स्किन को रेडिएंट और हेल्दी बनाने के लिए तरह तरह के सीरम और एसेंशियल ऑयल का प्रयोग किया जाता है, ताकि बदलते मौस्म में त्वचा को नरिशमेंट मिल सके। इन्हीं में से एक है चप्लम ऑयल यानि आलूबुखारे का तेल। इसे चेहरे पर लगाने से न केवल रूखी त्वचा को दूर किया जा सकता है बल्कि दिनों दिन बढ़ रही स्किन पिगमेंटेशन से भी राहत मिलती है। एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर इस तेल में कई गुण मौजूद है, जो त्वचा पर बनने वाले दाग धब्बों की समस्या को सुलझा सकता है। जानते हैं प्लम ऑयल (plum oil) दाग धब्बों को दूर करने के अलावा स्किन को कैसे पहुंचाता है फायदा।
इस बारे में आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ अंकुर तंवर बताते हैं कि आलूबुखारे की गुठली से बनने वाला तेल त्वचा पर बढ़ने वाले मुक्त कणों के प्रभाव को कम करता है। इससे त्वचा का खुरदरा दूर होने लगता है और दाग धब्बों में भी कमी आने लगती है। इसमें क्लोरोजेनिक एसिड कई कई बायोएक्टिव कंपाउड पाए जाते है। एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर ये तेल सेलुलर रीजनरेशन में भी मदद करता है। इससे त्वचा का निखार भी बरकरार रहता है।
यूएसडीए के अनुसार प्लम ऑयल में 50 फीसदी सेचुरेटिड फैटी एसिड 40 फीसदी मोनो सैचुरेटिड फैटी एसिड और 10 फीसदी पॉली अनसेचुरेटिड फैटी एसिड पाया जाता है। लाल संतरी रंग के इस तेल में कैरोटीनॉइडस की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे स्किन को विटामिन ए की प्राप्ति होती है।
इसमें पॉलीफेनोल और विटामिन ई की उच्च मात्रा होती है। इससे त्वचा को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है। ऑक्सीडेटिव तनाव के कारण बढ़ने वाली इस समस्या को कम करके हाइपरपिग्मेंटेशन को रोका जा सकता है।
प्लम ऑय में टायरोसिनेस दनहीबिटर्स की उच्च मात्रा पाई जाती है, जिससे मेलेनिन के उत्पादन को कम करने में मदद मिलती है। इससे त्वचा पर दिखने वाले काले धब्बों को कम करके त्वचा की रंगत को निखारने में मदद करता है।
ओमेगा फैटी एसिड यानि ओमेगा 6 और ओमेगा 9 की मात्रा त्वचा की लोच को बरकरार रखती है। ये न केवल त्वचा पर सूजन को कम करने में मदद करता है बल्कि रैशेज की समस्या भी हल हो जाती है। वे लोग जो सन बर्न का शिकार होते है, ये तेल उनके लिए भी खूब लाभकारी है।
प्लम ऑयल में विटामिन ए और ई की मात्रा पाई जाती है। इसकी मदद से स्किन सेल्स को रिपेयर करने में मदद मिलती है। साथ ही स्किन सेल्स पर बढ़ने वाले दाग धब्बों को भी रोका जा सकता है। नियमित रूप से इसका इस्तेमाल लाभकारी साबित होता है।
स्किन पर मॉइस्चराइज़र के रूप में इस्तेमाल कर सकते है। त्वचा पर बढ़ने वाले डार्क स्पॉटस को करने के लिए इसकी कुछ बूंद लगाने से फायदा मिलता है। इससे यूवी रेज़ से बढ़ने वाली पिगमेंटेशन से बचा जा सकता है। इसे ओवरनाइट लगाकर सोने से भी फायदा मिलता है।
त्वचा को मॉइश्चराइज़ करने के लिए तेल की 2 से 3 बूंदे एलोवेरा में मिलाकर लगाने से चेहरे का निखार बढ़ने लगता है। इससे स्किन ब्राइटनिंग में मदद मिलती है और त्वचा हेल्दी व क्लीन रहती है। मौसम में आने वाले बदलाव के कारण त्वचा का रूखापन कम होने लगता है।
त्वचा को एजिंग के प्रभावों से बचाने के लिए बादाम और प्लम आयल को बराबर मात्रा में मिलाकर चेहरे पर लगांएं और थिन लेयर को रातभर लगाएं रखें। इससे स्किन सेल्स को रिपेयर करने में मदद मिलती है। इससे त्वचा की चमक बरकरार रहती है।
त्वचा पर बढ़ने दाग धब्बों को दूर करने के लिए ऑरेज पील पाउडर में दूध और प्लम ऑयल की कुछ बूंदे मिलाकर चेहरे पर लगाएं। इससे त्वचा पर बढ़ने वाली पिगमेंटेशन को दूर किया जा सकता है। साथ ही त्वचा का निखार बना रहता है।
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