गर्मी का मौसम त्वचा को अधिक संबेदनशील बना देता है, जिसकी वजह से त्वचा बेहद आसानी से प्रभावित हो जाती है। खासकर इस मौसम स्किन अधिक ऑयल रिलीज करती है, वहीं पसीना आने से दोनों आपस में मिलकर त्वचा को चिपचिपा बना देते हैं और स्किन डल नज़र आती है। चिपचिपी स्किन पर धूल गंदगी आसानी से चिपक जाती है, जिसकी वजह से बैक्टीरियल ग्रोथ बढ़ जाता है और त्वचा पर एक्ने ब्रेकआउट, इन्फेक्शन जैसी अन्य समस्याएं बिल्कुल आम हो जाती हैं। इन सभी फैक्टर्स को ध्यान में रखते हुए इस मौसम त्वचा को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। जिसमें मुल्तानी मिट्टी और नींबू के रस का कॉम्बिनेशन आपकी मदद कर सकता है।
इन दोनों सामग्री को त्वचा संबंधी समस्यायों के प्राकृतिक उपचार के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है, या यूं कहें की ये एक बेहद खास घरेलु नुस्खा है। इनका इस्तेमाल आपकी त्वचा को बिना किसी साइड इफेक्ट के कई फायदे प्रदान करता है। तो चलिए जानते हैं गर्मी में त्वचा के लिए मुल्तानी मिट्टी और नींबू के रस के क्या फायदे हैं (Multani mitti and lemon for skin), साथ ही जानेंगे इन्हे अप्लाई करने का सही तरीका।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार मुल्तानी मिट्टी एक प्रकार का नेचुरल क्ले है, जिसे त्वचा, बाल तथा अन्य अलग-अलग समस्याओं को ट्रीट करने के लिए सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है। यह एक मिनरल युक्त क्ले है, जिसमें कई महत्वपूर्ण मिनरल्स जैसे कि सिलिका, मैग्नीशियम, कैल्शियम पाए जाते हैं। अपनी समर स्किन केयर में सभी को मुल्तानी मिट्टी शामिल करनी चाहिए। मुल्तानी मिट्टी त्वचा से एक्सेस ऑयल और सिबम प्रोडक्शन को अवशोषित करती है, जिससे स्किन चिपचिपी नहीं रहती और रिफ्रेश नज़र आती है।
इसे एक्ने प्रॉन स्किन के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। मुल्तानी मिट्टी एक नेचुरल एक्सफोलिएंट की तरह काम करती है। रिसर्चगेट के अनुसार मुल्तानी मिट्टी के इस्तेमाल से डेड स्किन सेल्स को रिमूव करने में मदद मिलती है, जिससे आपकी स्किन टेक्सचर मुलायम होती है। साथ ही साथ इसका इस्तेमाल स्किन कांप्लेक्शन को भी इम्प्रूव करता है।
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आमतौर पर गर्मी के मौसम में सनबर्न हो जाता है, जिसकी वजह से त्वचा डार्क और डल नजर आती है, ऐसे में मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल सन टैनिंग को रिमूव करने में आपकी मदद कर सकता है। वहीं इसमें कूलिंग और सूदिंग प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो स्किन इन्फ्लेमेशन और इरिटेशन में बेहद प्रभावी रूप से कार्य करती हैं। यह त्वचा को ठंडक प्रदान करती है और तरोताजा रहने में मदद करती है।
पब मेड सेंट्रल के अनुसार नींबू में विटामिन सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो समय से पहले बुढ़ापे को रोकने और त्वचा पर होने वाले नुकसान को कम करने में बेहद प्रभावी रूप से कार्य करती है। यह कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देती है, जिससे त्वचा पूरी तरह जवां नज़र आती है।
नींबू एक प्राकृतिक एस्ट्रिंजेंट है। इसके रस में उच्च पीएच स्तर की मौजूदगी आपकी त्वचा पर नज़र आने वाले एक्स्ट्रा ऑयल को रिमूव करने और सूजन को कम करने में आपकी मदद करती है। नींबू के रस में एंटीफंगल गुण होते हैं, जो कैंडिडा फंगल रैश जैसे फंगल संक्रमण का इलाज करने में मदद करते हैं।
त्नींबू के रस में एसिड, मुख्य रूप से साइट्रिक एसिड, कम मात्रा में मैलिक एसिड और एस्कॉर्बिक एसिड होते हैं, जिसे आमतौर पर विटामिन सी के रूप में जाना जाता है। इसमें एसिड की मौजूदगी इसकी स्किन ब्राइटिनिंग प्रॉपर्टी को इम्प्रूव करती है। साथ ही इसे उम्र के धब्बों और काले धब्बों को कम करने में भी कारगर माना जाता है।
2 चम्मच मुल्तानी मिट्टी में एक चम्मच नींबू का रस डालें।
फिर रोज वाटर या सामन्य पानी मिलाते हुए इसका एक स्मूद पेस्ट तैयार करें।
अब इस पेस्ट को 10 से 15 मिनट तक सेट होने रख दें, उसके बाद इसे अपने चेहरे एवं गर्दन पर अप्लाई करें।
जब ये पूरी तरह से सुख जाएं तो इन्हे सामान्य पानी से रिमूव कर लें।
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कस्टमाइज़ करेंनोट: इस फेस पैक को अप्लाई करने से पहले अपनी स्किन को अच्छी तरह से क्लीन कर लें। वहीं फेस पैक रिमूव करने के बाद चेहरे पर आइस पैक अप्लाई करें, और फिर वाटर बेस्ड लाइट मॉइस्चराइज़र लगा लें।
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