करवा चौथ के व्रत (Karwa Chauth Vrat 2022) के लिए बहुत सारे नियमों का पालन किया जाता है। ऐसा ही एक नियम है सुबह के समय सरगी खाना। करवा चौथ पर लिया जाने वाला यही वो मील है जो दिन भर आपको एनर्जी देता है। इसलिए जरूरी है कि आप करवा चौथ की सरगी (Karwa Chauth Sargi) का बहुत ध्यान रखें। इसमें वही चीजें शामिल करें, जो न केवल पोषक तत्वों से भरपूर हों, बल्कि ज्यादा हैवी फील भी न करवाएं। पोषक तत्वों से भरा ऐसा ही एक ड्राई फ्रूट है अंजीर (Anjeer)। अंजीर न केवल पुरुषों के लिए बल्कि महिलाओं के लिए भी बहुत फायदेमंद मानी जाती है। जानना चाहती हैं कैसे? तो आइए आपको बताते हैं अंजीर के स्वास्थ्य लाभ और वे कारण जो इसे सरगी के लिए परफेक्ट बनाते हैं।
जब भी उपवास रखने की बात आती है तो हम व्रत तो रख लेते हैं, लेकिन इसके बाद फिर हमारी सेहत पर बुरा सर पड़ता है। यह व्रत की वजह से नहीं बल्कि हमारे व्रत रखने के तरीके की वजह से होता है। करवा चौथ का व्रत ( Karwa Chauth 2022) नजदीक है और इस दिन महिलाएं अपने पति के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। करवा चौथ का व्रत बिना कुछ खाए पिए रखा जाता है। इसलिए सेहत का ख्याल रखना बहुत ज़रूरी है और इसकी शुरुआत होती है आपकी करवा चौथ की सरगी से जिसमें मेरी मां सूखे मेवे ज़रूर शामिल करने को कहती है, खासकर अंजीर।
मम्मी हमेशा करवा चौथ से पहले अंजीर मगा लेती हैं और सुबह अपनी सरगी में शामिल करती हैं। उनका मानना है कि अंजीर में कई पोषक तत्व (Anjeer Benefits) होते हैं जो उन्हें पूरे दिन ऊर्जावान रहने में मदद करते हैं। ताकि उन्हें किसी भी तरह की कमजोरी महसूस न हो और न ही उन्हें किसी भूख का एहसास हो।
कार्बोहाइड्रेट – 73.50% / प्रोटीन – 4.67% / वसा – 0.56% / आहार फाइबर – 3.68% / कैलोरी- 317.78 किलो कैलोरी / कैल्शियम – 1545.46 / मैग्नीशियम – 679.04
अंजीर शुगर, फाइबर और बहुत सारे खनिजों का एक प्राकृतिक स्रोत है। यह खनिज हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, खासकर महिलाओं के लिए क्योंकि यह अंजीर आयरन का बेहतरीन स्रोत हैं। अंजीर पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, एंटीऑक्सिडेंट जैसे विटामिन ए और विटामिन एल जैसे पोषक तत्वों का एक पावरहाउस है जो समग्र स्वास्थ्य में योगदान कर सकता है।
अंजीर कब्ज को ठीक करने के लिए सदियों पुराना उपाय माना जाता है और इस प्रकार आंतों को पोषण देने में मदद करता है। अंजीर अपने हाई फाइबर कॉन्टेंट के कारण प्राकृतिक रेचक (Laxative) के रूप में काम कर सकता है। पूरे दिन कुछ न खाने के बाद जब खाना खाते हैं तो कब्ज होने की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए सरगी में अंजीर शामिल करना फायदेमंद साबित हो सकता है।
जब पेट ज़्यादा देर तक खाली रहता है, तो ब्लड शुगर में उतार – चढ़ाव होना लाज़मी है। इससे आपका ब्लड प्रैशर अचानक से लो हो सकता है। ऐसे में अजीर आपके बहुत काम आ सकता है, क्योंकि एनसीबीआई के अनुसार इसमें ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने की क्षमता होती है।
अंजीर प्रीबायोटिक्स का एक बड़ा स्रोत हैं। प्रीबायोटिक्स प्रोबायोटिक्स के कार्य का समर्थन कर सकते हैं जो पाचन प्रक्रिया और समग्र आंत स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। फाइबर से भरपूर होने के कारण, मल में भारी मात्रा में वृद्धि होती है, जिससे सामान्य मल त्याग होता है।
अगर आप एनिमिक हैं यानी आप में खून की कमी है, तो अंजीर को खाने से एक रात पहले ही दूध में भिगो दें। सुबह इसी दूध के साथ अंजीर का सेवन करें।
आप चाहें तो अंजीर के कुछ टुकड़े स्नैक्स के रूप में भी खा सकती हैं।
अंजीर एक सूखा मेवा है। आप इसे सरगी की खीर, फिरनी या फेनियों के साथ मिलाकर भी ले सकती हैं।
अगर आप डायबिटिक हैं, तो अंजीर को रात भर पानी में भिगो दें। सुबह इस भीगी हुई अंजीर का सेवन करें, तो आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहेगा।
यह भी पढ़ें : करवा चौथ पर चाहिए दुल्हन जैसा निखार, तो ट्राई करें हल्दी, चंदन और बेसन वाला उबटन