इस मौसम ज्यादातर लोग सर्दी, खांसी और कफ की समस्या से परेशान रहते हैं। ठंड के मौसम में ड्राई कफ (dry cough) से संक्रमित होना भी बिल्कुल आम है। वहीं कई बार कफ़ की समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, जिस वजह से लोग सांस लेने में परेशानी, इर्रिटेशन, बोलने में दिक्कत जैसी समस्याएं महसूस करते हैं। यह बच्चे और बूढ़ों को ज्यादा प्रभावित करती है। वहीं इस दौरान बच्चे काफी ज्यादा परेशान हो जाते हैं। ड्राई कफ की समस्या से निजात पाना आसान नहीं होता। हालांकि जरूरत पड़ने पर दवाइयां लेना अनिवार्य है, परंतु हर मौसमी संक्रमण के लिए दवाइयों के सेवन से परहेज रखने की कोशिश करें। खासकर तब जब आपके पास इसके लिए प्राकृतिक उपचार उपलब्ध हों।
एक उचित देखभाल के साथ आप इसे मात दे सकती हैं। इसके लिए कई घरेलू उपचार उपलब्ध हैं, जो प्राकृतिक रूप से इस समस्या से निजात दिलाने में आपकी मदद करेंगे। इसलिए आज हम लेकर आए हैं ऐसे ही कुछ घरेलू उपचार (home remedies for dry cough) जो ड्राई कफ की समस्या में कारगर माने जाते हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में।
आपने सर्दी, खांसी और कफ के लिए अदरक के फायदों के बारे में खूब सुना होगा। तो आपको बताएं कि प्याज भी कफ की समस्या में पूर्ण रूप से असरदार हो सकता है। न्यूट्रिशिनिस्ट एवं हेल्थ कोच ल्यूक कौटिन्हो ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए प्याज को कफ़ की समस्या का एक प्रभावी घरेलू उपचार बताया है।
इसके लिए आपको एक प्याज को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर बाॅल में रखना है। ऊपर से उसमें एक कप पानी मिला लें। उसके बाद प्याज को पानी में डालकर 30 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर इस पानी को छानकर अलग कर लें और दिन में कम से कम तीन से चार बार 3 चम्मच प्याज का पानी पियें। इसके साथ ही प्याज का जूस भी कफ में काफी असरदार माना जाता है।
इतना ही नहीं प्याज को काटने से अक्सर हम कतराते हैं, क्योंकि यह आंख एवं गले में लगता है। परंतु यदि आप कफ से निजात पाना चाहती हैं, तो प्याज काटना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। रात को सोने से पहले एक प्याज लें और इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काटें। उसके बाद इसे किसी बाउल में रखकर बेड के किनारे पर रख दें। ध्यान रहे कि आप जिस ओर अपना सिर रखती हैं, प्याज का बाउल ठीक उसी के नीचे रखा हो।
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नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा किए गए अध्ययन की माने तो पुदीना के पत्तियों में एंटी बैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं। जो सर्दी खांसी और कफ से संक्रमित करने वाले बैक्टीरिया को रोकते हैं। इसके साथ ही इसमें मेंथॉल मौजूद होता है जो बार बार खांसी को आने से रोकता है। वहीं ड्राई कफ से होने वाले इरिटेशन को कम करता है और गले की दर्द से राहत पाने में भी मददगार हो सकता है।
आप इसे चाय के तौर पर ले सकती हैं। इसके साथ ही इसकी पत्तियों को चबाना भी फायदेमंद रहेगा। उचित परिणाम के लिए रात को सोने से पहले पुदीना की चाय पीना न भूलें। यह सूखे बलगम (dry cough) को बाहर निकालने में मदद करेंगे। वहीं इसके तेल को भी अरोमाथेरेपी के तौर पर इस्तेमाल कर सकती हैं।
पानी को गर्म करके भाप लेने से ड्राई कफ की समस्या से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। यह आपके गले एवं कफ को मॉइश्चराइज करता है और नासिका मार्ग को खोल देता है। वहीं यह ड्राई कफ के दौरान होने वाले गले में दर्द और बार-बार कफ़ निकालने की बेचैनी को भी कम करता है।
यदि आप चाहें तो भाप लेने के पानी में एंटीबैक्टीरियल और एंटी फंगल प्रॉपर्टी से युक्त एसेंशियल ऑयल, तुलसी, इत्यादि को डाल सकती हैं। ऐसे में यह और भी ज्यादा प्रभावी तरीके से काम करते हुए आपके गले को राहत प्रदान करता है। साथ ही कफ को आसानी से बाहर निकालने में मदद मिलती है। इतना ही नहीं स्टीम लेने से ड्राई कफ के दौरान सांस लेने में होने वाली परेशानी से भी राहत मिलेगी।
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वेबमेड द्वारा की गयी एक स्टडी के अनुसार काली मिर्च में एंटीबैक्टीरियल, एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, जो सर्दी खांसी और कफ से राहत पाने में आपकी मदद कर सकते हैं। उचित परिणाम के लिए आप इसे दरदरा पीस कर देसी घी के साथ ले सकती हैं। ध्यान रहे कि आप इसे खाली पेट न लें। घी और काली मिर्च का कॉन्बिनेशन ड्राई कफ की समस्या में काफी ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।
इसके साथ ही अक्सर हमें हल्दी का सेवन करने की सलाह दी जाती है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सर्दी खांसी और कफ जैसे संक्रमण में काफी फायदेमंद माना जाता है। ऐसे में काली मिर्च और हल्दी का कॉन्बिनेशन आपकी समस्या में काफी कारगर हो सकता है। आप हल्दी और काली मिर्च को चाय के तौर पर ले सकती हैं।
वहीं इसे अन्य ड्रिंक्स के साथ लेना भी असरदार रहेगा। यह न केवल कफ को कम करता है, बल्कि आपकी समग्र सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है।
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