भारतीय रसोई जादुई सामग्रियों का भंडार है जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती हैं। तुलसी, जिसे पवित्र पौधे के रूप में भी जाना जाता है, उनमें से एक है। यह हिंदू संस्कृति में एक पवित्र पौधा है जिसकी पूजा की जाती है और सदियों से आयुर्वेदिक चिकित्सा में इसके अलग अलग स्वास्थ्य लाभों के लिए इसका उपयोग किया जाता रहा है। ‘आयुर्वेद के स्वर्णिम उपाय’ या ‘जड़ी-बूटियों की रानी’ के रूप में जानी जाने वाली तुलसी को तुलसी का पानी (Tulsi water) बनाने के लिए पानी में मिलाया जा सकता है। इससे आपके मन और शरीर को स्वास्थ्य लाभ होता है।
तुलसी का पानी अगर आप रोज पीते है तो ये आपकी सेहत को कैसे सुधार सकता है इस बारे में ज्यादा जानने ते लिए हमने बात की न्यूट्रीशनिस्ट अर्चना बत्रा से। न्यूट्रीशनिस्ट अर्चना बत्रा 15 साल से अधिक समय से डायटिक्स और न्यूट्रिशन डिपार्टमेंट में प्रैक्टिस कर रही हैं।
तुलसी का पानी पीने से आपको शरीर में कई बीमारियों और हानिकारक तत्वों से लड़ने में मदद मिलती है। तुलसी में फ्लेवोनोइड्स, पॉलीफेनोल और एसेंशियल ऑयल जैसे यौगिक होते हैं जो एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट शरीर में हानिकारक मुक्त कणों को बेअसर करने में सहायता करते हैं, जिससे ऑक्सीडेटिव तनाव कम होता है और कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है।
बारिश का मौसम में आपको अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। क्योंकि इस मौसम में सबसे ज्यादा वारयल संक्रमण होता है। तुलसी में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण पाए जाते हैं, जिसका मतलब है कि यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। तुलसी के पानी का नियमित सेवन इम्यूनिटी को मजबूत करने और शरीर को संक्रमणों के प्रति अधिक लचीला बनाने में मदद कर सकता है।
अर्टना बत्रा बताती है कि अगर आप पाचन से जुड़ी कोई भी समस्या होती है तो तुलसी का पानी पीने से उन समस्याओं को ठीक किया जा सकता है। तुलसी के वातहर गुण पाचन में सहायता कर सकते हैं और गैस और सूजन को कम कर सकते हैं। तुलसी का पानी पीने से पाचन तंत्र को आराम मिलता है और पाचन बेहतर होता है।
सुबह सबसे पहले तुलसी का पानी पीने से और पूरे दिन अपनी पानी की बोतल में तुलसी का पत्तियां डालकर पीने से शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद मिलती है। इससे शरीर के कीटाणुओं को बाहर करके पाचन में सुधार करने में मदद मिलती है।
तुलसी का उपयोग पारंपरिक रूप से खांसी, जुकाम और अस्थमा जैसी श्वसन समस्याओं को कम करने के लिए किया जाता है। तुलसी का पानी पीने से श्वसन तंत्र पर सुखदायक प्रभाव पड़ सकता है और श्वसन संबंधी परेशानी से राहत मिलती है। तुलसी में शक्तिशाली कफनाशक और एंटीट्यूसिव गुण होते हैं, जो कफ, जलन और सर्दी के लक्षणों को जड़ से खत्म करने में मदद करते हैं। अगर आपके घर में किसी को खांदी जुखान हो तो उन्हें तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर वो पानी पिलाया जा सकता है।
साफ़ और चमकदार त्वचा अक्सर आपके आंतरिक स्वास्थ्य को दर्शाता है। तुलसी के जीवाणुरोधी और सूजनरोधी गुण मुंहासों को रोककर, सूजन को कम करके और प्राकृतिक चमक को बढ़ावा देकर स्वस्थ त्वचा में योगदान दे सकते हैं। तुलसी के पानी का नियमित सेवन ग्लोइंग स्किन पाने और उसे बनाए रखने में सहायता कर सकता है।
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