जब पुलाव में किशमिश आती है, तो बहुत से लोग चिढ़ जाते हैं। उनका मानना होता है कि किशमिश का मीठा स्वाद पुलाव के स्वाद को खराब कर देता है। लेकिन कुछ लोग इसे पसंद भी करते हैं, क्योंकि यह एक अलग टेक्स्चर और स्वाद आपके खाने में जोड़ देती है। यह आपकी पसंद या ना पसंद हो सकती है पर किशमिश (Raisin benefits) के फायदों को आप इग्नाेर नहीं कर सकते।
किशमिश, जिसे अंग्रेजी में “raisins” कहा जाता है, सूखे अंगूर होते हैं। इन्हें अलग-अलग तरह के अंगूरों से बनाया जाता है, जो सूरज की रोशनी में या डिहाइड्रेशन प्रक्रिया द्वारा सुखाए जाते हैं। किशमिश का स्वाद खट्टा-मीठा होता है। यही वजह है कि स्नैक्स से लेकर स्मूदी तक और खीर से लेकर हलवे तक ये कई तरह के व्यंजनों का स्वाद बढ़ा देती है।
पायल शर्मा धर्मशिला नारायणा हॉस्पिटल, दिल्ली में सीनियर डाइटिशियन हैं। किशमिश के फायदों के बारे में बात करते हुए वे कहती हैं, “किशमिश नैचुरली मीठी होती है और इनमें शुगर और कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, लेकिन अगर इन्हें सीमित मात्रा में खाया जाए, तो ये स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती हैं।
वास्तव में, किशमिश डाइजेशन में मदद कर सकती हैं, आयरन के स्तर को बढ़ा सकती हैं, और आपकी हड्डियों को मजबूत रखती हैं। इसलिए, अगली बार जब आपको मिठाई या कैंडी खाने की इच्छा हो, तो किशमिश खाने पर विचार करें।”
आधा कप किशमिश में लगभग 217 कैलोरी और 47 ग्राम शुगर होती है। इसलिए, किशमिश को कम-कैलोरी या कम-शुगर स्नैक नहीं माना जा सकता। यही कारण है कि इन्हें कभी-कभी “प्राकृतिक मिठाई” भी कहा जाता है।
सुखे मेवों में शुगर और कैलोरी की मात्रा आमतौर पर अधिक होती है, इसलिए यह जरूरी है कि आप एक बार में कितनी किशमिश खा रहे हैं, उस पर ध्यान रखें।
एथलीटों के लिए, किशमिश महंगे स्पोर्ट्स च्यू और जैली का एक बेहतरीन विकल्प हैं। ये आवश्यक कार्बोहाइड्रेट को तुरंत प्रदान करते हैं और आपकी परफार्मेंस को सुधारने में मदद कर सकते हैं। 2011 के पबमेड सेंट्रल के) अध्ययन में पाया गया कि किशमिश, स्पोर्ट्स जेली बीन्स के समान, सहनशक्ति व्यायाम के दौरान एथलीटों के परफार्मेंस को सुधारने में प्रभावी थीं।
आधा कप किशमिश में आपको 3.3 ग्राम फाइबर मिलता है, जो आपकी दैनिक जरूरतों का लगभग 10 से 24 प्रतिशत होता है। फाइबर आपके डाइजेशन में मदद करता है और कब्ज से बचने में मदद कर सकता है।
फाइबर आपके पेट को ज्यादा समय तक भरा हुआ महसूस कराता है। यदि आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो फाइबर युक्त खाना मददगार हो सकता है। फाइबर की कोलेस्ट्रॉल लेवेल में भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। डाइट में फाइबर लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन (LDL) कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए जाना जाता है।
किशमिश आयरन का एक अच्छा सोर्स। आधा कप किशमिश में 1.3 मिलीग्राम आयरन होता है। यह रेड ब्लड सेल्स को बनाने के लिए जरूरी और यह शरीर के सेल्स तक ऑक्सीजन पहुँचाने में मदद करता है। पर्याप्त मात्रा में आयरन का सेवन करना जरूरी है, अन्यथा यह आयरन-डिफिशियेंसी एनीमिया का कारण बन सकता है।
