यूटीआई यानी कि यूरिनरी ट्रैक इन्फेक्शन एक बेहद कॉमन प्रॉब्लम है। ये मेल और फीमेल दोनों में देखने को मिलती है, पर आमतौर पर ये महिलाओं को अधिक प्रभावित करती है। इस स्थिति में ब्लैडर संक्रमित हो जाता है। यदि इसे समय रहते नियंत्रित न किया जाए तो यह किडनी तक फैल सकता है। इस स्थिति में कई लक्षण नजर आते हैं, जिससे महिलाएं बेहद परेशान हो जाती हैं। वहीं उनके नियमित कामकाज पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ता है। यूटीआई कई कारणों से हो सकता है, परंतु इसका सबसे बड़ा कारण है, इंटिमेट हाइजीन के प्रति बढ़ती गई लापरवाही। इससे बचाव के लिए प्रॉपर हाइजीन मेंटेन करना बहुत जरूरी है।
यदि आपको यूरिनरी ट्रैक इंफेक्शन हो गया है तो ऐसे में धनिया के बीच आपकी मदद कर सकते हैं। धनिया के बीज में मौजूद प्रॉपर्टीज यूटीआई की समस्या से डील करने में बेहद प्रभावी रूप से काम करती हैं, वहीं सेहत के लिए इसके कई अन्य फायदे भी हैं। हेल्थ टोटल की फाउंडर और न्यूट्रीशनिस्ट अंजलि मुखर्जी ने यूरिनरी ट्रैक इनफेक्शन से डील करने के लिए धनिया के बीच को बेहद प्रभावी बताया है। तो चलिए जानते हैं, धनिया के बीज यूटीआई में किस तरह काम करते हैं (dhaniya water for UTI)।
यूटीआई की स्थिति में धनिया के बीज बेहद प्रभावी रूप से कार्य कर सकते हैं। इनका नियमित सेवन किडनी के फिल्ट्रेशन रेट को इंप्रूव कर देता है। जिससे कि यूरिन आसानी से बार-बार जनरेट होता है। इस प्रकार आपकी बॉडी टॉक्सिंस बाहर निकल आती हैं, साथ ही साथ ये यूरिनरी ट्रैक्ट में मौजूद कीटाणुओं को भी फ्लश करता रहता है।
इससे बॉडी में वॉटर रिटेंशन नहीं होती है और बॉडी टॉक्सिंस बाहर निकल जाते हैं। जब आपके ब्लड स्ट्रीम और ऑर्गन्स क्लियर रहते हैं, तो बॉडी में संक्रमण फैलाने वाले हानिकारक कीटाणु नहीं पनपते और यूटीआई का खतरा भी सीमित रहता है।
धनिया के बीज में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबॉयल प्रॉपर्टीज पाई जाती हैंजो इनफॉरमेशन और पेन खत्म करने में मदद करती हैं। यदि आपको यूटीआई है, तो इस स्थिति में सूजन आ जाती है, साथ ही दर्द भी महसूस होता है। इन्हे कम करने में धनिया आपकी मदद कर सकता है।
एक चम्मच धनिया के बीच को रात भर के लिए पानी में भिगोकर छोड़ दें।
अब पानी को छाने और इसे सुबह खाली पेट पिएं।
दूसरा विकल्प
यदि आपको यूटीआई है तो इसे दिन में दो से तीन बार पिएं। इसके लिए आप धनिया की चाय तैयार कर सकती हैं।
एक कप पानी में एक चम्मच धनिया के बीज डालें।
अब इसे गैस पर चढ़ाएं और इसमें 7 से 10 मिनट तक अच्छी तरह उबाल आने दें।
फिर इसे छान कर गरमा गर्म पी लें।
इससे आपको फौरन राहत महसूस होगा।
यदि आपको मसालेदार खाने के बाद पेट में भारीपन महसूस होता है, तो दिन में 2 – 3 बार धनिया पानी पिएं। यह आपकी ब्लोटिंग को दूर करने के साथ ही गर्मियों के आपके शरीर को ठंडक प्रदान करता है। धनिए में मौजूद शीतल गुण आपको तुरंत राहत दिलाएंगे।
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धनिया के पानी को वेट लॉस के लिए बहुत अच्छा माना जाता है, क्योंकि धनिये के बीजों में पाचक गुण होते हैं। इसमें मौजूद फाइबर पाचन तंत्र के कामकाज को बेहतर बनाने में मदद करता है और वेट को मैनेज करता है। साथ ही बॉडी टॉक्सिंस को बाहर निकाल देता है। इससे बॉडी में पानी जमा नहीं होता और असामान्य रूप से वजन नहीं बढ़ता।
हाई ब्लड शुगर लेवल डायबिटीज का कारण बन सकते हैं। ऐसे में धनिया में मौजूद पोषक तत्व जैसे की फाइबर और अन्य महत्वपूर्ण प्रॉपर्टीज ब्लड शुगर को नियमित रहने में मदद करती हैं और डायबिटीज के खतरे को कम कर देते हैं। ये बॉडी में कुछ प्रकार के एंजाइम को एक्टिवेट कर देता है, जिससे कि ब्लड शुगर लेवल नॉर्मल रहता है।
दुनिया में कुछ प्रकार की एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले सेल्यूलर डैमेज से बचाव में मदद करते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट बॉडी इंफ्लेमेशन से लड़ते हैं और इम्यूनिटी को बूस्ट कर देते हैं। इस स्थिति में शरीर तमाम प्रकार के संक्रमण और बीमारियों से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार रहता है। इतना ही नहीं धनिया का पानी कैंसर सेल्स को बनने से रोकता है, जिससे कि कैंसर का खतरा भी कम हो जाता है।
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