गोभी की फैमिली वाकई बहुत बड़ी है और इसमें शामिल हर तरह की गोभी अपना अलग स्वाद लिए रहती है। पत्ता गोभी, फूल गोभी, गांठ गोभी और न जानें क्या-क्या। पर क्या आप जानते हैं कि स्वाद में लाजवाब ऐसी ही एक और गाेभी है हरी गोभी, यानी ब्रोकोली (Broccoli)। हालांकि यह विदेशी सब्जी है, पर अब यह किसी भी लोकल सब्जी की तरह बहुत आसानी से मिल जाती है। अगर आप भी ब्रोकोली की गुडनेस का लाभ लेना चाहती हैं, तो आपकी मदद करने के लिए हेल्थ शॉट्स पर हैं वे खास तरीके, जिनसे आप ब्रोकली को अपनी डाइट (How to add broccoli in diet) में शामिल कर सकती हैं।
आपने ब्रोकोली ज्यादातर उन लोगों को खाते हुए देखा होगा जो जिम जाते हैं या फिटनेस को लेकर काफी सक्रिय होते हैं। तो आइए जानते है ब्रोकली के बारे में।
ब्रोकोली को अमेरिका में इटली के प्रवासियों द्वारा लाया गया था। 1920 के दशक तक यह अमेरिका की एक लोकप्रिय सब्जी के रूप में खाई जाने लगी। आज पूरे यूरोप में ब्रोकोली का आनंद लिया जाता है। ब्रोकोली एक “ठंडे मौसम की फसल” है और गर्म मौसम इस पौधे के लिए उपयुक्त नहीं है। ब्रोकोली 18 डिग्री सेल्सियस और 23 डिग्री सेल्सियस के बीच के तापमान में सबसे अच्छी तरह से बढ़ती है।
रिसर्च गेट में छपे जर्नल के अनुसार ब्रोकोली में फोलेट्स, नियासिन, पैंटोथेनिक एसिड, राइबोफ्लेविन, थायमिन, विटामिन के और ई भी काफी मात्रा में होते हैं।
यह कैल्शियम, मैंगनीज, आयरन, मैग्नीशियम, सेलेनियम, जिंक और फास्फोरस जैसे खनिजों का भी एक अच्छा स्रोत है। इसके अलावा यह सब्जी इलेक्ट्रोलाइट्स का भी अच्छा स्रोत है
ब्रोकली में कई सब्जियों की तुलना में अधिक प्रोटीन भी पाया जाता है। ब्रोकली को कच्चा और पका कर दोनो तरीके से खाया जा सकता है लेकिन इसको हल्का सा स्टीम करेक खाने से काफी फायदेमंद होता है।
रिसर्च गेट में छपे जर्नल के अनुसार ब्रोकोली में “ग्लूकोराफेनिन” नामक तत्व होता है, जो कैंसर से बचाने वाले तत्व “सल्फोराफेन” की मदद कर सकता है, अगर सब्जी को उबाला जाए तो ब्रोकली के लाभ बहुत कम हो जाते हैं। ब्रोकोली “इंडोल-3-कारबिनोल” का भी एक अच्छा स्रोत है, यह कोशिकाओं में डीएनए की मरम्मत को बढ़ाता है और कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकता है। आक्रामक प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए ब्रोकोली का अधिक सेवन किया जा सकता है।
ब्रोकोली में “इंडोल-3-कारबिनोल” होता है जो कैंसर को बढ़ावा देने वाले एस्ट्रोजन को बदलकर स्तन कैंसर से आपको बचा सकता है। अंकुरित ब्रोकोली में फाइटोकेमिकल सल्फोराफेन भी होता है, जो ग्लूकोराफेनिन का एक उत्पाद है- माना जाता है कि यह कुछ प्रकार के कैंसर को रोकने में सहायता करता है, जैसे कोलन और रेक्टल कैंसर।
कच्ची ब्रोकली की महीने भर में केवल 3 सर्विंग ब्लैडर कैंसर के खतरे को 40% तक कम कर सकती हैं। अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन ने बताया कि “ब्रोकोली उन खाद्य पदार्थों में से एक है जो पेट के कैंसर को रोक सकता है।”
ब्रोकली को लो-ग्लाइसेमिक फूड माना जाता है जो ब्लड शुगर को सामान्य करने में मदद करता है। यह इंसुलिन को नियंत्रित करके वजन को घटाने में मदद करता है। यह ऐसे एंजाइम को भी बढ़ाता है जो शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करते है। डिटॉक्सिफिकेशन से वजन कम होता है और कुछ बीमारियों को रोकने में मदद मिलती है।
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कस्टमाइज़ करेंब्रोकली को ज्यादा पका कर या उबाल कर डाइट में शामिल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे उसके पोषक तत्व खत्म हो जाते है। ब्रोकली को स्टिम करके या हल्का सा भून कर खाना चाहिए इसके पोषक तत्व इसमें बरकार रहें।