हर मसाले का अपना एक फ्लेवर और टेस्ट होता है। इन्ही मसलों में से एक है पहाड़ी लहसुन जिसे हिमालयन लहसुन, जम्मू लहसुन, कश्मीरी लहसुन भी कहते हैं। ये खास तरह का लहसुन सेहत के लिए कई रूपों में फायदेमंद हो सकता है। इस लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जो इसे अधिक खास बना देती हैं। अब आप यह सोच रही होंगी की इसकी गुणवत्ता प्राप्त करने के लिए आपको पहाड़ों पर जाना पड़ेगा। तो आपको बताएं की पहाड़ों पर जानें की कोई जरूरत नहीं है, यह मार्केट में आसानी से मिल जाता है। वहीं आज कल आप ऑनलाइन ऐप से भी पहाड़ी लहसुन ऑर्डर कर सकती हैं (Mountain garlic aka pahadi lahsun)।
पहाड़ी लहसुन (mountain garlic) के फायदों से जुड़ी विशेष जानकारी प्राप्त करने के लिए हेल्थ शॉट्स ने न्यूट्रीफाई बाई पूनम डायट एंड वैलनेस क्लीनिक की डायरेक्टर, डाइटिशियन और न्यूट्रीशनिस्ट पूनम दुनेजा से बात की। एक्सपर्ट ने इस खास तरह के लहसुन के कुछ खास फायदे बताए हैं (Mountain garlic aka pahadi lahsun)। तो चलिए जानते हैं, इनके बारे में अधिक विस्तार से।
हिमालयन लहसुन शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में अपनी दक्षता के लिए जाना जाता है। कोलेस्ट्रॉल के कंट्रोल होने से आपका ह्रदय पूरी तरह से स्वस्थ रहता है। यदि आपको कोलेस्ट्रॉल की शिकायत है, तो इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के अनुसार, हिमालयन लहसुन के नियमित सेवन से कैंसर के जोखिम को 50 प्रतिशत तक कम करने में मदद मिलती है। लहसुन की इस किस्म में स्वाभाविक रूप से डायलिल ट्राइसल्फाइड नामक एक ऑर्गोसल्फर कंपाउंड होता है, जो शरीर को कैंसर सेल्स को मारने में मदद करता है। इससे कैंसर का खतरा बेहद कम हो जाता है।
कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के अलावा, पहाड़ी लहसुन डायबिटीज को नियंत्रित करने में भी सहायक होता है। लहसुन में एलिसिन नामक एक फायदेमद कंपाउंड होता है, जो लहसुन को इसकी तीखी गंध देता है। यह कंपाउंड विटामिन बी और थायमिन के साथ मिलकर पैंक्रियास को शरीर में इंसुलिन उत्पन्न करने के लिए उत्तेजित करता है, जिसके परिणामस्वरूप शरीर को डायबिटीज से लड़ने में मदद मिलती है।
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पहाड़ी लहसुन का नियमित सेवन खांसी और सामान्य सर्दी होने के जोखिम को काफी हद तक कम कर देता है। इसमें एलीन और एलीनेज एंजाइम होते हैं, जो इसकी कलियों को कुचलने या पीसने पर एक साथ मिलकर एलिसिन नामक एक मजबूत कंपाउंड बनाते हैं। एलिसिन एक सुरक्षात्मक कंपाउंड के रूप में कार्य करता है, जो बीमारियों का कारण बनने वाले किसी भी प्रकार के बैक्टीरिया के प्रवेश को रोकता है।
उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के अलावा, हिमालयी लहसुन ब्लड डेंसिटी को कम करने में मदद करता है, साथ ही ब्लड वेसल्स में पट्टिका और थक्के बनने से रोकता है। लहसुन की यह एक कली मांसपेशियों को आराम देने और इस प्रकार हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में भी मदद करती है। हाइड्रोजन सल्फाइड, इस लहसुन में मौजूद एक प्रकार के केमिकल कंपाउंड हैं, जो शरीर में सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करते हैं।
हिमालयी लहसुन को कच्चा या पकाकर खाया जा सकता है। हालांकि, इसके लाभकारी गुणों को अधिकतम करने के लिए इसे उपयोग करने से पहले कुचलने या बारीक करने का सुझाव दिया जाता है। इसका उपयोग लहसुन की सामान्य किस्मों की जगह किसी भी प्रकार के व्यंजन में किया जा सकता है।
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