पसीना होना स्वस्थ और प्राकृतिक है क्योंकि यह विषाक्त पदार्थों से छुटकारा पाने और शरीर के तापमान को बनाए रखने में मदद करता है। लेकिन कोई भी दिन भर इसके गंध का सामना नहीं करना चाहता है। क्या आपको पता था? यह वास्तविक पसीना नहीं है बल्कि आपकी त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया है जो गंध का कारण बनते हैं। इस प्रकार, सबसे अच्छा दुर्गन्ध कुछ ऐसा है जो आपकी त्वचा पर कोमल होने के साथ-साथ बैक्टीरिया को मार सकता है।
इस बदबू से बचने के लिए आप लॉन्ग लास्टिंग परफ्यूम का डिओड्रेंट का उपयोग करते होंगे। लेकिन समय के साथ यह भी धोखा दे सकता है। आप ऑफिस में या चार लोगों के बीच अपने पसीने की दुर्गंध से असहज महसूस कर सकते हैं। गांधहीन होने के बावजूद आपकी त्वचा पर रहने वाले बैक्टीरिया पसीने में बदबू का संचार करते हैं। यह जीवाणु वृद्धि शरीर की गंध का कारण बन सकती है। हालांकि, मेरी मम्मी इससे बचने के लिए कुछ प्राकृतिक उपचारों का सुझाव देती हैं।
“चुभती, जलती गर्मी का मौसम आया”- यह लाइन आपने विज्ञापन में सुनी होगी। लेकिन घमौरियों के साथ ये मौसम बदबूदार पसीने का भी कारण बनता है। इसकी शर्मिंदगी से बचने के लिए मेरी मम्मी का बताया नुस्खा आजमाएं।
रॉयल सोसाइटी 2021 समर साइंस में एक ऑनलाइन प्रदर्शनी में शरीर की गंध पर शोध किया गया। ज्यादातर लोगों के लिए यह एक अजीब सामाजिक कलंक से ज्यादा कुछ नहीं हो सकता है। लेकिन यॉर्क के वैज्ञानिकों के लिए, शरीर की गंध (body odour) उन लाखों जीवाणुओं में वैज्ञानिक अंतर्दृष्टि की कुंजी रखती है जो हमारी त्वचा पर रहते हैं। शोध की मदद से वह यह जानने की कोशिश करते हैं कि कैसे हमारे शुरुआती पूर्वजों ने संचार की एक विधि के रूप में शारीरिक गंध का इस्तेमाल किया था। पसीने की बदबू उनके लिए सुराग प्रदान करता है।
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के साथ काम करते हुए, ब्रिटेन के यूनिलीवर को अधिक प्रभावी दुर्गन्ध दूर करने वाले प्रोडक्ट बनाने का रास्ता दिखाया है। शोध के परिणामस्वरूप, हमें समग्र त्वचा स्वास्थ्य के महत्व और संक्रमण एवं बीमारी के खिलाफ लड़ने के तरीकों को बताया है।
टीम ने एक विशेष रूप से समस्याग्रस्त बैक्टीरिया की पहचान की, जिसे स्टैफिलोकोकस होमिनिस (staphylococcus hominis) के रूप में जाना जाता है। यह हमारी कांख में पाए जाने वाले गर्म, पोषक तत्वों से भरपूर वातावरण में पनपता है। ऑक्सफोर्ड में सहयोगियों के साथ अनुसंधान ने एक प्रोटीन की संरचना का खुलासा किया जो इस बैक्टीरिया को पसीने में अब्सॉर्ब कर लेता है।
सर्दियों में रोजाना नहाने की आदत छूट गई है? तो इसे बदलने का वक्त आ गया है। मेरी मम्मी कहती हैं कि बदबू को रोकने के लिए नियमित रूप से स्नान करना है जरूरी। अप्रिय शरीर की गंध एक बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है और आपके सामाजिक, सांस्कृतिक और कार्य जीवन में समस्याएं पैदा कर सकता है।
दिन में कम से कम एक बार नहाने की कोशिश करें। इसके अलावा, व्यायाम या वर्कआउट करने के बाद और काम पर एक लंबे दिन के बाद स्नान करना न भूलें। यह आपके शरीर को साफ रखने में मदद करेगा और किसी भी बैक्टिरियल ग्रोथ को रोकने में मदद करेगा जिसके परिणामस्वरूप पसीने से दुर्गंध नहीं आ सकती है।
