी सेलॉन की संस्थापक और ब्यूटी एक्सपर्ट सुवर्णा त्रिपाठी कहती हैं कि हिना न सिर्फ एक नेचुरल कलरिंग एजेंट है, बल्कि कंडीशनर भी है। हालांकि यह बालों को कंडीशन करने के साथ हेल्दी भी बनाता है पर इसमें मौजूद ड्राइंग एजेंट बालों को ड्राई बना सकते हैं।
ऐसे में जरूरी है कि बालों में हिना यानी मेहंदी लगाने के बाद गर्म तासीर वाले तेल जैसे आंवला या सरसों के तेल से बालों की मालिश की जाए। इससे हिना का रंग बालों पर न सिर्फ गाढ़ा और गहरा चढ़ेगा, बल्कि ज्यादा दिनों तक भी टिकेगा।
एक्सपर्ट सुवर्णा आगे कहती हैं कि हिना को अगर सही तरीके से बालों में न लगाया जाए, तो इसका रंग या तो ठीक से चढ़ता नहीं है या फिर जड़ों तक पहुंच नहीं पाता है। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि हिना या मेहंदी को बालों में लगाते हुए कुछ बातों का खास ख्याल रखा जाए।
बालों में हिना लगाने के पहले यह देख लें कि बाल अच्छी तरह धुले हुए और सूखे हों। गंदे बालों पर रंग या तो चढ़ता नहीं या ज्यादा समय टिकता नहीं है।
बालों में हिना लगाने से पहले अच्छी तरह कंघी कर लें ताकि वे उलझे हुए न रहें। इसके बाद सही तरह से पार्टीशन करें वरना रंग बालों के हर हिस्से तक नहीं पहुंचेगा। इसके लिए आप कंघी और कलर ब्रश का इस्तेमाल कर सकती हैं।
हिना लगाने के बाद बालों को हेयर कैप या प्लास्टिक कवर से ढक कर सूखने दें और सूखने के बाद धो दें। बालों को गर्म पानी से धोने से बाल कमजोर और ड्राई होते हैं। इसलिए बेहतर है उन्हें गुनगुने या ठंडे पानी से धोया जाए। बालों को धुलने के बाद उनमें शैम्पू न लगाएं बल्कि कंडीशनर लगा के धो दें। जब बाल सूख जाएं तो उसमें भृंगराज, ब्राह्मी आंवला या सरसों जैसे गर्म तासीर वाले तेल लगाएं। बादाम, नारियल या ओलिव ऑयल जैसे ठन्डे तासीर वाले तेलों से बचें क्योंकि मेहंदी की ही तरह इन तेलों की तासीर भी ठंडी ही होती है।
अगर आपको मेहंदी का केसरिया रंग बालों में पसंद नहीं है, तो आप उसमें जले आंवले की राख, चाय का पानी , शिकाकई, कत्था आदि मिला सकते है। मेहंदी को रात भर भिगो कर रखने के लिए लोहे की कढ़ाही का इस्तेमाल करें। ये सब चीज़ें आपके बालों को गाढ़ा कत्थई रंग देने में मदद करेंगी।
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