समर सीजन शुरू हो चुका है और इस मौसम डैंड्रफ कम होने लगता है, पर ठंड के मौसम में डैंड्रफ की समस्या सबसे ज्यादा परेशान करती है। ऐसे में गर्म मौसम शुरू होने से पहले अपने डैंड्रफ को जड़ से खत्म करने की कोशिश करें। इसमें एंटी डैंड्रफ आयुर्वेदिक हेयर मास्क आपकी मदद कर सकता है। इस मास्क को बनाने में कई खास सामग्री का इस्तेमाल किया गया है, जिनमें कहीं खास प्रॉपर्टीज पाई जाती है। डैंड्रफ की समस्या में कारगर होने के साथ ही ये हेयर मास्क क्रॉनिक हेयर ड्राइनेस, ऑयली हेयर, हेयर फॉल और स्कैल्प संबंधी समस्याओं में भी कारगर होते हैं।
आयुर्वेद एक्सपर्ट चैताली राठौर में अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए क्रॉनिक डैंड्रफ के कुछ कॉमन कारणों पर बात की है, साथ ही उन्होंने एक बेहद खास आयुर्वेदिक एंटी डैंड्रफ हेयर मास्क सजेस्ट किया है, तो चलिए जानते हैं इस मास्क की खूबियां (anti dandruff hair mask)।
तनाव, चिंता
त्वचा रोग जैसे सोरायसिस, सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस
खट्टे स्वाद वाले खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन
अधिक समय तक ठंडे पानी का सेवन
धूप के अत्यधिक संपर्क में रहना
रात को जागने की आदत
धूल के संपर्क में आना
अत्यधिक पसीना आना
बॉडी की प्राकृतिक चीजों को दबाकर रखना
बालों को नियमित रूप से न धोना
सिर पर तेल न लगाना
आवश्यकता अनुसार दही
2 चम्मच एलोवेरा का फ्रेश पल्प
1/2 चम्मच भृंगराज पाउडर
आधा चम्मच आंवला पाउडर
1/2 चम्मच नीम पाउडर
सबसे पहले एक बाउल में भृंगराज पाउडर, आंवला पाउडर और नीम पाउडर को निकाल लें।
अब इसमें एलोवेरा जेल और आवश्यकता अनुसार दही डालें।
सभी को एक साथ अच्छी तरह से मिलाते हुए, एक स्मूद पेस्ट तैयार करें।
अब इन्हे लगभग 20 मिनट के लिए साइड में रख दें।
इसे अप्लाई करने से पहले अपने बालों में अच्छी तरह ऑयलिंग कर लें।
फिर इस हेयर मास्क को अपने स्कैल्प एवं बालों पर अच्छी तरह अप्लाई करें।
इन्हे 20 मिनट तक लगा रहने दें, उसके बाद सामान्य पानी से साफ कर लें।
दही में भरपूर मात्रा में हेल्दी फैट पाए जाते हैं, जो इसे हेयर ड्राइनेस से डील करने के लिए बेहद खास बनाते हैं। इसका इस्तेमाल स्कैल्प में मॉइश्चर मेंटेन रखना है की समस्या धीरे धीरे कम होती जाती है। इतना ही नहीं यह लैक्टिक एसिड का एक अच्छा स्रोत है। ये स्कैल्प को पूरी तरह से क्लीन करता है, डेड स्किन सेल्स को रिमूव कर देता है, जिससे की हेयर फॉलिकल्स स्वस्थ रहते हैं और हेल्दी हेयर ग्रोथ में मदद मिलती है।
भृंगराज में एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल और एंटी एलर्जिक प्रॉपर्टीज पाई जाती है। इसकी गुणवत्ता डैंड्रफ को कम कर देती है और हेयर फॉल को कंट्रोल करती है। इसके साथ ही यह बालों को समय से पहले सफेद नहीं होने देता। यदि आप हेयर फॉल की समस्या से परेशान हैं, तो यह आपके लिए वरदान साबित हो सकता है।
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नीम में रीजेनरेटिव प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जो हेयर फॉल को कम करती है, इसके अलावा इसकी एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटी फंगल और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज इसे डैंड्रफ की स्थिति में बेहद खास बनाती है। इसका इस्तेमाल सेक्स संबंधी सभी प्रकार की समस्याएं जैसे कि डैंड्रफ, इन्फेक्शन आदि में बेहद कारगर होते है। नीम ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ा देती है, जिससे कि स्कैल्प स्वस्थ रहते हैं और डेंड्रफ की समस्या आपको परेशान नहीं करती। वही यह स्कैल्प एवं बालों को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से प्रोटेक्ट करती है, जिससे की बाल समय से पहले सफेद नहीं होते।
आंवला में कई खास हेयर फ्रेंडली प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जो आपके स्कैल्प तथा बालों को प्रयाप्त पोषण प्रदान करते हैं और उन्हें हाइड्रेटेड और मॉइश्चराइज रखते हैं। जब स्कैल्प में मॉइश्चर मेंटेन रहता है, तो डेंड्रफ की समस्या कम होने लगती है। साथ-साथ आंवले की एंटीबैक्टीरियल, एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज डैंड्रफ की स्थिति में बेहद प्रभावित रूप से कार्य करती हैं। इसका इस्तेमाल हेयर ग्रोथ को बढ़ावा देता और बालों को जड़ से मजबूत बनाता है।
एलोवेरा में कई महत्वपूर्ण प्रॉपर्टीज सहित विटामिन, अमीनो एसिड, प्लांट स्टेरॉयड, फैटी एसिड और मिनरल्स जैसे कि जिंक और कॉपर की भरपूर मात्रा पाई जाती है। यह सभी पोषक तत्व हेयर ग्रोथ को बढ़ावा देते हैं और बालों की सेहत को बनाए रखते हैं। इसमें मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल और मॉइश्चराइजिंग प्रॉपर्टी इसे डेंड्रफ की समस्या के लिए बहुत खास बनाती हैं।
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