दिनों दिन बढ़ने वाली एंग्जाइटी स्ट्रेस का कारण बनने लगती है, जिससे सिरदर्द (common triggers of headache) की समस्या का सामना करना पड़ता है। आमतौर पर सिरदर्द (Headache) से तुरंत आराम के लिए दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है, मगर पेपरमिंट एसेंशियल ऑयल (peppermint oil benefits) का इस्तेमाल भी इस समस्या को हल करने में मदद करता है। पोषण से भरपूर इस तेल की खूशबू से लेकर इसमें मौजूद गुण शरीर को सिरदर्द से निजात दिलाने में मदद करते हैं। जानते हैं पेपरमिंट एसेंशियल ऑयल किस तरह सिरदर्द से दिलाता है मुक्ति (peppermint oil for headache) ।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की साल 2019 की रिपोर्ट के अनुसार 2019 के एक अध्ययन में माइग्रेन के दर्द (Pain of migraine) के लिए इस्तेमाल किए गए पेपरमिंट ऑयल (peppermint oil) और लिडोकेन ड्रॉप्स (lidocaine drops) के प्रभावों की तुलना की गई। रिसर्च में पाया गया कि पेपरमिंट तेल की बूंदें जब नाक में डाली गईं, तो उससे लिडोकेन के मुकाबले दर्द से जल्द राहत मिल पाई। इसके अलावा पेपरमिंट ऑयल (peppermint oil) का प्रयोग अरोमाथेरेपी (aroma therapy) के लिए भी किया जाता है, जिससे शरीर को सुकून की प्राप्ति होती है।
अन्य रिसर्च के अनुसार पेपरमिंट ऑयल का प्रयोग (How to use peppermint oil) कॉस्मेटिक और साबुन में किया जाता है। इसके अलावा पेपरमिंट ऑयल से सिरदर्द (peppermint oil for headache), मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द और खुजली जैसी समस्याओं के लिए स्किन पर अप्लाई किया जाता है। इसके अलावा अरोमाथेरेपी में पेपरमिंट ऑयल को खांसी, जुकाम के इलाज, दर्द को कम करने व मानसिक कार्य में सुधार और तनाव को कम करने के लिए किया जाता है।
इस बारे में आयुर्वेद एक्सपर्ट स्मिता नरम बताती हैं कि पेपरमिंट ऑयल की खुशबू सिरदर्द की समस्या को दूर करने में सहायक साबित होती है। इसे स्किन पर अप्लाई करने से लिम्बिक सिस्टम में पहुंच जाता है, जिससे तनाव, सिरदर्द और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हल होने लगती है। इसके अलावा इसकी कुछ बूंदे नाक में डालने से भी शरीर रिलैक्स हो जाता है और तनाव कम होने लगता है। इसमें मौजूद मेन्थाल माइग्रेन (migraine) और साइनस के इलाज में मदद करता है। साथ ही पेपरमिंट ऑयल के स्मैल रिसेप्टर्स स्किन एलर्जी और चेस्ट कंजेशन से भी राहत दिलाता है।
पेपरमिंट ऑयल में मौजूद मेन्थाल तनाव और माइग्रेन को रेगुलेट करने में मदद करता है। इसे अप्लाई करने से इंफ्लामेशन दूर होती है और मसल्स रिलैक्स होने लगते हैं। पेपरमिंट ऑयल की कुछ बूंदों को नारियल के तेल में मिलाकर माथे, गर्दन और कानों के पीछे मसाज करने से ब्लड वैसल्स रिलैक्स होने लगती है और दर्द की समस्या होने लगती है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार अरोमाथेरेपी के दौरान पेपरमिंट ऑयल को इनहेल करने से एंडोर्फिन का सिक्रीशन बढ़ जाता है। इससे तनाव और एंग्ज़ाइटी का स्तर कम होने लगता है। इसका सांइटीफिक नेम मेंथा पिपेरिटा है, जो एक एरोमेटिक हर्ब है। इसके इस्तेमाल से मेंटल हेल्थ बूस्ट होती है और नींद न आने की समस्या हल होने लगती है।
मानसून के दिनों में हेयरलॉस को कम करने के लिए पेपरमिंट ऑयल को कैरियर ऑयल में मिलाकर स्कैल्प मसाज करने से फायदा मिलता है। इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल तत्व स्कैल्प को संक्रमण के प्रभाव से मुक्त रखते है। इससे बालों की ग्रोथ और ज्ञिकनेस बढ़ने लगती है। पेपरमिंट ऑयल से स्कैल्प इचिंग की समस्या भी हल होने लगती है।
त्वचा पर बढ़ने वाली जलन और खुजली की समस्या को कम करने के लिए पेपरमिंट ऑयल का इस्तेमाल फायदा पहुंचाता है। इससे अतिरिक्त ऑयल सिक्रीशन से राहत मिल जाती है और एलर्जी का खरा कम होने लगता है। इसे नेचुरल ऑयल को त्वचा पर अप्लाई करने से स्किन सेल्स बूस्ट होते हैं।