एजिंग एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसे हम या आप चाह कर भी नहीं रोक सकते हैं। हालांकि, एक समय के बाद हमे जिंदगी के इस पड़ाव को भी एन्जॉय करना चाहिए, परंतु लाइफस्टाइल की खराब आदतों के कारण आजकल महिलाओं को उम्र से पहले इसका सामना करना पड़ रहा है। बढ़ती उम्र के साथ कोलेजन का उत्पादन कम हो जाता है और हमारी स्किन इलास्टिसिटी भी कम होने लगती है जिसकी वजह से त्वचा काफी ढीली पड़ जाती है। वहीं ऐसे में त्वचा पर फाइन लाइन्स और झुर्रियां आना शुरू हो जाती हैं।
हालांकि, यह सत्य है कि हम सभी की त्वचा पर एजिंग के निशान नजर आएंगे परन्तु उचित देखभाल के साथ आप इन्हें समय से पहले उभरने से रोक सकती हैं। साथ ही आप चाहें तो अपनी एजिंग प्रोसेस को भी धीमा कर सकती हैं। इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है स्किन इलास्टिनस को बनाये रखना।
तो आज आपकी त्वचा को ध्यान में रखते हुए हेल्थशॉट्स आपके लिए लेकर आया है कुछ ऐसे प्रभावी घरेलू नुस्खे जो स्किन टाइटनिंग में आपकी मदद करेंगे (skin tightening home remedies)। यह आपकी त्वचा में कोलेजन उत्पादन को बूस्ट करते हुए स्किन इलास्टिसिटी को बनाए रखने में मदद करेंगे। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में यह कैसे काम करते हैं।
बढ़ती उम्र के साथ त्वचा में कई बदलाव नजर आते हैं, चाहे वह शारीरिक हो या हार्मोनल। ऐसे कई अलग-अलग कारक हैं जो हमारी त्वचा की प्रक्रिया और परिवर्तनों को प्रभावित करते हैं। उम्र बढ़ने के साथ त्वचा में ढीलापन आना सामान्य ह, यह शरीर और चेहरे पर कहीं भी दिखाई दे सकती है, लेकिन सबसे आम क्षेत्र गर्दन, पेट और हाथ हैं। परन्तु कई बार महिलाओं में उम्र से पहले यह समस्या नजर आने लगती है।
ढीली त्वचा के पीछे एक प्रमुख कारण उम्र है। बढ़ती उम्र के साथ, हमारी त्वचा कोलेजन और इलास्टिन खोने लगती है। यह फैक्टर्स एजिंग का कारण बनते हैं। कई महिलाओं में यह 40 तो कइयों में 35 के बाद ही एजिंग के निशान नजर आने लगते हैं, इसकी वजह बॉडी टाइप होती है, साथ ही लाइफस्टाइल भी इसे प्रभावित करती है। चेहरे की मांसपेशियां उम्र के साथ कमजोर हो सकती हैं और त्वचा के ढीलेपन का सामना करना पड़ता है।
नियमित रूप से शराब का सेवन स्मोकिंग करना, आपका स्लीप पोजीशन साथ ही आपकी नियमित फेसिअल एक्सप्रेशन भी स्किन सैगिंग का कारण बनती हैं।
सेलिब्रिटी स्किन एक्सपर्ट डॉ. अजय राणा इसपर कहते हैं की “सन एक्सपोजर त्वचा की लोच और कोलेजन उत्पादन को प्रभावित कर सकता है, लेकिन जब आपकी एजिंग की प्रक्रिया शुरू हो गयी हो तो यह अधिक हानि पहुंचाना शुरू कर देता है।सूर्य से निकलने वाले यूवीए/यूवीबी किरणों से होने वाली क्षति त्वचा के डीएनए को प्रभावित कर सकती है और इसे बदल सकती है, जिससे समय से पहले कोशिका मृत्यु हो जाती है। यह त्वचा में कोलेजन और इलास्टिन को तोड़ता है, जिससे त्वचा ढीली पड़ सकती है।”
पब मेड सेंट्रल के अनुसार अंडे एल्ब्यूमिन से भरपूर होते हैं, जो सैगिंग के लिए एक बेहतरीन उपाय है। वहीं शहद के एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण त्वचा के लिए हर रूप में कारगर होते हैं। इन दोनों सामग्रियों का मिश्रण त्वचा को टाइट रखने के साथ ही इसे तमाम फायदे पहुंचा सकता है।
एग व्हाइट और योल्क दोनों को अलग-अलग कर लें।
अब एग व्हाइट में 2 बड़े चम्मच शहद डालें और इन्हे एक साथ अच्छी तरह मिलाएं।
इसे चेहरे और अन्य सैगिंग से प्रभावित जगहों पर अप्लाई करें।
फिर 15-20 मिनट के लिए लगा हुआ छोड़ दें।
जब यह सुख जाए तो इसे गुनगुने पानी से साफ़ कर लें।
बेहतर परिणाम के लिए इस मास्क को हफ्ते में एक बार त्वचा पर जरूर अप्लाई करें।
खीरा स्किन इलास्टिन और त्वचा में हाइलूरोनिक एसिड को बनाए रखने में मदद करता है जो फर्म त्वचा को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं। इसके साथ ही यह त्वचा को पर्याप्त हाइड्रेशन प्रदान करता है।
एक खीरे को छीलकर ब्लेंड कर लें, इसके रास को अलग निकाल लें।
एक साफ रुई की मदद से खीरे के रस को प्रभावित त्वचा पर लगाएं।
इसे 15 से 20 मिनट तक लगा हुआ छोर दें फिर इसे साधारण पानी से साफ कर लें।
अनानास में एक खास एंजाइम सहित कई प्रकार के महत्वपूर्ण तत्व पाए जाते हैं, जो न केवल त्वचा की लोच यानि की इलास्टिसिटी में सुधार करते हैं बल्कि डेड और डैमेज स्किन सेल्स को हटाते हैं। यह त्वचा में पानी की मात्रा को बनाये रखता है जो त्वचा इ टेक्सचर को सामन्य रहने में मदद करती हैं।
एक अनानास को अच्छी तरह से छील कर इसके कुछ टुकड़ों को ब्लेंडर में पीस लें।
एक साफ रुई लें और इसके रस को प्रभावित त्वचा पर लगाएं।
15 से 20 मिनट तक लगा हुआ छोड़ दें फिर सामान्य पानी से इन्हे साफ़ कर लें।
नींबू के रस में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी मौजूद होता है, जो कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देते हुए स्किन इलास्टिसिटी को बनाये रखता है। इसके कसैले गुण त्वचा को ढीला पड़ने से बचते हैं साथ ही झुर्रियों को कम करते हैं।
नींबू के रस को सीधे अपनी त्वचा पर लगा सकती हैं।
या इसे पानी से हल्का पतला कर इसमें शहद मिलाकर त्वचा पर अप्लाई करें।
गहरी सफाई की गुणवत्ता के साथ, मुल्तानी मिट्टी स्किन इम्प्योरिटीज को दूर कर त्वचा के ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करती है, जिसके परिणामस्वरूप त्वचा में कसावट आती है।
2 चम्मच मुल्तानी मिट्टी लें और उसमें गुलाब जल मिला लें।
पेस्ट को त्वचा पर सभी और अच्छी तरह अप्लाई करें, साथ ही आप इसे पेट हाथ और अन्य प्रभावित एरिया पर भी लगा सकती हैं।
अब इसे पूरी तरह से सूखने दें।
जब यह सुख जाए तो अपने चेहरे को सामान्य पानी से धो लें और त्वचा को मॉइस्चराइजर करें।
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