भुने नींबू से लेकर आंवला कैंडी तक, ये 4 नुस्खे बन सकते हैं मानसून में आपका सुरक्षा कवच
बरसात का मौसम शुरू हो चुका है। यह मौसम अपने साथ खांसी-जुकाम, बैक्टीरियल और वायरल इनफेक्शन, एलर्जी, साइनस जैसी समस्याएं लेकर आता है। बरसात के मौसम में किसी भी वक्त कभी भी बारिश हो सकती है, साथ ही मौसम में भी लगातार बदलाव देखने को मिल सकता है। कुछ लोग इन बदलावों को संभाल नहीं पाते और बार-बार बीमार पड़ने लगते हैं। अगर आपकी स्थिति भी ऐसी ही है तो आपको अपनी इम्युनिटी पर काम करने की जरूरत है। मैं अपनी मम्मी के खजाने से लाई हूं ऐसे 4 नुस्खे जो आपकी इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार साबित हो सकते हैं।
खुद के प्रति थोड़ी सी भी लापरवाही आपकी सेहत को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है। खास कर मानसून में आपको और भी ज्यादा सचेत रहने की जरूरत है। यह मौसम बच्चों और बड़ों दोनों के लिए ही जितना मनोरंजक होता है उससे कई गुना ज्यादा उनकी सेहत के लिए खतरनाक भी हो सकता है। परंतु छोटी-छोटी बातों पर बाहरी दवाइयों का इस्तेमाल करना भी उचित नहीं रहेगा। ऐसे में सालों से मेरी मां बरसाती संक्रमण से बचाव के लिए इन असरदार घरेलू नुस्खों का प्रयोग करती आ रही है।
यदि आप भी खुद को और अपने परिवार को फिजूल की दवाइयों से दूर रखना चाहती हैं, तो अपनी किचन की ओर ध्यान दें, इन समस्यायों का निदान आपके सामने होगा। तो चलिए जानते हैं मम्मी की रसोई से निकले सर्दी-जुकाम के लिए ये 4 सुरक्षा उपाय।
बरसात के मौसम में संक्रमण और सर्दी-जुकाम से बचने के लिए आजमाएं ये 4 घरेलू नुस्खे
1. अदरक और नमक
अदरक सर्दी खांसी जैसे संक्रमण से बचाने में बहुत फायदेमंद है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित डेटा के अनुसार अदरक में मौजूद एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज सर्दी-खांसी फैलाने वाले वायरस को रोकती है। साथ ही इसमें एंटी ऑक्सीडेंट, एंटीवायरस और एंटी इन्फ्लेमेशन के गुण भी पाए जाते हैं, जो गले की सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
आयुर्वेद में सालों से अदरक का प्रयोग कई तरह की औषधियों को बनाने में होता चला आ रहा है। खासकर सर्दी खांसी और संक्रमण से जुड़ी समस्याओं के लिए यह काफी प्रचलित है। इसका प्रयोग कई रूपों में किया जा सकता है, परंतु बरसात के मौसम में संक्रमण रहित रहने के लिए इस तरह करें अदरक का इस्तेमाल।
जानिए कैसे करना है इस्तेमाल
अदरक को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। अब कटे हुए टुकड़ो के ऊपर नमक डालें और इसे अच्छी तरह चबायें। चबाते हुए इसके रस को निगलती रहें। इसे इस्तेमाल करने का यह तरीका स्वाद के लिए थोड़ा कड़वा तो है, परंतु काफी ज्यादा प्रभावी हो सकता है।
2. भुना नींबू और काली मिर्च
काली मिर्च न केवल रसोई में मसाले के रूप में, बल्कि अपने औषधीय गुणों के लिए भी खास है। साइंटिफिक रूप से भी कोल्ड एंड कफ जैसी समस्याओं से लड़ने में यह कारगर हैं। काली मिर्च में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण, सभी तरह के संक्रमण से लड़ने में सहायक हो सकते हैं। जब इसे नींबू के साथ लिया जाता है तो यह विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत बन जाता है।
जानिए कैसे करना है इस्तेमाल
नींबू को दो भाग में काट कर रखें, फिर 5-6 गोलकी अर्थात काली मिर्च को दरदरा कूट लें। अब गैस पर नींबू को छिलके की ओर से चढ़ाएं। चूल्हे की आंच बिल्कुल धीमी रखें, फिर नींबू के ऊपर कुटी हुई काली मिर्च डाल दें। स्वाद बढ़ाने के लिए काला नमक भी मिला सकती हैं।
नींबू भुन जाने के बाद गैस बंद करें और चिमटे की मदद से उसे उतार कर किसी प्लेट में निकाल लें। अब हल्का ठंडा होने के बाद इसके रस को अपनी जीभ पर निचोड़ें। सालों से मेरी मम्मी इसका प्रयोग करती आ रही है। मेरी मानें तो यह काफी प्रभावी साबित होगा।
3. दालचीनी, नींबू और शहद की चाय
दालचीनी में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट पॉलिफिनॉल्स और प्रोएंथोसायनिडिन प्राकृतिक रूप से इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करते हैं। साथ ही इसकी एंटीवायरल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल प्रॉपर्टीज सर्दी-खांसी फैलाने वाले वायरस से लड़ने में काफी असरदार मानी जाती है। शहद का प्रयोग भी सालों से सर्दी खासी की समस्या में होता चला आ रहा है। यह गले की इरिटेशन और एलर्जी को कम करने में मदद करता है।
पब मेड द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार शहद में मैग्नीशियम, मैग्नीज, फॉस्फोरस, पोटेशियम, जिंक और कई तरह के विटामिन मौजूद होते हैं। ये सभी पोषक तत्व शरीर मे इम्यूनिटी बूस्टर की तरह काम करके संक्रमण जैसी समस्याओं की संभावना को कम कर देते हैं।
इस तरह बनाएं इम्यूनिटी बूस्टर चाय
एक कप गर्म पानी में सबसे पहले एक चम्मच शहद, 5-6 बूंद नींबू का रस और चार चुटकी दालचीनी पाउडर डालकर अच्छी तरह मिला लें। इसे कम से कम दिन में 2 बार पीने का प्रयास करें। ऐसा करने से बरसाती संक्रमण और सर्दी खांसी जैसी समस्या से राहत मिलेगी।
4. आंवला कैंडी
आंवला सर्दी खांसी जैसे संक्रमण से लड़ने में काफी ज्यादा कारगर होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी इम्यूनिटी बूस्ट करने के साथ ही मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ाते हैं। जो वायरल, बैक्टीरियल इन्फेक्शन और कोल्ड एंड कफ से राहत पाने में मदद करता है। यह विटामिन ए, मैग्नीशियम, आयरन, सोडियम, पोटैशियम, कैलशियम, कॉपर, फास्फोरस, मैंगनीज और जिंक का भी एक अच्छा स्रोत होता है।
इस तरह करें इसका इस्तेमाल
आंवला कैंडी बनाने के लिए आंवला को पीस लें, अब उसमें गुड़ और रॉक साल्ट मिलाएं। मिक्सर को अच्छी तरह से मिलाकर छोटे-छोटे कैंडी के आकार में बनाकर अलग-अलग रखें। थोड़ी देर सेट होने के लिए छोड़ दें। दिन में दो बार 4-5 कैंडी को लेने से कोल्ड एंड कफ जैसी समस्या से राहत पाने में मदद मिलेगी।
आप चाहें तो आंवला जूस भी पी सकती हैं। आंवले का रस भी इम्युनिटी बढ़ाकर आपको मौसमी संक्रमण से बचाए रखता है।
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