सावन का महीना है। पूरे महीने हम किसी न किसी दिन उपवास (Sawan fasting) रखते हैं। धार्मिक मान्यताओं के कारण सोमवार का दिन महत्वपूर्ण होता है। इस दिन हम न सिर्फ उपवास रखते हैं, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व की यात्राएं भी प्लान कर लेते हैं। कुछ महिलाएं तो पूरे दिन सिर्फ लिक्विड डाइट पर ही रहती हैं। ऐसी स्थिति में हमारी कैलोरी अधिक बर्न होती है और हमारी एनर्जी भी अधिक खर्च हो जाती है। इसलिए उपवास खोलने के बाद या अगले दिन खोई एनर्जी वापस पाने के लिए आपको कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए। यहां हम उन्हीं नुस्खों के बारे में बताने जा रहे हैं।
मां कहती है कि उपवास के बाद न सिर्फ हल्का भोजन लेना चाहिए, बल्कि दाल, सोयाबीन जैसे आहार को भोजन में शामिल करना चाहिए, जो शरीर की खोई ताकत को बहाल करने में मदद करते हैं।
अक्सर उपवास के बाद हम खूब तली-भुनी चीजें खा लेते हैं। ऐसे आहार हमारे पाचनतंत्र को प्रभावित करता है। वहीं यदि हम सुपाच्य और हल्का भोजन लें, तो न सिर्फ हमारा पेट सही रहेगा, बल्कि हमें एनर्जी भी भरपूर मिलेगी। उपवास तोड़ने के समय हमें 3 बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
जब हम उपवास करते हैं, तो हमारा पेट घंटों तक खाली रहता है। लंबे समय तक पेट खाली रहने के बाद यदि हम अचानक तुरंत अधिक मात्रा में भोजन लेना शुरू कर देते हैं, तो इससे उल्टी या मतली की समस्या हो सकती है।
मां कहती है कि उपवास के दूसरे दिन सुबह 1 गिलास हल्का गुनगुना पानी या 1 गिलास नींबू पानी लेना ही बेहतर होता है। इससे पाचन संबंधी समस्या होने की आशंका नहीं रहती।
पानी के अलावा, नारियल पानी या किसी फल का जूस भी लिया जा सकता है। इससे न सिर्फ डायजेस्टिव सिस्टम ठीक रहता है, बल्कि आप एनर्जेटिक भी महसूस करेंगी। नारियल पानी से शरीर में नमक की कमी को पूरा किया जा सकता है।
व्रत के बाद हम प्रोटीन युक्त दालों का सेवन तो करते हैं, लेकिन उसके अस्वास्थ्यकर रूप में। अक्सर हम खूब मसाले वाली दाल, दाल वाले तले-भुने पकौड़े, दाल वाली कचौड़ी आदि भरपूर मात्रा में खा लेते हैं। इससे फायदे की बजाय नुकसान ही होता है।
इससे न सिर्फ एक्स्ट्रा फैट शरीर में चले जाते हैं, बल्कि पाचन तंत्र पर भी बहुत अधिक दबाव पड़ता है। इसके स्थान पर नाश्ते में यदि मूंग दाल का चीला, स्प्राउट्स, तवे पर भुने पनीर क्यूब्स, अदरक-लहसुन और दही में पके सोया चंक्स आदि खाए जाएं, तो वह अधिक फायदेमंद होते हैं।
आपने व्रत के दौरान यदि लंबी यात्रा कर ली है, तो इस खाने से न सिर्फ थकान मिटेगी, बल्कि खोई हुई ताकत भी मिल जाएगी।
मां कहती है कि व्रत चाहे एक दिन का हो या कई दिनों का, व्रत खोलने के बाद हमेशा हल्का भोजन लेना चाहिए। सबसे सुपाच्य और हल्का भोजन तो मूंग दाल की खिचड़ी होती है। स्वाद और पौष्टिकता बरकरार रखने के लिए
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कस्टमाइज़ करेंखिचड़ी में स्प्राउट्स, हरी सब्जियां, प्याज-टमाटर आदि भी डाल सकती हैं। इनके अलावा, रागी, मकई, जौ, सूजी, काला चना आदि के आटे से तैयार रोटी या इनके आटे से तैयार उपमा का भी स्वाद लिया जा सकता है।
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