दूध इस दुनिया में सबसे पौष्टिक पेय पदार्थों में से एक है, जो हमारे शरीर में कई पोषक तत्वों की कमी को दूर करने की क्षमता रखता है। यह हर उम्र के लोगों के लिए बहुत आवश्यक है। पर आजकल हम सभी फैट फ्री यानी डबल टोंड दूध पीना पसंद करते हैं। यह हमारी उम्र के लिए भले ही सही हो, पर मेरी मम्मी मेरी छोटी बहन के लिए हमेशा फुल क्रीम दूध मंगवाना ही पसंद करती हैं। जानना चाहते हैं क्यों है फुल क्रीम दूध उनकी पहली पसंद। तो इसे पढ़ते रहें।
अपने बच्चों की सेहत के लिए हर मां की पहली पसंद दूध ही है। ऐसा इसलिए है क्योंकि दूध विटामिन, कैल्शियम, प्रोटीन, नियासिन, फॉस्फोरस और पोटैशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। वहीं आयुर्वेद में दूध को संपूर्ण आहार का दर्जा दिया गया है।
हर भारतीय मां का मानना है कि अगर किसी बच्चे का किसी कारण से मील मिस हो जाता है, तो एक गिलास दूध पीकर बच्चा दिन के उस आहार की पूर्ति कर सकता है। लेकिन बाजारों में आजकल कई प्रकार के दूध उपलब्ध होने लगे हैं।
ऐसे में यह समझना बहुत जरूरी हो गया है कि आखिर सेहत के लिए फायदेमंद कौन सा दूध होता है। लोगों का कहना है कि लो फैट मिल्क ( Low Fat Milk) काफी ज्यादा सेहतमंद होता है। जबकि मेरी मम्मी हमेशा फुल फैट दूध पर भरोसा करती हैं। वह भी पैकेट बंद नहीं एकदम ताज़ा।
अधिकांश स्टोर्स पर मौजूद दूध अपनी फैट सामग्री के कारण अलग-अलग श्रेणी में रखे जाते हैं। पूरे फैट वाले दूध को कभी-कभी “रेगुलर दूध” कहा जाता है। क्योंकि उस दूध में फैट की मात्रा में कोई भी बदलाव नहीं किया जाता। स्किम्ड और लो फैट दूध का उत्पादन पूरे दूध से फैट को हटाकर किया जाता है।
संपूर्ण दूध ( Regular Full fat Milk ) : 3.25% मिल्क फैट
कम वसा वाला दूध ( Low Fat MIlk ( : 1% मिल्क फैट
स्किम्ड मिल्क: 0.5% से कम मिल्क फैट
बहुत सारे लोग सिर्फ इस भ्रम में जी रहे हैं कि ज्यादा फैट और ज्यादा कैलरी से उनका वजन बढ़ जाएगा। हालांकि वास्तविकता इसके बिल्कुल उलट है। ऐसे कई अध्ययन हुए हैं, जिनसे पता चला है कि ज्यादा फैट वाले डेयरी उत्पाद जैसे दूध का सेवन वास्तव में वजन बढ़ाने से रोकने में मदद करता है।
एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि डेयरी वसा का सेवन वजन बढ़ाने, हृदय रोग, या टाइप 2 मधुमेह के उच्च जोखिम से जुड़ा नहीं है।
फुल फैट वाले दूध में लैक्टिक एसिड पाया जाता है, जो एक अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड (एएचए) घटक है। इससे कई आधुनिक त्वचा देखभाल उत्पाद तैयार किए जाते हैं। लैक्टिक एसिड एंटी-एजिंग फेस क्लीन्ज़र में विशेष रूप से काम आ सकता है। अध्ययनों से पता चलता है कि यह डेड स्किन सेल्स को हटाने में मदद करता है और नई कोशिका वृद्धि को उत्तेजित करता है।
बच्चों के दिमाग के विकास के लिए फैट से भरपूर डाइट देने की जरूरत होती है। फैट फुल दूध इसमें सक्षम होता है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडिएट्रिक्स के अनुसर छोटे बच्चों के दिमाग के विकास के लिए हर रोज तीन से चार कप दूध पीने की सलाह दी गई है।
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