कच्ची हल्दी को विंटर सुपरफूड्स के रूप में जाना जाता है। कच्ची हल्दी में कई ऐसी गुणवत्ताएं मौजूद होती हैं, जो आपकी समग्र सेहत के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती हैं। ठंड के मौसम में यह आपकी इम्यूनिटी को बढ़ावा देते हुए, आपको संक्रमण तथा अन्य मौसमी बीमारियों से प्रोटेक्ट करता है। कच्ची हल्दी को नियमित डाइट में शामिल करने के कई तरीके हैं, पर ठंड के मौसम में इसकी आचार (haldi ka achar) का सेवन, इम्युनिटी बढ़ाने के साथ ही पाचन क्रिया को संतुलित रखने में आपकी मदद कर सकता है।
आप इसके आचार को स्टोर करके लंबे समय तक रख सकती हैं, वहीं गर्मियों में भी इनका सेवन कर सकती है। यदि आपको कच्ची हल्दी की अचार की रेसिपी मालूम नहीं है, तो चिंता न करें, आज हम आपको बताएंगे इसके आचार की आसान सी रेसिपी (haldi ka achar)। साथ ही जानेंगे कच्ची हल्दी सेहत के लिए किस तरफ फायदेमंद होती है।
250 ग्राम कच्ची हल्दी
2 नींबू का रस
1 चमच चीनी
1/2 कटोरी राई
1 चम्मच मेथी दाना
2 से 3 चम्मच लाल र्मिच पाउडर
स्वादानुसार नमक
4 से 5 चम्मच सरसों का तेल
1/2 चम्मच हींग
(आवश्यकता अनुसार सामग्रियों की मात्रा में बदलाव कर सकती हैं)
स्टेप 1: सबसे पहले कच्ची हल्दी को अच्छी तरह से धो कर हल्के हाथों से इसका छिलका निकाल लें।
स्टेप 2: अब कढ़ाई में राई और मेथी दाने को एक साथ भुन लें, और मिक्सर में पीस लें।
स्टेप 3: अब एक बर्तन में कटी हुई कच्छी हल्दी, राई और मेथी दाना पावडर, लाल मिर्च पावडर, नमक, चीनी और हिंग डालकर अच्छी तरह मिला लें।
स्टेप 4: अब उसी बर्तन में नींबू का ताजा रस डालें, वापस से सभी सामग्रियों को अच्छी तरह से मिला लें।
स्टेप 5: अब आखिर में कढाई में तेल गर्म करें, उसमें राई और हींग का तड़का लगाएं और उसे तैयार किए गए आचार के मिश्रण में डाल दें और अच्छी तरह से मिलाएं।
स्टेप 6: अचार को किसी ग्लास जार में स्टोर करें, और 7 दिनों तक इन्हें धूप में रखें। आवश्यकता अनुसार बीच बीच में जार को हिलाकर अचार को मिला लें।
आपका आचार बनकर तैयार है, आप इसे अपने पसंदीदा चपाती के साथ एंजॉय कर सकती हैं।
कच्ची हल्दी में भरपूर मात्रा में करक्यूमिन होता है, जो सूजन को कम करने में सहायता करता है। वहीं हानिकारक रोगाणुओं से लड़कर प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है। कच्ची हल्दी के आचार को अपनी डाइट में शामिल करें, इससे शरीर की संक्रमणों से बचने की क्षमता बढ़ जाती है, खासकर फ्लू के मौसम में यह आपको अधिक प्रभावी रूप से प्रोटेक्ट करेगा।
कच्ची हल्दी का सेवन पित्त उत्पादन को उत्तेजित करता है, फैट के पाचन में सहायता करता है और समग्र पाचन स्वास्थ्य में सुधार करता है। इसके प्राकृतिक एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पेट की जलन को शांत करने में सहायता करते हैं, जिससे सूजन या बेचैनी के लक्षण कम हो जाते हैं। वहीं जब कच्ची हल्दी का अचार तैयार किया जाता है, तो यह फर्मेंट हो जाते हैं, और इसमें प्रोबायोटिक की गुणवत्ता जुड़ जाती है। जो हेल्दी गट बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देती है, और स्वस्थ रहने में आपकी सहायता करती है।
कच्ची हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट की गुणवत्ता पाई जाती है, जो फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं, और आपकी त्वचा पर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के प्रभाव को कम कर देते हैं, जिससे कि प्रीमेच्योर एजिंग का खतरा कम हो जाता है। वहीं त्वचा को चमकदार बनाते हैं। नियमित रूप से हल्दी के अचार के सेवन से रक्त को शुद्ध किया जा सकता है, जिससे मुंहासे और दाग-धब्बों को कम करने में भी मदद मिलती है।
कच्ची हल्दी बॉडी मेटाबॉलिज्म को बढ़ा देती है, और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है। जो वेट मैनेजमेंट के लिए फायदेमंद हो सकता है। फैट के संचय को कम करने और पाचन में सुधार करने की इसकी क्षमता इसे वजन घटाने की यात्रा में एक बेहतरीन सहयोगी बनाती है।
कच्ची हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजन को कम करके, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को सामान्य रखता है और एंडोथेलियल फ़ंक्शन को बेहतर बनाता है, जिससे एक स्वस्थ हृदय के निर्माण में मदद मिलती है। नियमित रूप से हल्दी के अचार का सेवन आपको हृदय संबंधी समस्याओं से बचाता है।
डायबिटीज या प्री-डायबिटीज़ से ग्रसित व्यक्ति के लिए, कच्ची हल्दी रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है। डायबिटीज के मरीज भी कच्ची हल्दी के अचार को बेफिक्र होकर आराम से इंजॉय कर सकते हैं।
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