क्या तिल खाने से पीरियड रेगुलर होने लगते हैं? रिसर्च और एक्सपर्ट के हवाले से हमने ढूंढा इस सवाल का जवाब

तिल सर्दी के मौसम का सुपरफूड है। अब जब शीत लहर के साथ कंपकपाने वाली ठंड की शुरुआत हो चुकी है, तो इसका असर आपके मासिक धर्म चक्र पर भी नजर आ सकता है। तब क्या तिल इसमें आपकी कुछ मदद कर सकते हैं? आइए जानते हैं
Sesame seeds kaise periods ko regular krta hai
अकसर महिलाएं जब अनियमित माहवारी का सामना करती हैं, तो उन्हें तिल के सेवन की सलाह दादी-नानी से मिलती रही है। चित्र:शटरस्टॉक
ज्योति सोही Published: 28 Dec 2023, 17:00 pm IST
  • 140

तिल का हर बीज पोषक तत्वों का भंडार है। सर्दियों में तिल का इस्तेमाल लड्डू से लेकर चकली तक हर चीज़ में किया जाता है। क्या आप जानते हैं कि इसके सेवन से अनियमित पीरियड्स और हार्मोन इंबैलेंस की समस्या को भी सुलझाया जा सकता है। जी हां, कैल्शियम और आयरन से भरपूर तिल की तासीर गर्म होती है। इसलिए इसे अनियमित पीरियड (sesame seeds for periods) और हॉर्मोन के असंतुलन की समस्या का उपचार बताया गया है। आइए जानते हैं तिल के फायदे (Sesame seeds benefits) और यह कैसे महिलाओं के लिए फायदेमंद साबित होते हैं।

मॉडरेशन में लिए गए सुपरफूड जादुई तरीके से काम करते हैं। तिल के बारे में भी यह कहा जा सकता है। अकसर महिलाएं जब अनियमित माहवारी का सामना करती हैं, तो उन्हें तिल के सेवन की सलाह दादी-नानी से मिलती रही है। मगर क्या इसका कोई वैज्ञानिक आधार भी है? यही जानने के लिए हमने तिल पर गहनता से रिसर्च की।

अकसर विंटर फूड्स में टॉपिंग के तौर पर प्रयोग किए जाने वाले तिल में फैटी एसिड पाया जाता है, जो शरीर को हेल्दी बनाए रखता है। मगर इसकी कुछ और खासियतें भी हैं। तिल का सेवन अनियमित पीरियड और हार्मोन इंबैलेंस की समस्या को रिवर्स करने में मदद कर सकता है।

Jaanein til kaise irregular period problem ko suljhaata hai
तिल के सेवन से अनियमित पीरियड्स और हार्मोन इंबैलेंस की समस्या को भी सुलझाया जा सकता है। । चित्र : अडोबी स्टॉक

तिल के बारे में क्या कहती है रिसर्च

सेंटर फॉर डिज़ीज़ कंट्रोल के अनुसार तिल के बीज में जिंक की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे शरीर में प्रोजेस्टेरोन की मात्रा बढ़ने लगती है। इसके अलावा तिल में लिग्नन्स यानि फाइबर से भरपूर कंपाउड पाए जाते हैं। मासिक धर्म के ल्यूटियल चरण यानि सेकण्ड फेज़ जो 15 से 28 वें दिन तक होता है। उस दौरान तिल का सेवन करना चाहिए। इससे पीरियड साइकल नियमित होने लगती है।

एंटीऑक्सीडेंटस और एंटीबैक्टीरियल प्रापर्टीज़ से भरपूर तिल शरीर में हार्मोन इंबैलेंस की समस्या को दूर करने में सहायक है। रिसर्च के अनुसार तिल के बीज में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसकी मदद से शरीर में एस्ट्रोजन के लेवल में बढ़ोतरी होती है। एस्ट्रोजन का उच्च स्तर यूटर्स के संकुचन को उत्तेजित करते हैं, जो ब्लीडिंग का कारण साबित होता है।

अनियमित पीरियड की समस्या का समाधान है तिल (Sesame seeds for periods)

