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मम्‍मी कहती हैं इम्‍युनिटी को बर्बाद कर सकता है बासी खाना, आइए पता करते हैं क्‍या है सच्‍चाई

जब आप बिजी हो और घर में आपकी हेल्‍प करने वाला भी कोई न हो तो मजबूरी में आप रखा हुआ खाना खाने के लिए तैयार हो जाती हैं। पर मम्‍मी कहती हैं कि यह सेहत के लिए धीमा जहर है।
Updated On: 17 Oct 2023, 10:23 am IST
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Stale food digestion ko kharab kar deta hai
बासी खाना से पाचन तंत्र बहुत अस्वस्थ हो जाता है। चित्र : शटरस्टॉक

हर रोज़ की तरह मैं किचन में छोटी भूख लगने पर अपने लिए कुछ टेस्टी तैयार कर रही थी, मम्मी ने पूछा क्या बना रही हो? और मैंने झूठ बोल दिया सैंडविच। अचानक मम्मी पीछे से आ गई और गुस्सा करने लगीं, क्योकि मैं रात के चावलों में प्याज लहसुन का तड़का लगा कर अपने लिए फ्राइड राइस बना रही थी। मम्‍मी मेरी कुकिंग स्किल की तारीफ करने की बजाए बासी चावल खाने पर डांट रहीं थीं।

मम्‍मी का गुस्‍सा और ढेर सारी समस्‍याएं

हालांकि अभी फ्रि‍ज में रात के बचे हुए छोले रखे थे। पर मम्‍मी का गुस्‍सा शांत ही नहीं होता था। उन्‍हें लगने लगा कि मेरे हेयर फॉल से लेकर पिंपल्‍स तक का कारण सिर्फ ये बासी खाना खाने की मेरी आदत ही है। असल में, मेरा रुटीन इतना बिजी रहता है कि मैं जब कुकिंग करती हूं तो ढेर सारा खाना एक साथ बना लेती हूं। और यही मम्‍मी को अखरता है। वे चाहती हैं कि मैं हर बार खुद के लिए ताजा खाना बनाउं।

पर क्‍या है समस्‍या बासी खाने में

मां आखिर मां होती है। उनके पास सिर्फ सूचनाएं ही नहीं, बल्कि अनुभवों का खजाना होता है। इसलिए इस बार मैंने मम्‍मी के सामने अड़ने की बजाए उनकी बातों का वैज्ञानिक आधार ढूंढने की कोशिश की। आप शायद यकीन न करें, लेकिन ये वाकई हमारी सेहत के लिए किसी धीमे जहर की तरह काम करता है। मुझे जो जानकारी मिली, मैं वे सब आपके साथ साझा कर रही हूं।

आपके लिए धीमा जहर साबित हो सकता है बासी खाना

1 फूड पॉइजनिंग

यदि खाना बनने के दो घंटे के अन्दर फ्रिज में न रखा जाए, तो उसमें बैक्टीरिया पैदा होने लगते हैं, जिससे खाना ख़राब हो सकता है। खाने में पनपे इन बैक्टीरियों की वजह से फूड पॉइजनिंग का खतरा और भी बढ़ जाता है। खासकर चावल में ऐसा होता है, क्योंकि रूम टेम्परेचर पर छोड़ने के कुछ देर बाद गर्म करके खाने से शरीर को नुक्सान पहुंचता है।

बासी खाना खाने से हो सकती है फ़ूड पाइजनिंग। चित्र: शटरस्‍टॉक
बासी खाना खाने से हो सकती है फ़ूड पाइजनिंग। चित्र: शटरस्‍टॉक

2 दस्त की समस्या

अगर आपने रात भर अपना खाना फ्रिज में रखा है, तब भी उसमें कुछ बैक्टीरिया मौजूद हो सकते हैं। फ्रिज से खाना नि‍कालने के बाद अगर आप इसे फिर से गर्म करने के बारे में सोच रही हैं, तो आपको बता दें कि ये और नुकसानदायक साबित हो सकता है। गर्म करने में इसमें केमिकल बन सकते हैं, जिसकी वजह से आपको पेट दर्द और दस्त भी हो सकते हैं।

3 आपकी गट हेल्‍थ को नुकसान पहुंचाता है बासी खाना

बासी भोजन करने के बाद आपको घबराहट महसूस हो सकती है या उल्टी भी आ सकती है। इसकी वजह भी सिर्फ एक ही है खाने में बैक्टीरिया! ये बैक्टीरिया आपकी गट हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकते हैं और आपको बहुत बीमार कर सकते हैं।

4 एजिंग के संकेत

जब आप लगातार बासी या रखा हुआ खाना खाती हैं तो आपकी एजिंग के संकेत उम्र से पहले नजर आने लगते हैं। विभिन्‍न शोधों में यह बात सामने आ चुकी है कि खाना पके हुए जितना समय बीतता जाता है, उसके पौष्टिक तत्‍व उतने ही नष्‍ट होते जाते हैं। तब यह खाना सिर्फ मात्रा में नजर आता है, गुणवत्‍ता खत्‍म हो चुकी होती है। जिससे हेयर फॉल, शुष्‍क त्‍वचा, मुंहासे और सिर दर्द जैसी समस्‍याओं का सामना करना पड़ता है।

इम्युनिटी को प्रभावित करना है बासी खाना. चित्र : शटरस्टॉक
इम्युनिटी को प्रभावित करना है बासी खाना. चित्र : शटरस्टॉक

5 इम्‍युनिटी को प्रभावित करता है

बासी खाना खाने से बुखार होने की संभावना भी बढ़ जाती है, क्योंकि खाने के पौष्टिक तत्व ख़त्म हो चुके होते हैं। यह खाना आपकी गट में जाकर संक्रमण पैदा कर सकता है। यह आपकी इम्‍युनिटी को नकारात्‍मक तरीके से प्रभावित करता है। अगर आपको भोजन करने के बाद बुखार आ जाता है तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।

पर उससे भी पहले यह जरूरी है कि आप हर बार अपने लिए फ्रेश खाना बनाएं। सिर्फ बासी चावल या सब्‍जी हीं नहीं, बल्कि फ्रि‍ज में घंटों पहले गूंद कर रखा गया आटा भी गट बैक्‍टीरिया को प्रभावित कर सकता है

हल्‍की और छोटी भूख के लिए फल, सलाद और नट्स को भी आप अपने रुटीन में शामिल कर सकती हैं।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं।

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