अक्सर रात में हैवी डिनर कई बार अगली सुबह ब्लोटिंग, पेट दर्द, गैस और एसिडिटी का कारण साबित होता हे। ऐेसे में लोग कई तरह के नुस्खों और दवाओं की मदद लेते हैं। अगर आप भी पाचतंत्र को नियमित बनाए रखने के लिए किसी हेल्दी विकल्प की खोज कर रहे हैं, तो जीरे का पानी एक बेहतरीन विकल्प है। अक्सर बचपन में मां खाली पेट सबसे पहले जीरे का पानी पीने के लिए दिया करती थीं, जिससे दिनभर शरीर हेल्दी और एक्टिव बना रहता था। साथ ही इसमें मौजूद फाइबर और मिनरल्स समेत अन्य पोषक तत्वों की मात्रा वेटलॉस (jeera water benefits) में भी मददगार साबित होती है।
जीरे का इस्तेमाल (jeera water benefits) अक्सर चाय, परांठा, करी और स्टू बनाने के लिए किया जाता है। डाइजेशन बूस्ट करने के इस जांचे परखे नुस्खे की सुगंध और तीखा स्वाद जहां ज़ायके को बढ़ाता है, तो वहीं आहार के पोषण को बढ़ाता है। नानावटी मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल मुंबई में रजिस्टर्ड डाइटीशियन और क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ उषाकिरण सिसोदिया बताती हैं कि जीरे का पानी पीना आपके पाचन के लिए फायदेमंद हो सकता है क्योंकि यह पेट फूलने और गैस को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी इंफ्लामेटरी गुणों के चलते वेटलॉस में भी कारगर साबित होता है।
मिडिल ईस्ट जर्नल ऑफ डाइजेस्टिव इश्यूज की रिपोर्ट के अनुसार जीरे के अर्क (jeera water benefits) को शामिल करने से ऐंठन, मतली, पेट फूलना और पाचन संबंधी ऐंठन का इलाज करने में मदद मिल सकती है। इससे फैट रिडक्शन में भी मदद मिलती है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार जीरे के पानी का सेवन करने से डाइजेस्टिव एंजाइम्स उत्तेजित होने लगते हैं। दरअसल, जीरा लीवर से बाइल के स्राव को भी बढ़ाता है, जो पेट में फैट्स और कुछ पोषक तत्वों को पचाने में मदद करता है। इरिटेबल बॉवल सिंड्रोम के 57 रोगियों ने दो सप्ताह तक जीरे का सेवन करने के बाद खुद को पहले से स्वस्थ पाया। नियमित रूप से जीरे के पानी का सेवन करने से पाचनतंत्र को म़बूती मिलती है, जिससे गट हेल्थ को भी फायदा मिलता है।
मैग्नीशियम से भरपूर जीरा बेहतर नींद को बढ़ावा देने में मदद करता है। इसमें मौजूद एल्डिहाइड जैसे बायोएक्टिव कंपाउड तनाव और चिंता को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा जीरे में मेलाटोनिनए नींद को नियंत्रित करने वाला हार्मोन और अन्य आवश्यक खनिज होते हैं जो मस्तिष्क के कार्य को बेहतर बनाते हैं।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिसर्च के अनुसार आठ सप्ताह तक प्रतिदिन दो बार 75 मिलीग्राम जीरा लेने से अस्वस्थ रक्त ट्राइग्लिसराइड्स में कमी आने लगती है। एक अन्य रिसर्च के मुताबिक डेढ़ महीने तक जीरे का अर्क लेने वाले रोगियों में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर में लगभग 10 फीसदी की कमी देखी गई। जीरे के पानी (jeera water benefits) का सेवन करने से शरीर को जिंक और मैगनीशियम की प्राप्ति होती है।
इसमें एंटीऑक्सीडेंटस, एंटी इंफ्लामेटरी और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज़ पाई जाती है। इससे शरीर में मौजूद टॉक्सिक पदार्थों को डिटॉक्स करके बॉडी फंक्शनिंग को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। इसमें पाई जाने वाली टेरपेन, फिनोल फ्लेवोनोइड्स और एल्कलॉइड जैसे प्लांट कंपाउड की मात्रा फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को ककम करने में मददगार साबित होती हैं।
जीरे के पानी (jeera water benefits) की गिनती वेटलॉस ड्रिंक में की जाती है, जो पोषण से भरपूर है। फाइबर से भरपूर इस सुपरफूड से शरीर को फाइबर और आयरन की उच्च मात्रा में प्राप्ति होती है। इसके अलावा जीरे में मौजूद थाइमोल कंपाउड भूख को नियंत्रित करने में मददगार साबित होते हैं। खाली पेट इसका सेवन करने से क्रेविंग और ओवरइटिंग से बचा जा सकता है।
इस नेचुरल इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक का सेवन करने से शरीर में निर्जलीकरण की समस्या हल हो जाती है। हाइड्रेशन का स्तर बने रहने से शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ जाता है, जिससे थकान, चक्कर आना और आलस्य से मुक्ति मिल जाती है।
एंटी डायबीटिक गुणों के चलते जीरे के पानी (jeera water benefits) का सेवन करने से ब्लड में यूरिया की मात्रा कम होती है, जिससे शरीर में इंसुनि का स्तर प्रभावित होने लगता है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से शुगर स्पाइक के खतरे से भी बचा जा सकता है।
इसके लिए आधा चम्मच जीरे को एक गिलास पानी को ओवरनाईट सोक करके रखें। अगली सुबह उस पानी को जीरा समेत पैन में डालकर उबालें। एक से दो उबाल आने के बाद पानी को छानकर अलग कर लें और हल्का गुनगुना होने पर उसका सेवन करें। खाली पेअ जीरे के पानी का सेवन करने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं।
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