सब्जी हो या दाल लहसुन का तड़का गजब का स्वाद लाने में मदद करता है। साथ ही अगर इसके स्वास्थ्य लाभों की बात की जाए तो, आयुर्वेद में लहसुन को औषधि माना जाता है। खाली पेट लहसुन के सेवन से जोड़ों के दर्द के साथ कई समस्याओं से राहत मिलती है। इसके अलावा अगर लहसुन का इस्तेमाल जोड़ों के दर्द के मसाज ऑयल बनाने के लिए भी किया जाता है। आहार विशेषज्ञों द्वारा भी आवश्यक मात्रा में लहसुन का सेवन करने की सलाह दी जाती है। लेकिन क्या इसका रोज सेवन करना सही है? क्या जरूरत से ज्यादा लहसुन का सेवन सेहत को नुकसान पहुचा सकता है? आपके इन्ही प्रश्नो पर बात करते हुए आज इस विषय पर हम गहनता से बात करेंगे, और जानेंगे कि लहसुन का कितना सेवन आपके लिए फायदेमंद है।
कुछ लोगों को खाली पेट लहसुन का सेवन करने के साथ अपने सभी मील में लहसुन लेने की आदत होती है। जिस प्रकार किसी भी चीज का जरूरत से ज्यादा सेवन नुकसानदायक होता है। ठीक उसी प्रकार लहसुन का ज्यादा सेवन भी आपके स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है।
एनसीबीआई (NCBI) के मुताबिक नियमित रूप से 3 से 4 ग्राम यानी 1 से 2 लहसुन की कलियों का ही सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही अगर आप लहसुन का सेवन भूनकर या पका कर करते हैं, तो यह आपकी सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद होगा।
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लहसुन और इसके सप्लिमेंट्स का सेवन सेहत के लिए बेहतर हो सकता है, लेकिन अगर आप कच्चे लहसुन को त्वचा पर इस्तेमाल करती हैं। तो यह आपकी त्वचा को डेमेज करके स्किन बर्न का कारण बन सकता है। इसके साथ ही स्किन इरीटेशन की समस्या भी झेलनी पड़ सकती है।
आपके ध्यान दिया होगा कि लहसुन का सेवन करने के बाद मुह से बदबू आने लगती है। खासकर के अगर आपने लहसुन को कच्चा या ज्यादा मात्रा में लिया हो।
आहार विशेषज्ञों के मुताबिक लहसुन में पाए जानें वाला सल्फर कम्पाउंड लम्बे समय तक मुह से बदबू आने का कारण बन सकता है। तो इसलिए लहसुन को पकाकर खाने की सलाह दी जाती है।
वेबमेड सेंट्रल की एक अन्य रिसर्च में सामने आया है कि लहसुन का अत्यधिक सेवन ब्लड प्रेशर के साथ लो ब्लड शुगर और ब्लीडिंग से सीधा जुड़ा होता है। इसलिए सर्जरी से करीब 2 और 3 सप्ताह पहले लहसुन छोड़ देने की सलाह दी जाती है।
पाचन को बेहतर बनाए रखने के लिए लहसुन फायदेमंद माना गया है, लेकिन वही जरूरत से ज्यादा सेवन भी सेहत को नुकसान पहुचा सकता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक प्याज और शतावरी की तरह ही लहसुन में भी फ्रुक्टेन की अधिक मात्रा पायी जाती है। फ्रुक्टेन एक प्रकार का कार्ब है, जिसका अत्यधिक सेवन सूजन, गैस और पेट दर्द का कारण बन सकता है।
अगर आप एसिडिटी की समस्या से ग्रस्त रहती हैं, तो लहसुन का रोज सेवन आपकी सेहत पर पूरा प्रभाव डाल सकता है। पबमेड सेंट्रल के मुताबिक लहसुन का रोज सेवन गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स का कारण बन सकता है। यह एक प्रकार कि स्थिति है, जिसमें पेट का एसिड बढ़ जाता है, जिससे हार्टबर्न और पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती है।
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