मेरी मम्मी बदबू से बचने के लिए नारियल तेल लगाने का सुझाव देती हैं। नारियल का तेल सबसे अच्छे और सबसे प्रभावी उपचारों में से एक है जो शरीर को सुखद गंध देने में मदद कर सकता है। नारियल के तेल के एंटीमाइक्रोबियल (antimicrobial) गुण गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया के विकास को सीमित करने में मदद करते हैं।
यह तेल पाचन स्वास्थ्य का भी समर्थन करता है, जो शरीर की गंध और सांसों की दुर्गंध (oral smell) दोनों से लड़ने में एक महत्वपूर्ण कारक है।
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कस्टमाइज़ करेंत्वचा पर नारियल का तेल लगाने और इसे अपने भोजन में लेने से आपके शरीर में बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद मिलेगी। इस प्रकार पसीने के गंध को रोका जा सकेगा।
जी हां, मम्मी गर्मियों में नींबू पानी पीने के अलावा इस नींबू को कांख में रगड़ने की भी सलाह देती हैं। नींबू के प्राकृतिक, एंटीसेप्टिक (antiseptic) और एंटीमाइक्रोबियल (antimicrobial) गुण शरीर की अप्रिय गंध को खत्म करने और बैक्टीरिया के कारण होने वाली बदबू को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
नींबू के रस के अम्लीय गुण (acidic property) त्वचा पर हानिकारक बैक्टीरिया के विकास को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही, एक प्रतिरक्षा बूस्टर के रूप में, नींबू शरीर में बैक्टीरिया सहित हानिकारक विषाक्त पदार्थों को निकालता है। पसीने को रोकने और शरीर की गंध से बचने के लिए आप आधे नींबू को अपनी कांख पर रगड़ सकते हैं।
मेथी के बीज में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं और इसमें मौजूद जीवाणुरोधी गुण बैक्टीरिया के संक्रमण को फैलने से रोक सकते हैं।
मेरी मम्मी मानती हैं कि मेथी के बीजों का सेवन करने से शरीर की गंध को उसके मूल कारण से प्राकृतिक रूप से दूर किया जा सकता है।
आप मेथी की चाय भी पी सकते हैं। एक चम्मच मेथी के दानों को लगभग 250 मिली पानी में उबालें। विषाक्त पदार्थों को खत्म करने के लिए इस चाय को नियमित रूप से खाली पेट पियें। इसकी मदद से आप शरीर की गंध से प्राकृतिक रूप से लड़ सकते हैं।
शरीर की दुर्गंध के लिए एक और प्रभावी घरेलू उपाय है ढेर सारा पानी पीना। एक महान विलायक होने के नाते, पानी आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालता है और बैक्टीरिया एवं रोगजनकों को बाहर निकालने में मदद करता है। इसके परिणामस्वरूप शरीर से गंध नहीं आ सकती है।
इसके अलावा, पानी सबसे अच्छा न्यूट्रलाइज़र भी है जो आपकी आंतों में बैक्टीरिया को बनने से रोकता है।
एप्पल साइडर विनेगर में अम्लीय गुण होते हैं जो शरीर से जहरीले रोगाणुओं को दूर करने में मदद करते हैं। सेब के सिरके में कुछ रुई के गोले डालें और बगल, पैरों और शरीर के अन्य हिस्सों पर लगाने से बैक्टीरिया खत्म करें। इससे शरीर की दुर्गंध कम हो जाती है।
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