बरसात यानी की उमस और ह्यूमिडिटी का मौसम, इस दौरान कई सारी स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। खासकर इस दौरान सर्दी खांसी और कफ से संक्रमित होना एक आम समस्या है। बरसात के मौसम में वायरल, बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन का खतरा अधिक होता है, इसलिए बचाव के जरूरी उपाय अपनाने के साथ शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार करना भी बेहद जरूरी है। यदि आपको सर्दी खांसी और कफ ने जकड़ लिया है, तो ऐसे में कुछ खास घरेलू नुस्खों के साथ आप इन संक्रमण से प्रभावी रूप से लड़ते हुए वापस से स्वस्थ हो सकती हैं।
चलिए हेल्थ शॉट्स के साथ जानते हैं ऐसे ही कुछ प्रभावी घरेलू नुस्खों (home remedies for cold and cough) के बारे में जिनकी मदद से सर्दी खांसी जैसे संक्रमण को हावी होने से रोक जा सकता है।
मौसम बदलते ही हमारी इम्यूनिटी पर नकारात्मक असर पड़ता है और यह कमजोर हो जाती है जिसकी वजह से किसी भी प्रकार का संक्रमण हमें जल्दी प्रभावित करता है। वहीं बारिश के मौसम में चारों ओर नमी छाई रहती है ऐसे में तमाम बैक्टीरिया और वायरस पनपना शुरू हो जाते हैं जिससे कि सर्दी खांसी और वायरल से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
चिकन में कार्नोसिन नामक कंपाउंड मौजूद होता है जो रेस्पिरेट्री ट्रैक्ट में कफ के जमाव को बाहर निकालने में मदद करता है। इसके साथ-साथ यह गले की खराश सर्दी खांसी और वायरल फ्लू में भी प्रभावी रूप से काम करता है। यह कंपाउंड इन्फ्लेमेशन को बढ़ने से रोकता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार चिकन बोन में जिलेटिन, ग्लूकोसामाइन और चोंड्रॉयटिन मौजूद होते हैं। यह सूप की गुणवत्ता को बढ़ा देता है। सूप इन्फ्लेमेशन को कम करते हुए कनेक्टिव टिशु को रिपेयर करता है और आपको किसी भी प्रकार के संक्रमण से लड़ने में और इनसे जल्द से जल्द रिकवर होने में मदद करता है।
रिसर्चगेट द्वारा प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार हल्दी, काली मिर्च और शहद यह तीनों ही ऐसे पदार्थ है जिनमें एंटीबैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रोपर्टी पाई जाती है। यह तीनों साथ मिलकर संक्रमण फैलाने वाले कीटाणुओं का खात्मा कर सकते हैं। जिससे कि आपको सर्दी खांसी से फौरन राहत प्राप्त होती है। उसके साथ ही यह जकड़े हुए कफ को भी बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं।
एक चम्मच हल्दी में एक चौथाई चम्मच काली मिर्च पाउडर और एक चम्मच शहद को एक साथ अच्छी तरह मिला लें, इन्हें दिन में दो बार खाने के 1 घंटे के बाद खाएं। यदि आप चाहे तो इन्हें एक साथ पानी में उबालकर भी चाय के तौर पर इंजॉय कर सकती हैं।
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सालों से आयुर्वेद में मुलेठी का इस्तेमाल गले की खराश, सर्दी खांसी जैसे तमाम संक्रमण से लड़ने के लिए किया जा रहा है। यह आपकी इम्यूनिटी को मजबूती प्रदान करते हुए पाचन क्रिया, त्वचा, याददाश्त, ओरल हेल्थ तथा अन्य तमाम रूप से आपकी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है।
एक चम्मच मुलेठी पाउडर में एक चम्मच शहद मिलाएं और इसे दिन में दो बार खाने के लगभग 40 मिनट के बाद लें। इसके साथ ही यदि आपके पास मुलेठी स्टिक है तो आप इसे पानी में उबालकर इसमें शहद मिलाकर भी इसे चाय के रूप में इंजॉय कर सकती हैं।
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कस्टमाइज़ करेंनेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार नियमित रूप से विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ और सप्लीमेंट लेने से शरीर संक्रमण से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाता है, क्योंकि विटामिन सी इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व के रूप में जाना जाता है। यह आपके शरीर पर संक्रमण फैलाने वाले वायरस और बैक्टीरिया को हावी नहीं होने देता, जिससे कि आपकी सेहत हर मौसम में आवाद रहती है।
ऐसे में बरसात शुरू हो चुका है और आपको अपनी डाइट में बदलाव करने की आवश्यकता है, क्योंकि बरसात में सभी खाद्य पदार्थों का सेवन आपकी सेहत के लिए उचित नहीं है। विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि संतरा, कीवी, नींबू, शिमला मिर्च इत्यादि का सेवन करें।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार लेहसुन में मौजूद कंपाउंड से ब्लड प्यूरीफाई करने में मदद मिलती है। इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबॉयल प्रॉपर्टी पाई जाती हैं, जो इन्हें सर्दी खांसी के संक्रमण से लड़ने में प्रभावी घरेलू नुस्खा बनाती है।
लहसुन की 3 से 4 कलियों को छीलकर क्रश कर लें। इसमें थोड़ा नींबू का रस, एक चुटकी मिर्च व शहद मिलाएं। सर्दी जुकाम होने पर इस गाढ़े मिश्रण का सेवन करें।
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