इस बारे में मणिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा बताती हैं कि तिल के सेवन से शरीर में ब्लड फ्लो नियमित होने लगता है, जो अनियमित पीरियड की समसया को सुलझाने में कारगर साबित होता है। मगर पीरियड्स को जल्दी लाने के लिए अगर आपका इसका प्रयोग कर रही है, तो वह फायदे की बजाए नुकसानदेह हो सकता है। मॉडरेशन में इसका सेवन करने से पीरियड में रक्त स्राव या ब्लड फ्लो सही रहता है। इसमें मौजूद जिंक और आयरन शरीर में रेड ब्लड सेल्स की मात्रा बढ़ाते हैं।

Jaanein til kaise hai faydemand
तिल के सेवन से शरीर में ब्लड फ्लो नियमित होने लगता है, जो अनियमित पीरियड की समसया को सुलझाने में कारगर साबित होता है।चित्र : अडॉबी स्टॉक

क्या होता है आपके मासिक धर्म चक्र पर तिल का प्रभाव (How sesame seeds affect menstrual cycle)

मैक्स हॉस्पिटल में एसोसिएट डायरेक्टर गाइनोकोलॉजी डॉ रितु सेठी बताती हैं कि इस दावे का समर्थन करने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि तिल के बीज मासिक धर्म को प्रेरित या विनियमित कर सकते हैं। उनके अुनसार पीरियड साइकल हार्मोनल परिवर्तनों से प्रभावित एक प्रक्रिया है, जो तनाव पोषण और ओवरऑल हेल्थ के कारण प्रभावित होते हैं।

तिल के बीज में आयरन, कैल्शियम और फाइबर जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं। अगर आप अनियमित मासिक धर्म चक्र की समस्या का सामना कर रहे हैं, तो उसके लिए एक्सपर्ट से अवश्य परामर्श लें और जांच करवाएं।

कितनी मात्रा में करें तिल का सेवन

मासिक धर्म को नियमित रखने के लिए सर्दी के दिनों में 1 चम्मच काले तिल या सफेद तिल को आहार में सम्मिलित कर सकते हैं। वहीं इसकी तासीर गर्म होने के चलते गर्मी के दिनों में तिल को भिगोकर उसका सेवन कर सकते है। इसके सेवन से इनफर्टिलिटी की समस्या को भी दूर किया जा सकता है। इसे मॉडरेट ढ़ग से डाइट में शामिल करके कई समस्याओं से निपटा जा सकता है।

महिलाओं की सेहत के लिए कई और कारणों से भी फायदेमंद हैं तिल (Sesame seeds benefits for women)

1 पीरियड क्रैंप्स से बचाते हैं

तिल के सेवन से शरीर में एस्ट्रोजेन की मात्रा बढ़ने लगती है। इससे मांसपेशियों में होने वाली ऐंठन से मुक्ति मिलती है। शरीर में लिग्नन्स का स्तर बढ़ने से हार्मोनल प्रोडक्टस नियंत्रित हो जाता है, जो पेट में ऐंठन से राहत दिलाता है। इसके अलावा तिल के तेल से लोअर एब्डोमन पर मसाज करने से भी ऐंठन की समस्या से बचा जा सकता है।

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें
Jaante hain til ke fayde
आइए जानते हैं तिल के फायदे (Sesame seeds benefits) और यह कैसे महिलाओं के लिए फायदेमंद साबित होते हैं।
चित्र:शटरस्टॉक

2 पीरियड्स को रेगुलर करते हैं

अनियमित पीरियड्स यानि ओलिगोमेनोरिया की स्थिति से निपटने के लिए तिल को मील में शामिल अवश्य करें। इसके सेवन से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने लगता है, जो पीरियड साइकल को रेगुलर करने में मदद करता है। इसमें पाए जाने वाले फैटी एसिड की मदद से होर्मोनल रेगुलेट होते हैं, जो पीसीओडी की समस्या को नियंत्रित करने में मदद करता है।

3 हॉर्मोन बैलेंस करते हैं

असल में हॉर्मोनल इंबैलेंस के कारण शरीर में पीसीओएस की समस्या बढ़ने लगती है। इससे चेहरे पर हेयरग्रोथ का बढ़ना और पिंपल्स की समस्या बढ़ने लगती है। तिल को डाइट में शामिल करने ब्लड सर्कुलेशन उचित तरीके से होने लगता है, जो होर्मोनल प्रक्रिया को भी प्रभावित करते हैं।

ये भी पढ़ें- 0live 0il ke fayde: दिल और दिमाग दोनों को दुरुस्त रखता है जैतून का तेल, जानिए इसके फायदे

  • 140
लेखक के बारे में

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं। ...और पढ़ें

अगला लेख