किशमिश के आधे कप में लगभग 45 मिलीग्राम कैल्शियम होता है, जो आपकी डाली नीड का लगभग 4 प्रतिशत है। कैल्शियम स्वस्थ और मजबूत हड्डियों और दांतों के लिए आवश्यक है। यदि आप पोस्टमेनोपॉज से गुजर रही हैं, तो किशमिश आपके लिए एक बेहत
रीन स्नैक है क्योंकि कैल्शियम ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद करता है, जो एक ऐसी स्थिति है जिसमें उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों का नुकसान होता है।
इसके अलावा, किशमिश में बोरॉन नामक तत्व की उच्च मात्रा होती है। बोरॉन, विटामिन डी और कैल्शियम के साथ मिलकर आपकी हड्डियों और जोड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह ऑस्टियोपोरोसिस के उपचार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।किशमिश में फाइटोन्यूट्रिएंट्स, पॉलीफेनोल्स जैसे न्यूट्रिएंट्स हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
किशमिश नैचुरलीे पाए जाने वाले फाइटोन्यूट्रिएंट्स, जैसे फेनोल्स और पॉलीफेनोल्स का रिच सोर्स है। ये पोषक तत्व एंटीऑक्सीडेंट्स माने जाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स आपके ब्लड से फ्री रेडिकल्स को हटाने में मदद करते हैं और आपके सेल्स और डीएनए को नुकसान से बचा सकते हैं। इससे कैंसर, हार्ट डीजीज और स्ट्रोक जैसे बीमारियों से बचाव में मदद मिल सकती है।
2009 की एक स्टडी में बताया गया है कि किशमिश में ऐसे फाइटोकैमिकल्स होते हैं जो दांतों और मसूड़ों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। किशमिश में मौजूद ओलियोनोलिक एसिड, लिनोलिक एसिड, और लिनोलेनिक एसिड जैसे फाइटोकैमिकल्स उन बैक्टीरिया से लड़ते हैं जो आपके मुँह में कैविटी का कारण बनते हैं।इसलिए, किशमिश को मीठे नाश्ते के स्थान पर खाने से आपके मुस्कान को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है।
यहां कुछ हेल्दी, अनोखे और आसान तरीके दिए गए हैं जिनसे आप अपने डाइट में किशमिश को शामिल कर सकते हैं:
विधि: ओट्स को पानी या दूध में पकाएँ और अंत में अपनी पसंद के फलों के साथ किशमिश मिलाएँ। यह नाश्ते के लिए एक स्वस्थ विकल्प है।
विधि: अपने पसंदीदा फल, दही और एक मुट्ठी किशमिश को मिलाकर स्मूथी बनाएं। यह एक न्यूट्रीशीयस और फ्रेश ऑप्शन है।
विधि: सलाद या दही पर किशमिश छिड़कें। यह न केवल स्वाद बढ़ाएगा बल्कि पोषण भी देगा।
विधि: भुने चिउड़े में किशमिश, मूंगफली और मसाले मिलाकर एक कुरकुरी चटपटी स्नैक तैयार करें।
विधि: किशमिश को विभिन्न नट्स के साथ मिलाकर एक हेल्दी स्नैक बनाएं। यह एनर्जी का अच्छा सोर्स है।
विधि: आटे में किशमिश मिलाकर रोटी या पराठा तैयार करें। इसे नाश्ते या दोपहर के भोजन में शामिल करें, यह खास स्वाद लाएगा और पोषण भी बढ़ाएगा।
विधि: किशमिश, नट बटर और ओट्स को मिलाकर बॉल्स बनाएं। ये ताजगी भरे नाश्ते के रूप में बहुत अच्छे हैं।
इन तरीकों से आप आसानी से किशमिश को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं और इसके लाभ उठा सकते हैं। आप अपनी पसंद और सुविधानुसार नई रेसपी भी तैयार कर सकते है।