आमतौर पर नारियल के तेल का प्रयोग बालों की सेहत को बनाए रखने के लिए किया जाता था। परंतु अब यह काफी ज्यादा सुर्खियों में छाया हुआ है। वर्जिन कोकोनट ऑयल को कुकिंग में भी इस्तेमाल किया जाने लगा है। खासकर वेट लॉस कर रहे लोग इसे अपनी डाइट में शामिल कर रहे हैं। वहीं इसे कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। परंतु अक्सर हार्ट हेल्थ पर कोकोनट ऑयल (Coconut oil effect on heart health) के प्रभाव को लेकर अक्सर लोग भ्रमित रहते हैं।
साथ ही लोगों के बीच यह एक बड़ी चर्चा का विषय बन चुका है कि आखिर कोकोनट ऑयल का सेवन करें या नहीं! एक तरफ यह सेहत के लिए फायदेमंद होता है तो दूसरी तरफ हार्ट हेल्थ पर इसके प्रभाव को लेकर किसी प्रकार की स्पष्टता प्राप्त नहीं हो पा रही। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए आज हम लेकर आए हैं, कोकोनट ऑयल के फायदे और दिल की सेहत पर होने वाले इसके प्रभाव से जुड़े कुछ जरूरी फैक्ट्स। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा कोकोनट ऑयल को लेकर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार यह वेट लॉस में फायदेमंद हो सकता है। कोकोनट ऑयल में प्राकृतिक रूप से लॉरिक एसिड मौजूद होता है। लॉरिक एसिड शरीर में फैट स्टोर करने की जगह लीवर से गुजरते हुए ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है।
कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल कई प्रकार के कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स को बनाने में किया जाता है। इसमें कई ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो बाल, त्वचा, नाखून और दांतो की सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। सर्दियों में इसका इस्तेमाल रुकी और बेजान त्वचा को मॉइश्चराइज करने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही इसका इस्तेमाल बालों में प्रोटीन को बनाए रखता है और बाल झड़ने की समस्या में कारगर होता है।
शरीर मे एचडीएल कोलेस्ट्रॉल (गुड कोलेस्ट्रॉल) की उचित मात्रा होना जरूरी है। वहीं नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा की गयी स्टडी के अनुसार कोकोनट ऑयल का सेवन बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को घटाता है और गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बनाये रखने में मदद करता है।
ऑयल पुलिंग के बारे में तो आप सभी ने सुना होगा। ऑयल पुलिंग के लिए ज्यादातर लोग कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल करते हैं। पब मेड सेंट्रल के अनुसार इसमे मौजूद एंटी बैक्टीरियल और एंटीफंगल प्रॉपर्टी ओरल हेल्थ को नुकसान पहुंचाने वाले हार्मफुल बैक्टीरिया से बचाव का काम करती हैं। वहीं यह सांसो की बदबू को भी कम करता है।
हेल्थ शॉट्स ने न्यूट्रीफाई बाई पूनम डाइट एंड वैलनेस क्लिनिक एंड अकेडमी की डायरेक्टर पूनम दुनेजा से बातचीत की उन्होंने इस विषय पर अपनी राय देते हुए कुछ जरुरी फैक्ट्स बताये हैं। तो चलिए जानते है हृदय पर कोकोनट ऑयल के प्रभाव को लेकर क्या कहती हैं एक्सपर्ट।
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कस्टमाइज़ करेंनारियल के तेल में सैचुरेटेड फैट होता है लेकिन फिर भी यह दिल की सेहत के लिए अच्छा है। क्योंकि इसमें ट्राइग्लिसराइड्स की मीडियम चेन मौजूद होती हैं, इसलिए यह हाई डेंसिटी वाले लिपॉप्रोटीन (एचडीएल) को बढ़ाता है और लो डेंसिटी वाले लिपोप्रोटीन (एलडीएल) को घटाता है। यह अन्य पौधों के तेल जिनमे लांग चेन ट्राइग्लिसराइड्स मौजूद होती है उनसे विपरीत काम करता है।
एक्सपर्ट कहती हैं कि वर्जिन कोकोनट ऑयल फैट लॉस में भी मदद करता है। जो लोग पहले से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित हैं, उन्हें नारियल के तेल से MUFA (मोनो अनसैचुरेटेड फैटी एसिड) जैसे की जैतून का तेल, मूंगफली का तेल या तिल का तेल इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि यह सभी ओमेगा 3s फैटी एसिड से भरपूर होते हैं और हृदय स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद माने जाते हैं।
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