पोषक तत्वों से भरपूर मखाने हड्डियों को मज़बूती प्रदान करते हैं। इनके नियमित सेवन से शरीर स्वस्थ और सदढ़ बना रहता है। शरीर में प्रोटीन की कमी को पूरा करने वाले मखाने ग्लूटेन और कॉर्न रहित होते हैं। जर्नल ऑफ़ प्लांट न्यूट्रिशन के एक रिसर्च की मानें, एंटीऑक्सीडेंटस मखानों में आयरन, जिंक और मैग्नीशियम भी पाया जाता है। अनेक गुणों ये संपन्न मखाने कई बार हमारी सेहत के लिए हानिकारक भी साबित होते हैं। जानते हैं, एक्सपर्ट से कि किस प्रकार मखाने हमारी सेहत के लिए है नुकसानदायक (side effect of eating too much makhane)।
इस बारे में हेल्थ शॉट्स से बातचीत में क्लाउडनाइन ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स, कल्याणी नगर, पुणे की कार्यकारी पोषण विशेषज्ञ प्रिसिला मैरियन ने मखानों के बारे में कई तरह की जानकारी साझी की। उन्होंने बताया कि लोग मखानों को हेल्दी स्नैक्स के तौर पर अपनी डाइट में शामिल करते हैं। ज्यादा मात्रा में मखाने खाने से शरीर में कई तरह की समस्याएं भी पैदा होने लगती है। इससे शरीर में कांस्टिपेशन की समस्या बढ़ने लगती है। इसके अलावा स्किन एनर्जी और हाई ब्लड प्रैशर जैसी समस्या भी बढ़ने लगती है।
फाइबर रिच मखानों का सेवन अधिक मात्रा में करने से जहां एक तरफ भूख शांत हो जाती है। वहीं शरीर को पोषण भी मिलता है। अगर आप डायरिया या पाचन संबधी किसी समस्या से जूझ रहे हैं, तो उस स्थिति में मखानों का सेवन करने से बचें। पौष्टिक तत्वों से भरपूर मखानों को अगर आप अत्यधिक मात्रा में खाते हैं, तो वे ब्लोटिंग का कारण बन सकता है।
एंटीबैक्टीरियल गुणों से परिपूर्ण मखानों को आप रोसटिड या कैरेमल फॉर्म में खा सकते हैं। इसके अलावा लोग इसकी खीर भी खाते हैं। अगर आप नियमित तौर पर मखानों को अलग अलग तरह से खा रहे हैं, तो इसका आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव भी दिखने लगता है। इससे स्किन पर रैशेज और खांसी जुकाम भी होने लगता है। अलग अलग लोगों को शरीर के मुताबिक कई प्रकार की एलर्जी का सामना करना पड़ सकता है। अगर आपको मखाने खाने के दौरान डिसकंफर्ट महसूस होने लगता है, तो ऐसे में उसे तुरंत खाना बंद कर दें।
अगर आप किसी भी प्रकार की दवा ले रही हैं, तो इसके सेवन से परहेज करें। इसके अलावा प्रेगनेंट और लैकटेटिंग मदर्स को इसके सेवन से पहले डॉक्टर से संपर्क करना ज़रूरी है। दवाओं के दौरान इसका सेवन करने से दवाओं का असर कम होने लगता है। ऐसे में इसे खाने से पहले डॉक्टरी सलाह ज़रूर लें। इसमें मौजूद स्टार्च के चलते शरीर में स्टार्च का स्तर बढ़ जाता है। इससे रैशेज और इचिंग का जोखिम बना रहता है।
न्यूट्रिएंट्स से भरपूर मखानों को खाने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से भी सामना करना पड़ सकता है। लो कैलोरी और सोडियम से रहित इस सुपरफूड को बनाने के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले नमक से शरीर में ब्लड प्रेशर रेज़ होने लगता है। इसके चलते हाइपर टेंशन समेत हार्ट संबधी समस्याओं का भी खतरा बना रहता है।
वे लोग जो किडनी स्टोन से पीडित हैं। इसका सेवन करने से बचें। इसमें कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इससे शरीर में कैल्शियम की अधिकता होने लगती है, जो स्टोन का रूप ले लेता है। कैल्शियम अत्यधिक मात्रा में लेने से हड्डियों में कैल्सीफिकेशन का खतरा रहता है।
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