हल्दी को इंडियन सैफ्रन भी कहा जाता है। आयुर्वेद में औषधि के रूप में इसका लंबे समय से प्रयोग होता रहा है। हल्दी का चमकीला पीला रंग इसके अंदर मौजूद करक्यूमिनोइड के कारण होता है। करक्यूमिन (Curcumin) पावरफुल कंपाउंड है, जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। इन दिनों बारिश का मौसम है और इस मौसम में हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। बचपन में बारिश का मौसम शुरू होते ही मां डाइट में हल्दी के प्रयोग को बढ़ा देती थी। वह दूध में हल्दी डालकर पिलाने के अलावा और कई तरीके से पूरे परिवार को हल्दी का पोषण देती थी। मां कहती है कि बारिश के मौसम में हल्दी का प्रयोग जरूर करना चाहिए। क्योंकि यह हमारे इम्यून सिस्टम (How to add haldi in diet) को मजबूत करता है।
हल्दी एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करती है। इसलिए यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है। एंटीऑक्सिडेंट खास प्रकार के सेल डैमेज को धीमा करता है। विटामिन सी और ई एंटीऑक्सीडेंट हैं, जो फलों और सब्जियों में भरपूर मात्रा में होते हैं। जब हम एक्सरसाइज करते हैं या डाइट एनर्जी में परिवर्तित होती है, तो शरीर के अंदर स्वाभाविक रूप से फ्री रेडिकल्स का निर्माण होता है।
सिगरेट का धुआं, प्रदूषण आदि से भी फ्री रेडिकल्स बनते हैं, जो बॉडी मे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ाते हैं। उम्र का असर इसी कारण दिखता है। फ्री रेडिकल्स सेल डैमेज को सबसे अधिक ट्रिगर करते हैं। एंटीऑक्सिडेंट फ्री रेडिकल्स पर हमला करके ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का मुकाबला करते हैं और शरीर को मजबूत बनाते है।
इस तरह से हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट न सिर्फ इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं, बल्कि उम्र के असर को भी कम करते हैं।
हल्दी को किसी भी रूप में लिया जाए, वह गुणकारी होती है। हल्दी को कूल ड्रिंक के तौर पर भी अपनाया जा सकता है। यहां हल्दी अजवाइन, आइस के साथ दूध हल्दी, ऑरेंज हल्दी स्मूदी, बनाना-हल्दी स्मूदी और पाइनएपल हल्दी स्मूदी के रूप में भी प्रयोग करने के 5 तरीके बताए जा रहे हैं।
आमतौर पर हम बारिश के मौसम में लोग पानी कम पीते हैं। यदि आप भी ऐसा करती हैं, तो जान लें कि पानी पीने से शरीर से टॉक्सिंस बाहर निकलते हैं। यदि आप लिक्विड इंटेक के साथ-साथ इम्यूनिटी भी बूस्ट करना चाहती हैं, तो आजमाएं हल्दी आजवाइन कूल ड्रिंक।
एक गिलास पानी में वन फोर्थ टी स्पून हल्दी पाउडर और हाफ टी स्पून आजवाइन डाल दें।
इसे मीडियम फ्लेम पर उबाल लें।
ठंडा होने पर छान कर पिएं। इसे दिन में 2-3 बार भी पीया जा सकता है।
सर्दियों में तो हल्दी-दूध लिया जाता है, लेकिन बारिश के मौसम में भी हल्दी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
1 गिलास दूध में 1 पिंच हल्दी डालकर उबाल लें।
यदि आपको डायबिटीज नहीं है, तो उबालने के बाद 1 टीस्पून शहद मिलाएं। इसे स्किप भी कर सकती हैं।
इसमें हाफ टी स्पून मखाना पाउडर मिला लें।
अच्छी तरह ठंडा होने पर 2 आइस क्यूब्स डाल कर पिएं।
गले में खुश्की होने पर आइस स्किप भी कर सकती हैं।
ऑरेंज और हल्दी विटामिन सी का प्रमुख स्रोत होने के कारण इम्यूनिटी बढ़ाता है।
1 ऑरेंज से बीज निकाल लें।
उसमें 1 पिंच हल्दी डाल दें।
आधा कप पानी के साथ दोनों को मिक्स कर हाई स्पीड ब्लेंडर में पीस लें।
इस स्मूदी को बारीक कटे ड्राय फ्रूट्स से गार्निश कर सकती हैं।
केला भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। बारिश के मौसम में बनाना हल्दी स्मूदी पीकर आप अपनी इम्युनिटी बढ़ा सकती हैं।
1 केला को आधा कप ठंडे दूध के साथ मैश कर लें।
इसमें 1 पिंच हल्दी और 2 बादाम, 2 काजू डालकर ब्लेंडर में अच्छी तरह पीस लें।
चाहें, तो हल्दी को दूध में डालकर पहले पका लें।
विटामिन सी का बढ़िया स्रोत होने के कारण पाइनएप्पल का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी सहायक है।
पाइनएप्पल को धोकर काट लें।
इन पीसेज के साथ 1 पिंच हल्दी मिक्स करें।
हाई स्पीड ब्लेंडर में पीस लें।
अनार के दानों से सजाकर इसका सेवन करें और इम्युनिटी बढ़ाएं।
यहां पढ़ें:-क्या मांसाहार का वीगन ऑप्शन हो सकता है प्लांट बेस्ड मीट? जानते हैं एक्सपर्ट की राय
हेल्थशॉट्स पीरियड ट्रैकर का उपयोग करके अपने
मासिक धर्म के स्वास्थ्य को ट्रैक करें