पौष्टिकता में मामले में हरी सब्जियों का कोई तोड़ नहीं है। हमारे बड़े-बूढ़ों से लेकर वैज्ञानिक तथ्यों तक सभी हरी सब्जियों के स्वास्थ्य लाभों का समर्थन करते हैं। अलग-अलग सब्जियों में अलग-अलग तरह के न्यूट्रिएंट्स होते हैं, जो शरीर को पोषण देते हैं और तंदरुस्त रखते हैं। बड़ों के साथ-साथ बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भी हरी सब्जियां बेहद जरूरी हैं। ऐसी ही खास और बेहद आसानी से मिलने वाली हरी सब्जी है परवल। ये मेरी मम्मी की पसंदीदा सब्जी है। जिसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में बड़े-बड़े आहार विशेषज्ञ (Parwal benefits) भी बताते हैं।
अकसर हरी-सब्जियों का नाम सुनते ही बच्चे नाक-मुंह सिकोड़ने लगते हैं। जबकि हरी सब्जियां सेहत के लिए उन सभी फूड्स से ज्यादा जरूरी हैं, जिन्हें आप दिन भर में बड़े चाव से खाते हैं। वैसे तो सभी सब्जियों में हाई-न्यूट्रिशन वैल्यू होती है, गगर इनमें भी परवल आपके लिवर के लिए बहुत फायदेमंद बताया जाता है।
इसमें विटामिन A, C, और K सहित कई मिनरल्स जैसे कैल्शियम, पोटैशियम और फाइबर भी पाए जाते हैं, जो बच्चों के शारीरिक विकास में भागीदार बनते है और बच्चे तेज़ी से विकसित होते हैं।
परवल में तमाम मिनरल्स और विटामिन्स के साथ फाइबर भी मौजूद होता है। फाइबर पाचन क्रिया को सुधारता है और कब्ज जैसी तमाम पेट संबंधी समस्याओं से बचाता है। साथ ही परवल में पोटैशियम की उच्च मात्रा होती है और इसी के कारण, परवल हार्ट हेल्थ में सुधार करता है। जिससे आप हृदय संबंधी बीमारियों से बचे रहते हैं।
परवल में मौजूद विटामिन A बच्चों के नेत्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है और उनकी दृष्टि को मजबूती प्रदान करता है। वहीं, विटामिन A और C के सहयोग से परवल बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को प्रोत्साहित करता है, जिससे उनकी मानसिकता उच्चातर होती है।
परवल परवल का बॉटनिकल नाम ट्राइकोसेन्थेस डायोइका रोक्सब (Trichosanthes dioica Roxb) है। एनसीबीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ परवल पीलिया, लीवर और कई तरह के संक्रामक रोगों को ठीक करने की क्षमता रखती है। साथ ही इसमें कई तरह के विटामिन्स, मिनरल्स, कैल्शियम और साथ ही कई अनगिनत पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
परवल की सब्जी या कोई अन्य डिश बनाते हुए अगर आप भी उसमें मौज़ूद बीजों को निकाल देतीं हैं तो मान लीजिए परवल में मौजूद आधे से ज्यादा न्यूट्रिएंट्स को आपने निकल दिया है।
परवल के बीजों में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो त्वचा के संक्रमण, बुखार और कब्ज़ जैसी समस्याओं को दूर करता है। परवल के बीज में प्रोटीन की मात्रा भी होती है, जिससे बच्चों के मांसपेशियों का विकास होता है।
परवल में प्रचुर मात्रा में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं और यदि बच्चे परवल नहीं खाते है तो उनके शरीर में इनकी कमी हो सकती है।
परवल में विटामिन C की भी अच्छी मात्रा होती है, जो बच्चों के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देता है। परवल के सेवन से विटामिन C की कमी से बच्चों में संक्रमणों की संभावना बढ़ सकती है।
पोटैशियम की मात्रा भी परवल में काफी अच्छी होती है, जो हार्ट हेल्थ में सुधार करता है। अब यदि बच्चे परवल नहीं खाते है तो उनके शरीर में पोटैशियम की कमी इस हो जायेगी और इससे बच्चों में हार्ट संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं।
इस सब्ज़ी फाइबर की भी अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन क्रिया को सुधारती है और कब्ज से बचाती है। फाइबर की कमी से बच्चों में पाचन समस्याएं हो सकती हैं।वहीं, परवल में विटामिन और मिनरल की अच्छी मात्रा होती है, इन की कमी से बच्चों में पोषण संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।
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