हर घर में रसोई के एक कोने में छोटी इलायची किसी पैकेट या डिब्बी में बंद नज़र आती है। इसे चाय से लेकर खीर और पुलाव में इस्तेमाल किया जाता है। भारतीय रसोई के इस अभिन्न अंग की गिनती मसालों में की जाती है। इसके सेवन से शरीर को एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है, जो न केवल पाचनतंत्र को मज़बूत बनाता है बल्कि मेंटल हेल्थ भी बूस्ट होती है। अधिकतर लोग खाने के बाद मुंह के ज़ायके को बदलने के लिए इसका सेवन करते हैं, जिससे सांसों की ताज़गी बनी रहती है, मगर साथ में तनाव को भी दूर किया जा सकता हैं। जानते है बढ़ रहे तनाव को दूर करन के लिए छोटी इलाचयी (Cardamom to reduce stress) का सवेन कैसे फायदा पहुंचाता है।
मेडिसिनल प्रॉपर्टीज़ से भरपूर छोटी इलायची का सेवन करने से शरीर को एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है। इसके डयूरेटिक प्रभाव के चलते शरीर में वॉटर रिटेंशन के खतर से भी बचा जा सकता है। डायटीशियन डॉ अदिति शर्मा बताती हैं कि छोटी इलायची शरीर के लिए एंटी स्ट्रेस एजेंट के रूप में कार्य करता है। इसमें मौजूद फलेवर दिमाग को शांत रखने और एंग्ज़ाइटी को दूर करता है। इसके सेवन से ब्रेन में हैप्पी हार्मोन का रिलीज बढ़ने लगता है, जिससे माइंड रिलैक्स हो जाता है। साथ ही कैफीन और स्मोकिंग की समस्या भी हल होने लगती है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार चूहों पर की गई एक स्टडी के मुताबिक इलायची का अर्क तनाव और चिंता का कम करता है। दरअसल, शरीर में एंटीऑक्सिडेंट का निम्न स्तर मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का कारण साबित होता है। इससे ब्रेन सेल्स बूस्ट होते हैं और इंफ्लेमेशन का जोखिम कम होने लगता है।
रोज़ाना छोटी इलायची का सेवन करने से शरीर को थायमिन और विटामिन सी कंपाउंड की प्राप्ति होती हैं। इससे ब्रेन में बढ़ने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद मिलती हैं। इसके सेवन से चीजों को सीखने, याद रखने और कम्यूनिकेशन में मदद मिलती है। इससे कॉग्नीटिव हेल्थ में सुधार आने लगता है।
मूड बूस्टिंग गुणों से भरपूर छोटी इलायची का सेवन करने से ब्रेन रिलैक्स होने लगता है। दरअसल, इसके सेवन से शरीर को विटामिन बी6 और फाइटोन्यूट्रिएंट्स की प्राप्ति होती हैं। इससे ब्रेन को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से मुक्त रखने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद लिनालूल कंपाउड की मात्रा सेरोटोनिन हार्मोन का रिलीज़ बढ़ता है, जिससे तनाव से बचा जा सकता है।
साइंस डायरेक्ट की रिर्पोट के अनसुर छोटी इलायची का सेवन करने से ऑक्सीडेटिव तनाव कम होने लगता है, जिससे न्यूरोट्रांसमीटर में बढ़ने वाले असंतुलन को कम किया जा सकता है। इससे याद करने की क्षमता को बढ़ाता मिलता और डिप्रेशन के लक्षणों से बचा जा सकता है। इसमें मौजूद थियामिन की मात्रा एनर्जी मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर कॉग्नीटिव फंक्शन को इंप्रूव करती है।
एंटी इंफ्लामेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर इलायची का इस्तेमाल पारंपरिक चिकित्सा में एडाप्टोजेन के तौर पर किया जाता है। इससे शरीर में बढ़ने वाले तनाव को कम किया जा सकता है और मानसिक रूप से शरीर एक्टिव रहता है। इसके सेवन से हाई ब्लड प्रेशर का जोखिम कम होने लगता है और दिमाग शांत रहता है।
अधिकतर लोग तनाव से ग्रस्त रहने पर इलायची का सेवन करते हैं, जिससे शरीर को फाइटोन्यूट्रिएंट्स मिलते हैं। इससे तनाव कम होने लगता है। मगर इसे पाउडर की फॉर्म में खाने और पानी के साथ निगलने से बचें। इस प्रकार से इलायची में मौजूद कंपाउड का स्वास्थ्य को भरपूर फायदा नहीं मिल पाता है। छोटी हरी इलायची को मुंह में रखकर लगातार चबाएं। इससे तनाव रिलीज़ होता है और ब्रेन सेल्स बूस्ट होने लगते हैं। इसके अलावा पानी में उबालकर पीने से भी फायदा मिलता है। एंटी स्ट्रेस एजेंट के रूप में ब्रेन को फायदा पहुंचाने वाली इलायची का नियमित रूप से सेवन करने से मानसिक स्वास्थ्य उचित बना रहता है।