एक शिशु का आपके जीवन में आना आपके जीवन में ढेर सारी खुशियों के साथ ही एक ज़िम्मेदारी का आना भी है। यह ज़िम्मेदारी है उस शिशु के पोषण और सेहत की। इसमें मां के दूध की एक बड़ी भूमिका होती है। मां का दूध बच्चे को वह सारा पोषण दे सकता है, जिसकी जरूरत उसके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए है। पर तब स्थिति खासी चिंताजनक हो सकती है, जब मां का दूध नहीं बन पाता। मगर चिंता न करें, क्योंकि मां के नुस्खों में इसका भी समाधान है। मेरी मम्मी इसके लिए आहार में दालें शामिल करने का सुझाव देती हैं। आइए जानते हैं ब्रेस्टमिल्क के लिए कैसे फायदेमंद है दालों का सेवन (Foods for lactating mothers)।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए हम लाए हैं दादी मां के नुस्खों की पिटारी से कुछ ऐसे नुस्खे जो सदियों से मां के दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किए जाते रहे हैं। हर स्तनपान कराने वाली मां इस बात को लेकर चिंतित रहती है कि ब्रेस्ट मिल्क उसके बच्चे के लिए कैसे काम कर रहा है। उसकी मात्रा भरपूर है या नहीं और गुणवत्ता उसके पोषण की ज़रुरत को पूरा करती है या नहीं।
यहां हैं वे फूड जो नई मां के लिए ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं
खजूर खाने से भी स्तनों में दूध बढ़ाने में मदद मिलती है। दरअसल खजूर में प्रोलैक्टिन हर्मोंन की सक्रियता बढ़ाने का गुण पाया जाता है। प्रोलैक्टिन हर्मोंन स्तनों में दूध बनाने के लिए जिम्मेदार होता है। दूध बढ़ाने के लिए 8-10 खजूर को रात भर पानी में भीगा कर छोड़ दें। फिर सुबह खजूर के बीज बाहर निकाल कर मिक्सी में आवश्यकता अनुसार पानी या दूध मिलाकर महीन पीस लें। इसके बाद एक गिलास गुनगुने दूध में मिश्रण को मिलाकर पीएं।
जिन महिलाओं को कम ब्रेस्ट मिल्क बनने की शिकायत है, उनके लिए सौंफ खाना बहुत फायदेमंद हो सकता है। इससे स्तन के दूध में वृद्धि होती है। सुबह-शाम सौंफ खाने से पेट में कब्ज,गैस एवं बदहजमी नहीं होती साथ ही पेट भी ठंडा रहता है। आप सौंफ को चाय या दूध में डालकर भी ले सकती हैं। सौंफ में ओटेशियम, फॉलेट, विटामिन सी, विटामिन बी-6 और फाइटोन्यूट्रिएंट्स जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।
कच्चा पपीता खाने से भी स्तनों के दूध में वृद्धि होती है। इससे कब्ज की समस्या भी नहीं होती है। ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए कच्चे पपीते का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है। पपीता खाने से शरीर में ऑक्सिटॉसिन की मात्रा बढ़ती है, जो ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में मददगार है।
ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए गाय का दूध पीना बहुत फायदेमंद होता है। मेरी दादी मेरी मां के स्तन में दूध बढाने के लिए गाय का दूध ही देती थी। गाय के दूध में प्रोटीन, कैल्शियम, पोटैशियम और विटामिन जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं। यह पचने में भी आसान है।
स्तनपान कराने वाली महिलाओं को अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां ज़रूर शामिल करनी चाहिए। इनमें मौजूद आयरन, कैल्श्यिम और फोलेट स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसके साथ ही इनमें बीटाकैरोटीन और राइबोफ्लेविन जैसे पोषक तत्व भारी मात्रा में पाए जाते हैं जो ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में मदद करते हैं।
अपने खाने में हरी पत्तेदार सब्जियां पालक, मेथी, सरसों और बथुआ आदि शामिल करें। पालक में मौजूद आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड शरीर में खून की कमी को पूरा करती है। जिससे स्तनों में दूध की कमी नहीं होने पाती। ब्रेस्ट मिल बढाने के लिए मेरी दादी मुझे खास तौर पर लौकी और तुरई खिलाया करती थीं। ये सब्जिया पचने में भी आसान रहती है।हरी पत्तेदार सब्जियां खासतौर से पालक खाने से भी खून की कमी नहीं होती है।
मसाले के तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाला जीरा नई मां के ब्रेस्ट मिल्क को बढ़ाने में मदद करता है। मेरी दादी इसे अदरक और गुड़ के साथ पका के मुझे देती थीं। अदरक और गुड़ एक तरफ स्वाद बढाते हैं दूसरी ओर शरीर में होने वाले दर्द के लिए भी प्रभावी रूप से काम करते हैं। यह मां के शरीर में दूध बनने में मदद करता है। इसमें कैल्शियम और राइबोफ्लेविन पाया जाता है जो पेट संबंधी परेशानियों को दूर करता है।
दाल प्रोटीन का एक बहुत अच्छा स्रोत हैं। इसमें आयरन और फायबर की भी पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। नई माताओं में दूध की कमी पूरी करने के लिए दाल ज़रूर दी जानी चाहिए।
सूखे मेवे जैसे काजू, बादाम, किशमिश आदि दूध में उबालकर दिए जाते हैं। दादी कहा करती थीं कि सूखे मेवे खाने से नई माँ के स्तन में दूध तो बढ़ता ही है साथ मां से होते हुए इनमें मौजूद पोषक तत्त्व शिशु को भी मिलते हैं।
इनमें विटामिन, प्रोटीन जैसे कई अन्य पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं जो नई माँ को ऊर्जा और सही पोषण देते है।कच्चे मेवे जैसे बादाम, काजू , पिस्ता आदि खाने से शरीर में प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स की पूर्ति होती है। दूध के साथ कच्चा मेवा खाने से स्तनों में दूध की मात्रा बढ़ती है।
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