मानसून की शुरुआत हो चुकी है और लगभग सभी स्थानों पर रिमझिम बारिश हो रही है। भले ही ये मौसम आपको अच्छा लगता हो, लेकिन ये मौसम अपने साथ कई समस्याएं लेकर आता है। इन्हीं समस्या में से एक है किचन में रखी चीजों में सीलन आना। असल में, इस मौसम में नमी के कारण नमक-मसालों में सीलन लगने लगती है। यानी उनमें नमी आ जाती है और वे जल्दी खराब होने लगते हैं। खराब मसालों का असर आपकी सेहत पर भी पड़ता है। इसलिए जरूरी है कि उन्हें इस मौसम में नमी से बचाए रखना। यहां मैं अपनी मम्मी के नुस्खे शेयर करने वाली हूं, जो वे अकसर मसालों को स्टोर (How to store spices in rainy season) करते हुए आजमाती हैं।
खराब मसाले पेट खराब होने और दस्त होने की सबसे सामान्य वजह हैं। असल में, मिर्च-मसालों में कैप्साइसिन होता है जिसके अधिक सेवन से ही पेट को नुकसान पहुंचता है और मसाले खराब होते हैं, तो उल्टी, पेट में दर्द, जलन और दस्त जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
जब हम खराब मसालों सेवन करते हैं, तो इससे हमारे शरीर का पीएच बैलेंस खराब हो सकता है। असल में, हमारे शरीर का एक अपना पीएच लेवल है, जो कि एसिडिक भी है और बेसिक भी। लेकिन खराब मसालों के इस्तेमाल से आपके शरीर का पित्त बढ़ाता है और अधिक मात्रा में एसिड का प्रोडक्शन होता है। इस कारण से इन्हें खाते ही शरीर में एसिडिटी की परेशानी बढ़ जाती है और आप सीने में जलन, गैस और पेट में सूजन आदि महसूस करते हैं।
अधिक तेल मसाले वाला खाना खाने से ये शरीर में लिवर की समस्याओं को बढ़ा सकता है। और जब ये मसाले खराब हों तो इसका नुकसान बहुत ज्यादा होता है।
भारतीय मसाले अपने आप में ही औषधि का काम करते है हैं लेकिन जब हम खराब औषधि का सेवन करते हैं, तो वह हमारे लिए काफी नुकसानदेह होती है। मानसून के मौसम में मसाले काफी जल्दी खराब होते हैं। इसलिए उन्हें काफी अच्छे से स्टोर करना चाहिए।
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि लोग उन सभी मसालों के भी बड़े पैकेट खरीद लेते हैं, जिनका प्रयोग डेली यूज में कम होता है। ऐसे में इन पैकेट्स को रखने के लिए बड़े डिब्बों का प्रयोग करना पड़ता है। जिस वजह से डिब्बे का ऊपरी हिस्सा खाली रह जाता है। फिर इसी खाली जगह की वजह से डिब्बे में नमी आ जाती है और मसाले खराब हो जाते हैं। इसलिए बारिश के मौसम में हो सके, तो मसाले स्टोर करने के लिए छोटे डिब्बों का ही प्रयोग करें।
यदि आप नमक, चीनी या दूसरे मसालों को प्लास्टिक के डिब्बों में रखते हैं, तो उन्हें कांच के जार से रखें। इस बात का ध्यान रखें कि कांच का जार एयरटाइट होना चाहिए। ताकि उनके अंदर नमी न घुस पाए।
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कस्टमाइज़ करेंलौंग भी नमी सोखने में सहायक माना जाता है। इसके लिए आप नमक या चीनी के डिब्बों में लौंग की कुछ कलियां कपड़े की पोटली में बांधकर रख दें। ऐसा करने से लौंग नमी सोख लेगी और इससे नमक या चीनी खराब भी नहीं होंगी।
चावल की छोटी सी पोटली भी आपके नमक को सीलने से बचा सकती है। जब भी आप बर्तन में नमक रखें, तो सबसे पहले चावल की एक छोटी सी पोटली बनाकर उसमें रख दें और फिर नमक डिब्बे के अंदर डालें।
बारिश के मौसम में मसाले काफी जल्दी खराब होने लगते हैं। ऐसे में जब भी धूप निकले, तो मसालों के डिब्बों को धूप दिखाएं। धूप की गर्मी के कारण डिब्बों की नमी चली जाएगी और कीड़े भी मर जाएंगे। फिर धूप दिखाने के बाद मसालों को एयरटाइट डिब्बों में बंद करके रख दें।
मसालों को स्टोर करने से पहले इन्हें अच्छे से रोस्ट कर लें। बाजार से लाए हुए मसालों में नमी हो सकती है। इसलिए आप इन्हें स्टोर करने से पहले ड्राई रोस्ट करें। ड्राई रोस्ट करने से मसालों का जायका भी बढ़ जाएगा। साबुत मसाले जैसे- इलायची, दालचीनी, लौंग, काली मिर्च को लंबे वक़्त तक स्टोर करके रख भी सकते हैं।
मसालों को किसी ड्राई जगह में ही रखें। भूलकर भी मसालों को गैस के पास न रखें। आप मसाले के डिब्बे को फ्रिज में भी स्टोर कर सकती हैं। इससे वह लंबे समय तक फ्रेश रहेंगे। आप मसाले में चावल की पोटली डालकर स्टोर कर सकते हैं। चावल की पोटली मसालों में से नमी सोख लेगी और मसाले कभी भी खराब नहीं होंगे।
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