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मां कहती है पाचन से जुड़ी हर समस्या का इलाज है अमरूद और पत्तियां

पाचन तंत्र संबंधी यदि किसी भी तरह की समस्या है, तो अमरूद या अमरूद की पत्तियों का सेवन कर सकती हैं। अमरूद पर हुए शोध भी यही बताते हैं।
अमरूद की पत्तियों के रस से पाचन तंत्र की ज्यादातर समस्याओं को ठीक किया जा सकता है। चित्र: शटरस्टॉक
स्मिता सिंह Published: 5 Sep 2022, 16:29 pm IST
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बारिश का मौसम खत्म होते ही सुपर मार्केट में अमरूद दिखाई देने लगते हैं। अमरूद के फायदे इतने अधिक हैं कि इनके सेवन से डायजेस्टिव सिस्टम, इंटिमेट हेल्थ आदि के प्रॉब्लम भी ठीक हो जाते हैं। मां कहती है कि एसिडिटी, अपच और गैस की प्रॉब्लम को खत्म करने में नियमित रूप से अमरूद का सेवन मददगार (Guava and its leaves benefits digestive system) होता है। आज भी बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तरप्रदेश और बिहार की सीमा से लगे पश्चिम बंगाल के ग्रामीण इलाकों में पाचन तंत्र से जुड़ी समस्या को ठीक करने के लिए अमरूद और अमरूद के पत्तों का सेवन कराया जाता है। रिसर्च भी अमरूद को डायजेस्टिव सिस्टम के लिए जरूरी फल मानते हैं।

रिसर्च बताते हैं अमरूद का एंटीऑक्सीडेंट गुण है कारगर

मोनैश यूनिवर्सिटी ऑफ मलेशिया के लिम याउ यान ने अमरूद पर स्टडी से निष्कर्ष निकाला कि इसमें अन्य फलों की तुलना में एस्कॉर्बिक एसिड और एंटीऑक्सीडेंट अधिक पाया जाता है। 

अमरूद में फाइबर भरपूर मात्रा में होती है। इसलिए किसी भी तरह के डायजेस्टिव प्रॉब्लम को यह ठीक कर देता है। स्टडी में यह पाया गया कि गैस की प्रॉब्लम होने पर अमरूद खाने पर यह ठीक हो गया। क्योंकि यह अधिक एसिडिक नहीं होता है। इसका पीएच वैल्यू न्यूट्रल के करीब होता है। इसलिए अमरूद जीआई ट्रैक्ट में किसी भी प्रकार का इन्फ्लेमेशन नहीं होने देता है। यह विटामिन सी भरपूर होता है, जो जीआई सेल्स को हील कर देता है। इसका एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टी बैक्टीरिया के ग्रोथ को रोक देता है।

अमरूद के पोषक तत्व

एंटीऑक्सीडेंट गुण के अलावा, अमरूद विटामिन सी, विटामिन ए, डाएटरी फाइबर, पोटैशियम, आयरन और मैग्नीशियम से पोषक तत्वों से भरपूर होता है। अमरूद में मुख्य रूप से फाइबर पाया जाता है।

विटामिन और फाइबर से भरपूर अमरूद को रोज अपने आहार में शामिल करना चाहिए। चित्र: शटरस्टॉक

ये फाइबर न सिर्फ सॉलिडिफाय करने में मदद करते हैं, बल्कि स्टूल को सॉफ्ट भी बनाते हैं। इसलिए यह डायरिया और कॉन्सिटपेशन दोनों में आराम पहुंचाता है।

पत्तियों में डायरिया को ठीक करने का गुण

वर्ष 2015 में अमेरिका की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ पबमेड सेंट्रल द्वारा एक स्टडी की गई। इसके आधार पर डायरिया से संक्रमित चूहों को अमरूद की पत्तियों का सेवन कराया गया। अमरूद की पत्तियों का सेवन नहीं करने वाले चूहों की तुलना में पत्तियों का सेवन करने वाले चूहे का इंफेक्शन जल्दी क्लीयर हुआ। इसके आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया कि अमरूद की पत्तियों में डायरिया को ठीक करने का गुण है।

रिसर्च भी बताते हैं कि अमरूद और इसकी पत्तियां डायरिया और कब्ज को दूर कर सकते हैं। चित्र: शटरस्टॉक

जिन लोगों को इरिटेबल बाउल सिंड्रोम है, उनकी डाइट में अमरूद को एड करने की सलाह दी जाती है। भारत और चीन में डायरिया होने पर वैकल्पिक चिकित्सा पद्धत के रूप में अमरूद की पत्तियों की चाय दी जाती है। यहां तक कि गांवों में आज भी पीरियड क्रेम्प होने पर अमरूद की पत्तियों की चाय पीने को दी जाती है।

अंत में 

ध्यान दें कि यदि आपको इरिटेबल बाउल सिंड्रोम है, तो अमरूद की अत्यधिक मात्रा में सेवन न करें। इससे समस्या हो सकती है।

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स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

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